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मोदी सरकार @3: कामकाज पर किसी ने कहा 'अच्छे दिन' आए, तो कोई बोला- क्रीम-पाउडर वाली गवर्नमेंट
लखनऊ: मोदी सरकार ने शुक्रवार (26 मई) को अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा किया। इस मौके पर सरकार के कामकाज को लेकर लोगों की अलग-अलग राय रही। newstrack.com और 'अपना भारत' की टीम से बात करते हुए लोगों ने बताया कि मोदी सरकार ने जनता से जो वादे किए थे, उनमें से कुछ पूरे हुए तो कुछ अभी बाकी हैं। कुछ लोगों ने मोदी सरकार के कामकाज को अच्छा बताया तो कुछ ने कहा कि अभी भी उम्मीदों का पूरा कमल खिलना बाकी है। मोदी सरकार को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया, लखनऊ से :
बहुत अच्छा काम किया
मोदी सरकार ने तीन सालों में बहुत अच्छा काम किया है। शोध विद्याॢथयों को आगे बढऩे के काफी अवसर मिले हैं। उम्मीद है कि इन अवसरों में बढ़ोत्तरी होगी। मोदी की डिजिटल इंडिया योजना से भी बहुत लाभ हुआ है। हमने अपने विश्वविदयालय और संबंद्ध शैक्षिक संस्थानों में इसके माध्यम से पारदॢशता लाने और स्टूडेंटस की समस्याओं का समाधान करने में काफी हद तक सफलता पाई है। हम चाहते हैं कि जिस प्रकार पीएम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की साख को मजबूत किया है, उसी तरह प्राविधिक शिक्षा की साख को मजबूत करने की दिशा में तेजी से ज्यादा काम होगा।
प्रो.विनय कुमार पाठक, कुलपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि एवं एचबीटीयू कानपुर
अन्य देशों के साथ रिश्तों में जो मजबूती आई है
पीएम मोदी का काम सराहनीय है। हालांकि आंतरिक और वाह्य सुरक्षा के क्षेत्र में और काम होने चाहिए। सीमा पर तनाव की बात हो या आंतरिक कानून व्यवस्था का मुद्दा हो, दृढ़ निश्चय के साथ कड़े फैसले लेने होंगे। मोदी सरकार के कार्यकाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों के साथ रिश्तों में जो मजबूती आई है, वह सराहनीय है। देश की साख मोदी सरकार के कार्यकाल में मजबूत हुई है।
विक्रम सिंह, पूर्व डीजीपी
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जीएसटी मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि
जीएसटी मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। इससे किसी भी व्यक्ति को 18 अलग-अलग विभागों के चक्कर लगाने से छुटकारा मिलेगा और टैक्सेशन की प्रक्रिया आसान होगी। मोदी सरकार ने नोटबंदी करके इकोनॉमी को फिल्टर किया है। इसी तरह टैक्सेशन की दिशा में भी मोदी सरकार के काम सराहनीय हैं।
आाशीष त्रिपाठी, टैक्स लायर्स एसोसिएशन
शिक्षा में बड़े पैमाने पर सुधार की आवश्यकता है
देश और प्रदेश में खस्ताहाल बेसिक और अनिवार्य शिक्षा की हालत में बड़े पैमाने पर सुधार की आवश्यकता है। खासतौर पर निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए एक ऐसा रेगुलेटरी बोर्ड बने जो इनकी मनमानी पर अंकुश लगा सके और शिक्षा के अधिकार अधिनियम और सर्व शिक्षा अभियान के उद्देश्यों की पूॢत हो सके। अभी इस दिशा में बहुत काम होना है। वादों के साथ साथ ग्राउंड लेवल पर काफी काम की आवश्यकता है।
समीना बानो, आरटीआई एक्टिविस्ट
विश्वगुरु बनकर उभरा भारत
मोदी सरकार का काम अच्छा है। महिलाओं से लेकर विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए काफी काम हुआ है। विश्व मंच पर देश की साख भी मजबूत हुई है। हालांकि अभी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलने की दिशा में काफी काम होना बाकी है जिससे भारत मजबूती से विश्वगुरु बनकर उभरे। मोदी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा से लेकर डिजिटलीकरण में जो कार्य किए हैं वे सराहनीय हैं।
प्रोफेसर निशी पांडे, प्रोफेसर लखनऊ यूनिवर्सिटी
माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता
शिक्षा के क्षेत्र में मानव संसाधन बढ़ाने की दिशा में मोदी सरकार को काफी काम करना होगा। इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर सुधार की आवश्यकता है। अधिकारी कई योजनाओं को लागू करने में इतना समय ले लेते हैं कि उन योजनाओं का उचित लाभ नहीं मिल पाता है। एक सेंट्रल मॉनिटरिंग कमेटी बनाने की भी आवश्यकता है। उच्च के अलावा बेसिक और माध्यमिक शिक्षा पर बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है।
डॉ.आर.पी.मिश्र, प्रदेश संरक्षक माध्यमिक शिक्षक संघ
सरकार ने दी तरजीह
कॉस्ट अकाउंटेंट्स की बढ़ती भूमिका को मोदी सरकार में तरजीह दी गई है। अब हर क्षेत्र में कॉस्ट अकाउंटेंट्स का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है। इससे अर्थव्यवस्था को बड़ी संख्या में मानव संसाधन सुलभ हुआ है। हालांकि अभी आईसीएआई जैसी संस्थाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हम प्रयासरत हैं और मोदी सरकार से आशा करते हैं कि वह इस दिशा में सकारात्मक कार्य करेगी।
रंजीत सिंह,आईसीएआई कोऑर्डिनेटर लखनऊ चैप्टर
महिला सुरक्षा की दिशा में बहुत काम करने होंगे
मोदी सरकार को महिला सुरक्षा की दृष्टि से अभी बहुत काम करने होंगे। जैसी उम्मीद थी अभी वैसे परिणाम नहीं आए हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में काम हो। इसके साथ-साथ घरेलू हिंसा के प्रति कानून को सख्ती से लागू किया जाए। देश और प्रदेश में महिला थानों को और प्रभावी बनाया जाए।
मधु गर्ग,प्रदेश अध्यक्ष एडवा
शराबबंदी की दिशा में ज्यादा काम नहीं हुआ
महिला सुरक्षा के मोर्चे पर मोदी सरकार का काम सराहनीय है। हालांकि, शराबबंदी की दिशा में ज्यादा काम नहीं हो पाया है। इसे भी लागू करना चाहिए। मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों सहित सभी सार्वजनिक जगहों पर खुलेआम शराब पीने वालों पर कड़ाई से लगाम लगे ताकि महिलाओं से छेडख़ानी सहित अन्य अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। इससे महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा के आंकड़ो में भी कमी आएगी।
आराधना सिंह,ज्वाइंट सेक्रेटरी उम्मीद संस्था
महंगाई बढ़ती ही गई
मोदी के कार्यकाल में महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं हो पाया है। हर चीज महंगी हो गई है।पेट्रोल से लेकर सब्जियों तक के दाम बढ़े हैं। रसोई गैस भी महंगी हो गई है। मोदी सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।
श्वेता भार्गव, गृहणी
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सरकार ने कमोबेश सभी क्षेत्रों में बेहतर काम किया है। सरकार की कई योजनाएं ऐसी हैं जिनका तुरंत असर तलाशना बेमतलब है। बिजली, स्वास्थ्य, सडक़ से लेकर विदेश नीति के मोर्चे पर सरकार ने बेहतर काम किया है।
पंकज तिवारी, इंजीनियर
तीन साल में बेरोजगारी बढ़ी है। दलितों और अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना बढ़़ी है। सामाजिक और आर्थिक प्रगति ठप है। नोटबंदी ने देश की कमर तोड़ दी। पूंजीपतियों की सरकार ने देश को 50 साल पीछे कर दिया।
आनंद पाण्डेय, शिक्षक
मोदी सरकार क्रीम-पाउडर वाली सरकार है। जो दूर से देखने में तो साफ सुथरी दिखती है मगर जमीन पर उतनी ही बदसूरत। बड़ी उम्मीदों के साथ मोदी सरकार बनी थी, लेकिन तीन साल बाद साफ दिख रहा है कि सत्ता का सिर्फ चेहरा बदला है,चरित्र नहीं।
राजेश श्रीवास्तव, प्रबंधक, हैप्पी चिल्ड्रेन स्कूल
मोदी सरकार मीडिया मैनेजमेंट वाली सरकार है। कागजों में तो रामराज्य दिखता है, लेकिन हकीकत ठीक उलटी है। बातों और जुमलों वाली सरकार का काम नहीं दिखता है। सरकार किसी भी मुद्दे पर खुद को सफल बताने में अक्षम है।
प्रो.दिव्या रानी सिंह, विभागाध्यक्ष, गृहविज्ञान, डीडीयू
मोदी सरकार ने जो सपने दिखाए थे वह तीन साल में भी हकीकत में नहीं बदल सके। नोटबंदी के बाद कितना कालाधन देश को मिला, सरकार को उसका आंकड़ा बताना चाहिए। तीन साल में किस आदर्श गांव की तस्वीर पूरी तरह बदल गई, इसे भी देश को बताना होगा।
प्रवीण सिंह रानू, दवा कारोबारी
गोरखपुर से पूर्णिमा श्रीवास्तव की रिपोर्ट
आम लोगों की प्रतिक्रिया:
कोरा कागज कोरा ही रह गया। मोदी सरकार को इतिहास लिखने का मौका मिला था, लेकिन वह फेल हो गयी। सारे चुनावी वादे जुमले ही साबित हुए। अब आगे क्या होता है,यह देखने वाली बात होगी।
सिमरन
तीन साल में देश बढऩे की जगह पीछे हुआ है। तरक्की सिर्फ मीडिया में दिखती है जबकि हकीकत में लोग नाराज हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सैनिक शहीद हो रहे हैं। ऐसे में भी कोई अगर सरकार के तीन सालों की सफलता का जश्न मनाना चाहता है तो वह उसी तरह है जैसे रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था।
संजीव बेदी
मोदी सरकार के कार्यकाल में देश का उदय हुआ है व भ्रष्टाचार कम हुआ है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर ध्यान दिया जा रहा है। सफाई पर भी सरकार का फोकस है। इतने दशकों से जो गन्दगी थी उसे दूर करने में समय लगेगा।
बॉबी वर्मा
तीन साल में सिर्फ हवाई बातें हुई हैं। हजारों करोड़ रुपये स्वच्छ भारत अभियान पर खर्च कर दिए गए मगर क्या अभी तक देश साफ हो पाया है? गंगा की सफाई पर काफी महंगा कार्यक्रम चलाया गया मगर क्या अभी तक गंगा की सफाई हुई है? आगरा की मूलभूत समस्या पानी और एअरपोर्ट तक के लिए कुछ नहीं किया गया।
गौरव अरोरा
तीन साल का सफर देश के लिए स्वॢणम सफर है। इस दौरान देश ने नए आयाम छुए हैं। विदेशों में देश का डंका बजा है। हालांकि बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर काम की गति धीमी है, लेकिन जल्द बदलाव दिखाई देगा।
डॉ. रमा रश्मि
मोदी सरकार का कोई काम नजर नहीं आया। देश के जवानों की मौत पर वे घडिय़ालू आंसू बहाते हैं। पाक के नापाक मंसूबे हर रोज दिखाई देते हैं। वह हर रोज हमारे जवानों को मार रहा है। हमारे देश की सेना पाक का उसी की भाषा में जबाव देने में सक्षम हैं। देश का बच्चा-बच्चा पाक को सबक सिखाने के पक्ष में है। ऐसे में मोदी और उनकी सरकार चुप क्यों है, इसका जवाब देना होगा।
एस.के.सत्येन, संयोजक आजमगढ़ विकास संघर्ष समिति
तीन साल में मोदी के विदेश दौरे ही नजर आए हैं। इन दौरों पर देश का कितना पैसा बर्बाद हुआ, उसका हिसाब सरकार को देना होगा। मोदी को यह भी बताना पड़ेगा कि उनके विदेश दौरों से देश को क्या लाभ हुआ। तीन साल मोदी केवल घूमते रहे और फिल्मी नायकों की तरह डिजाइनर ड्रेस पहनते रहे। इसके अलावा मोदी ने कुछ नहीं किया। उनका नाम सबसे नकारे प्रधानमंत्री के रूप में दर्ज होगा।
अनुराग सिंह,समाजसेवी
मोदी की वजह से विश्वपटल पर भारत मजबूत हुआ है। अमेरिका जैसे देश को हम अपनी ताकत का एहसास करा पाए हैं। सर्जिकल स्ट्राइक से देश की सेना का हौसला बुलन्द हुआ और देश के लोग गौरवान्वित हुए हैं। यूपी विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नोटबंदी जैसा साहसिक फैसला मोदी ही ले सकते हैं। नोटबंदी से आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगा और नकली नोट पूरी तरह से खत्म हो गया। कैशलेश व्यवस्था को बढ़ावा मिला है तथा सभी लोगों का पैसा बैंक में आ जाने से टैक्स वसूला जा सका है।
आशुतोष नारायण, विद्यालय संचालक
मोदी हर मोर्चे पर फेल रहे हैं। उनका कोई काम ऐसा नजर नहीं आ रहा जिसे उनकी सरकार की उपलब्धि कहा जा सके। अचानक नोटबंदी का तरीका पूरी तरह गलत था। उसका खामियाजा देश आज तक भुगत रहा है। इसके अलावा सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक लाभ के लिए जिस तरह प्रचार-प्रसार किया गया उसे कतई सही नहीं कहा जा सकता। इससे भविष्य में सेना को ऐसा कदम उठाने में दिक्कत आ सकती है।
अरुण कुमार मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष डीएवी पीजी कॉलेज
मोदी की राजनीति जाति-धर्म से परे हटकर विकास की राजनीति है। उनकी अगुवाई में देश तेजी से तरक्की कर रहा है। नोटबंदी से ब्लैकमनी बाहर आयी। तिजोरियों में बंद नोट बैंक में पहुंच गये और देश की तरक्की में लग गये। सर्जिकल स्ट्राइक से विश्व ने हमारी ताकत का लोहा माना है। इस समय देश को ऐसे ही नेता की जरूरत थी जो अपने मंत्रियों पर भी अंकुश लगाए। मोदी ने यह करके दिखा दिया। इसके अलावा गाडिय़ों की लालबत्ती उतरवाकर वीआईपी कल्चर का खात्मा किया।
संकेश शर्मा,छात्र
सरकार के कामकाज पर लोगों की प्रतिक्रिया...
मोदी सरकार जरूरी चीजों की कीमत कम करने में सफल नहीं हुई। सांप्रदायिकता पर नियंत्रण पाने में मोदी सरकार असफल रही है। नोटबंदी की वजह से भ्रष्टाचार में कमी नहीं आई है। बेरोजगारी दर में कोई कमी नहीं आई है। सत्ता के लिए गरीबी हटाओ के नारे जरूर लगाए गए पर मोदी सरकार अब तक गरीबों का भला नहीं कर पाई।
एस.पी.मिश्र, साहित्यकार व पत्रकार
तीन साल के कार्यकाल में मोदी सरकार के कई काम लोगों को पसंद आए। सरकार की दीनदयाल उपायाय ग्रामीण कौशल योजना ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए है। इसके तहत 18 से 35 साल के ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं। लाखों गरीब बेरोजगारों को इस योजना के तहत रोजगार मिला है।
महेन्द्र सिंह,वरिष्ठ बीजेपी नेता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत किलेबंदी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सरकार में आने के बाद अब तक उन्होंने 1000 से ज्यादा कानून रद्द कर दिये हैं। वे अपनी इस मुहिम में रोज आगे बढ़ रहे हैं। उनका मानना है कि कई गैरजरूरी कानून लोगों के लिए दिक्कत पैदा करते हैं।
के.के.श्रीवास्तव,वरिष्ठ अधिवक्ता
शायद ही इससे पहले किसी पीएम का स्वच्छता के प्रति इतना झुकाव देश ने देखा होगा। स्वच्छता को एक अभियान बनाना, खुद झाड़ू लेकर मैदान में उतरना और लाखों लोगों को इसके लिए प्रेरित करना आसान काम नहीं है, लेकिन मोदी ने यह काम बखूबी कर दिखाया। परिणाम कितना निकला इस बारे में ज्यादा नहीं कहा जा सकता, लेकिन देश में लोग इस बारे में प्राथमिकता से विचार करने लगे, यह इस अभियान की सफलता का द्योतक जरूर है।
डा.अशोक सिंह,सभासद एवं चिकित्सक
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को भारत ने अलग-थलग कर दिया है। मोदी सरकार की कूटनीति के कारण आज पाकिस्तान पर अमेरिका से लेकर कई देशों ने दबाव बनाया है कि वह आतंकवाद को प्रश्रय देना बंद करे। इस काम में मोदी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है।
कल्याण गोंडवी, कवि एवं साहित्यकार