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यूपी की राजनीति में कांग्रेस के बेजान संगठन पर क्या रहा प्रियंका फैक्टर का असर?

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की कार्यशैली से पार्टी कार्यकर्ताओं में बदलाव की आस जगी है। प्रियंका गांधी के द्वारा ली गई मैराथन बैठकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ आमने-सामने बैठकर आत्मीय बातों ने साफ संकेत दे दिया है कि संगठन की सूरत बदलने के साथ सालों से चली आ रही पार्टी की कार्य संस्कृति बदलेगी।

Dharmendra kumar
Published on: 24 Feb 2019 8:05 PM IST
यूपी की राजनीति में कांग्रेस के बेजान संगठन पर क्या रहा प्रियंका फैक्टर का असर?
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धनंजय सिंह

लखनऊ: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की कार्यशैली से पार्टी कार्यकर्ताओं में बदलाव की आस जगी है। प्रियंका गांधी के द्वारा ली गई मैराथन बैठकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ आमने-सामने बैठकर आत्मीय बातों ने साफ संकेत दे दिया है कि संगठन की सूरत बदलने के साथ सालों से चली आ रही पार्टी की कार्य संस्कृति बदलेगी। प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओँ के मनोबल को आगे बढ़ाने के लिए यूपी के कई छोटे दलों से सम्पर्क साधना शुरू कर दिया है, इसके साथ ही प्रियंका ने चुनाव के कई समितियों का गठन कर कार्यकर्ताओँ में उत्साह जगा दिया है।

प्रियंका ने अपनी रणनीति के तहत कांग्रेस के पुराने नेताओं से संपर्क साधकर सहयोग मांगा, इससे पुराने कांग्रेसियों में उम्मीद जगी और वह उत्साह के साथ काम करने का आश्वासन दे चुके हैं। प्रियंका द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान खुल कर शिकायतें सामने आई थीं। प्रियंका ने ऐसे निष्क्रिय ओहदेदारों की जल्द छुट्टी करने और आम कार्यकर्ताओं को सम्मान देने के साथ जिम्मेदारी देने का आश्वासन दिया।

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प्रियंका को यह भी बताया गया कि किस तरह बैठक में बुलाने वालों की सूची में काट-छांट हुई है। स्थानीय क्षत्रपों ने उन लोगों को आने ही नहीं दिया जो उनकी करतूत बताते। बड़े नेताओं द्वारा पार्टी को जेबी संगठन बना डालने, भाई-भतीजावाद, पीसीसी सदस्य बनाने में भेदभाव, क्षेत्र में जमीन पर काम करने वालों को हाशिए में रखने जैसी जमीनी सच्चाई बताई गई थी। यह भी बताया गया कि किस तरह हवा-हवाई लोगों को टिकट दिया जाता है जो चुनाव बाद चले जाते हैं। टिकट देने वालों की जवाबदेही तय करने की मांग भी उठी।

लोकसभा सीटवार मिले कार्यकर्ताओं में से काफी लोगों के मोबाइल नंबर खुद प्रियंका गांधी ने डायरी में नोट किये थे। आजकल इन कार्यकर्ताओं-नेताओं के पास एआईसीसी से फोन आ रहा है। पुष्टि की जा रही है कि राष्ट्रीय महासचिव को अमुक नेता द्वारा दी गई प्राथमिक जानकारी सही थी या नहीं। शिकायत करने वाला कांग्रेसी ही है या नहीं। प्रियंका ने इसके बाद लोकसभावार प्रभारी बनाकर प्रत्येक सीटों पर फीडबैक लेने के निर्देश दिए थे, इन लोगों ने प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में जाकर फीडबैक लेना शुरू कर दिया है।

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रविवार को लखनऊ लोकसभा सीट के प्रभारी बाजीराव खाड़े की बैठक के दौरान शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ल और शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियो के साथ जमकर नोक झोक हुई। इसी तरह कई लोकसभा सीटों पर कार्यकर्ताओँ और जिले के नेताओं बीच नोक झोक की खबरे आ रही हैं।

कांग्रेस ने शनिवार की देर रात चुनाव की समितियों की घोषित कर कार्यकर्ताओँ में जोश बढ़ दिया हैं। बीजेपी के सहयोगी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल की प्रियंका से हुई मुलाकात ने यूपी की सत्ता के गलियारे में गर्माहट लाने का काम किया हैं। प्रियंका द्वारा शिवपाल सिंह यादव और कई छोटे दलों के साथ बैठक कर साफ किया गया कि यूपी की राजनीति में उनकी लड़ाई बीजेपी से है,सपा और बसपा गठबंधन से नहीं है। प्रियंका और उनकी टीम लगातार यूपी की जनता के बीच सन्देश देने में लगी हैं,कि बीजेपी को सपा और बसपा नहीं, कांग्रेस ही रोक पायेगी। इसके लिए प्रियंका वाड्रा और राहुल गाँधी मार्च से यूपी में कई रोड शो और जनसभा करने जा रहे हैं।

राजसभा सांसद पीएल पुनिया का कहना हैं कि गाँधी परिवार से जनता को बहुत उम्मीदे हैं। प्रियंका गाँधी के आने के बाद राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री बनने से कोई रोक नहीं सकता हैं। तीन राज्यों की तरह केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल कांग्रेस करने जा रही है। प्रियंका जी के आने से यूपी में कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई होगी, कांग्रेस यूपी में 30 से अधिक सीट जीत रही हैं। कार्यकर्ता पूरे उत्साह में हैं, जो बीजेपी को हारने के लिए प्रियंका जी के नेतृत्व में तैयार हैं।

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इस बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी का मानना हैं कि प्रियंका के आने से यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ताओँ में उत्साह बढ़ा हैं, इसके नतीजे सुखद होंगे। कांग्रेसी कार्यकर्ता पूरे मनो योग से कांग्रेस को सत्ता दिलाने के लिए लग गये हैं।

कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज त्रिपाठी ने कहा कि बीजेपी के सहयोगी दलों को साथ लेकर यूपी में कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने जा रहा हैं, इसकी देन प्रियंका गांधी हैं। प्रियंका जी के आने से कांग्रेस कार्यकर्ताओँ में दुगुना उत्साह हैं। वह पुरे मनोयोग से बीजेपी को हराने में लग गए हैं।

कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष अमित त्यागी का कहना हैं कि प्रियंका जी के आने से आम कार्यकर्ताओ को सम्मान मिलेगा,चाटुकार जो कांग्रेस को धरातल में ले जा रहे थे,ऐसे लोगो को हटाकर कांग्रेस को आगे बढ़ाने का काम होगा। 2019 में भी हम सत्ता में आएंगे और प्रियंका जी के नेतृत्व में 2022 में यूपी की सत्ता को बीजेपी से हथियाने का काम हम लोग करेंगे। इसके लिए हम लोग लग गए हैं।



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Dharmendra kumar

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