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Prostitution: आपके यहां भी इन जगहों पर खुलेआम होता है जिस्मफरोशी धंधा, ऐसे डील करती हैं सेक्स वर्कर

Prostitution Business: सर्वोच्च न्यायालय ने वेश्यावृत्ति को पेशा कहा है। लेकिन कई गांव और शहर हैं जहां अवैध रूप से खुलेआम जिस्मफरोशी होती है। यहां शाम होते ही माहौल गुलजार हो जाता है।

Snigdha Singh
Written By Snigdha Singh
Published on: 8 Aug 2024 1:16 PM IST (Updated on: 10 Aug 2024 6:19 PM IST)
Prostitution: आपके यहां भी इन जगहों पर खुलेआम होता है जिस्मफरोशी धंधा, ऐसे डील करती हैं सेक्स वर्कर
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Prostitution Business: देश की सर्वोच्च न्यायालय ने वेश्यावृत्ति पेशा माना है। लेकिन बहुत से गांव और शहर ऐसे हैं जहां ये धंधा गैर कानूनी तरीके से खुलेआम होता है। उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश तक कई ऐसे गांव हैं जहां पर मानो वेश्यावृत्ति यानि प्रॉस्टिट्यूशन (Prostitution) का बाजार जैसे लगता है। वैसे तो एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया (Red Light Area) यानि वेश्यावृत्ति का ठिकाना पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में मौजूद सोनागाछी और मुंबई का कमाठीपुरा (Kamathipura Mumbai) है। लेकिन इसके अलावा भी नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली जैसे शहरों में ये धंधा खूब फल फूल रहा है।

मध्य प्रदेश में 50 से अधिक गांवों में होता है धंधा

वैसे तो वेश्यावृत्ति लगभग सभी बड़े शहरों में छुप-छुपाकर होती है। लेकिन मध्य प्रदेश के कई ऐसे बड़े गांव हैं जहां जिस्मफरोशी खुलेआम चलती है। किसी सामान की तरीके जिस पर हाथ रखा और दाम दिया वह ही उसका हो जाता है। नीमच, मंदसौर, रतलाम जैसे शहरों से गुजरने वाले अंतरराज्यीय राजमार्ग के किनारे तकरीबन 50 से ज्यादा ऐसे डेरे हैं, जहां पर देह व्यापार खुले में होता है। पिछले सालों में पुलिस ने कई छापामार कार्रवाइयों में इन ठिकानों से सैकड़ों ऐसी बच्चियों को छुडाया भी है, जिनसे देह व्यापार कराया जा रहा था। जानकारी के अनुसार बांछड़ा समाज की महिलाएं इस कुप्रथा को लंबे अरसे से ढोती आ रही है। यहां शाम होते ही हाइवे के किनारे की बस्तियों, डेरे गुलजार हो जाते हैं।

लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद में भी कई ठिकाने

उत्तर प्रदेश के शहरों में भी जिस्मफरोशी चल रही है। दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद भी इसकी गिरफ्त में हैं। गाजियाबाद में रेड लाइट एरिया का इतिहास अंग्रेजों के जामने से रहा है। इनमें साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र के पास स्थित गंगा जाल्हूपुर है। एक अन्य प्रमुख रेड लाइट क्षेत्र कविनगर है। यहां बंद दरवाजों के पीछ क्या होता है आज भी कोई नहीं बता सकता है। वहीं, नोएडा सेक्टर 18, 15 और 16 में भी स्ट्रीट प्रॉस्टिट्यूट मिलती हैं। वहीं, लखनऊ की बात करें तो चारबाग स्टेशन के आस-पास जिस्मफरोशी करते कई बार पुलिस ने अपनी रेड में पकड़ा है।

क्या कहता है न्यायालय

देश की सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने वेश्यावृत्ति को पेशा का दर्जा दिया। वहीं न्यायालय ने अपने फैसले में कहा है कि सेक्स वर्कर्स (Sex Workers) को उनकी व्यवसायगत स्वतंत्रता होनी चाहिए। पुलिस, प्रशासन या तंत्र उन्हें बिना कारण परेशान न करे। उन्हें भी सम्मान से जीने का अधिकार है। इस फैसले के बाद इस समुदाय में खासी हलचल है। किन्तु इसी धर्म के जो सुधारवादी युवा हैं, वे यह भी चिंता जता रहे हैं कि इन फैसले की आग में नाबालिग बच्चियों के शोषण बढ़ सकता है। ये खबर मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लिखी गई है न्यूजट्रैक इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता।



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Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

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