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खाई को पाटने के लिए प्रियंका गांधी ने यहां बांटा नववर्ष का ग्रीटिंग कार्ड, दिया ये संदेश

SK Gautam
Published on: 1 Feb 2020 12:43 PM GMT
खाई को पाटने के लिए प्रियंका गांधी ने यहां बांटा नववर्ष का ग्रीटिंग कार्ड, दिया ये संदेश
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असगर

अमेठी: गांधी-नेहरू परिवार का अमेठी वासियों से पारिअमेठी वारिक रिश्ता रहा है। बरसों इस रिश्ते को संजोने के लिए गांधी परिवार ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जतन भी किया। लेकिन राहुल गांधी के सांसद बनने के बाद इन रिश्तों में खटास आना शुरू हुई। 2014 से दूरियां बढ़ी और 2019 आते-आते इसमें काफी इजाफा हुआ। नतीजा ये हुआ कि अपने वर्चस्व वाले क्षेत्र अमेठी में कांग्रेस के युवराज शिकस्त खा गए।

प्रियंका गांधी ने 500 ग्रीटिंग कार्ड्स अमेठी में भेजें

अमेठी में कांग्रेस के इस हाल का जिम्मेदार हैं अमेठी में बैठे मैनेजर। इस बात को भांप कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नए सिरे से अमेठी के लोगों के दिलों में जगह बनाने के यहां के 500 संभ्रांत लोगों नववर्ष का ग्रीटिंग भेजा है। प्रियंका गांधी ने ग्रीटिंग कार्ड के जरिए खाई को पाट लोगों को बड़ा संदेश दिया है।

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अमेठी के गौरीगंज स्थित कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 500 ग्रीटिंग कार्ड्स अमेठी में भेजें हैं। ये कार्ड्स यहां के संभ्रात नागरिकों, किसान संगठन के उच्च पदाधिकारियों, प्रधान संघ के अध्यक्षों, महिला फ्रंट के अध्यक्षों आदि में बांटा जा रहा है।

कांग्रेस कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी फिरोज आलम ने बताया कि पंद्रह दिन पहले ये कार्ड्स प्रियंका गांधी की ओर से कार्यालय में भेजा गया है, जो पिछले तीन दिनो से बांटा जा रहा है। इस कार्ड में प्रियंका ने नववर्ष की बधाई देने के साथ-साथ एक कार्ड "भारत का संविधान उद्देशिका" के शीर्षक का दिया गया है।

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कार्ड पर लिखा है ये

उक्त कार्ड पर लिखा है "हम भारत के लोग भारत के संपूर्ण प्रभुत्व-सम्पन्न, समाजवादी, पंथ-निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक, गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठता और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर अपनी इस संविधान में आज तारीख 26 नवंबर 1949 ई. (मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, सवन्तम दो हजार छ विक्रमी) को एतद्दद्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।"

SK Gautam

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