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UP News: "एकात्म यात्रा" का उद्देश्य समाज को राष्ट्र धर्म के प्रति जाग्रत कर राम राज्य की स्थापना करना है
UP News: सत्येंद्र ने एकात्म संवाद के माध्यम से युवाओं से एक नवीन आध्यात्मिक राष्ट्र के जाग़रण की बात कही। उन्होंने बताया की पं दीन दयाल ने शिक्षा और शिक्षित होने पर सदैव जोर दिया।
UP News: एकात्म यात्रा का उद्देश्य समाज को राष्ट्र धर्म के प्रति जाग्रत करना हैं। जिससे राम राज्य की अवधारणा को संभव किया जा सके। यह बात आज इरम कॉलेज में चल रहे संगोष्ठी में एकात्म यात्रा के संयोजक सत्येंद्र ने कही। सत्येंद्र ने एकात्म संवाद के माध्यम से युवाओं से एक नवीन आध्यात्मिक राष्ट्र के जाग़रण की बात कही। उन्होंने बताया की पं दीन दयाल ने शिक्षा और शिक्षित होने पर सदैव जोर दिया। क्योंकि बिना शिक्षा गाँव को विकास कि मुख्य धारा से जोड़ना संभव नहीं हैं। समाज में व्यापक सुधार करने कि दिशा में एकात्म यात्रा एक माध्यम हैं। ताकि हम अपने भारतीय होने के गर्व महसूस कर सकें। सत्येंद्र ने बताया की हमारी संस्कृति को पूरे विश्व ने सराहा हैं। उसके बावजूद हम उसकी महत्ता नहीं समझ पाते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक तथा इरम ग्रुप के प्रबंधक फैज़ी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को धन्यवाद देकर इस यात्रा के उद्देश्य को समाज के सभी समुदाय के बीच में ले जाने की बात कहीं। उन्होंने ने कहा राम-राज्य का निर्माण सभी को साथ लेकर ही संभव हैं।
एकात्म यात्रा के संयोजक सत्येंद्र, डॉ विवेक तांगड़ी एवं सह संयोजक प्रबल चौहान ने बताया कि इस यात्रा को भारी जन समर्थन प्राप्त हुआ हैं। जिस कारण एक आदर्श समाज को स्थापित करने की दिशा मे यह यात्रा निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगी।
एकात्म यात्रा दिनांक 17 दिसंबर, से 25 दिसंबर 2022 तक चली।यात्रा ने कल लखनऊ में लेटे हुए हनुमान जी मंदिर में विश्राम किया। आज उस यात्रा के सन्देश के सार को जन जन तक पहुंचाने के लिए इरम डिग्री कॉलेज, इंदिरानगर में कालेज के प्रबंधक फैजी द्वारा एक संगोष्ठी रखी गयी। जिसकी अध्यक्षता एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वाविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके मिश्रा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधान परिषद के सदस्य इंजीनियर अवनीश सिंह मौजूद रहे।
इस चर्चा में यात्रा के सहयात्री एवं यात्रा के सह संयोजक प्रबल प्रताप सिँह, तरुण शुक्ला, अमित गिरी, शुभम एवं विभिन्न क्षेत्र के लगभग 150 से अधिक लोग उपस्थित रहे।
बता दें कि यह यात्रा प्रदेश के 31 जिलों को, 18 विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 27 से अधिक कार्यक्रम करके 9 दिनों में एकात्म संवाद करके एवं 3000 किमी का सफर कर के लखनऊ पहुंची हैं। यात्रा के विभिन्न पड़ाव स्थलों पर एकात्म संवाद, एकात्म चर्चा, ग्रामीण एकात्म संवाद, विचार गोष्ठी, चाय पर चर्चा और सामाजिक सांस्कृतिक संवाद के माध्यम से सन्देश प्रसारित किया गया ।