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Ballia Flood News: बाढ़ का कहर जारी, बेघर हुए सैकड़ों परिवार, फिर भी मदद को नहीं पहुंचा प्रशासन

Ballia Flood News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशनुसार सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इंतजाम किये जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक यहा कोई इंतजाम नहीं किया गया न ही कोई सर्वेक्षण करने आया।

Rajiv Prasad
Written By Rajiv PrasadPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 11 Aug 2021 11:23 AM IST
people forced to flee
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बलिया में बाढ़  pic(social media)

Ballia Flood News: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ तबाही मचा रहा है। वहीं यूपी के बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गोपालपुर के उदई छपरा में बाढ़़ ने इस कदर अपना पांव पसार लिया है कि लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गये हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशनुसार सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इंतजाम किये जा रहे हैं लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक यहा कोई इंतजाम नहीं किया गया न ही कोई सर्वेक्षण करने आया।

घुटने तक पानी से होकर जाते लोग pic(social media)

बता दें कि यूपी के बलिया में मंन्त्री भले ही बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों के लिए व्यवस्था मुक्कमल किए जाने का दवा कर रहे हों मगर इस बार नदी में आई बाढ़ ने अब गांवों में लोगों के घरों में घुस कर तबाही मचाना शुरू कर दिया है। बैरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गोपालपुर के उदई छपरा गांव में बाढ़ की तबाही की तस्वीरें यहाँ के लोगों के दर्द को समझने के लिए काफी है। बाढ़ पीड़ितों के पास अभी तक उनकी पीड़ा जानने के लिए न तो प्रशासन का ना तो कोई अधिकारी पहुँचा है और ना ही कोई सरकार का मंन्त्री ही पहुँचा है। यहां तक कि ग्राम प्राधान ने भी इनकी सुधि लेने इनके पास नहीं पहुँचा है।

तस्वीरें बयां कर रही हैं दर्द

बाढ़ की पीड़ा झेल रहे लोगों की तस्वीरें यूपी के बलिया के बैरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गोपालपुर के उदई छपरा की है। जहां इस बार गंगा नदी में आई उफान की वजह से लोग किस कदर परेशान है यह बताने के लिए इन बाढ़ पीड़ितों के ग्राउंड जीरो की तस्वीरें ही काफी हैं। यहाँ के लोग बाढ़ से पीड़ित तो है ही नदी के कटान से भी पीड़ित है। अब इनके पास खुद की व्यवस्था के सहारे घर छोड़ कर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। इसलिए ये लोग पलायन करने को मजबूर हैं। बाढ़ पीड़ित सुनीता देवी की माने तो बिजली काट दी गयी है। पानी नेे चारों तरफ से घेर लिया है, मिट्टी का तेल तक नही है। हमलोगों को रात अंधेरे में ही गुजरना पड़ता है। जहरीले साँप भी आ गए हैं और डर लगता है अब यहाँ रहने में।

सुरक्षित स्थान पर जाते ग्रामीण pic(social media)

घर चारों तरफ से पानी से घिर गया

बैरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गोपालपुर के उदई छपरा गांव में बाढ़ से चारों तरफ घिर जाने या उनके घरों में पानी घुस जाने के अलावा कटान से प्रभावित आशुतोष उपाध्याय की माने तो हमारे घर से केवल 20 मीटर दूरी पर ही कटान रह गया है और घर चारों तरफ से पानी से घिर गया है किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। खुद ही पेड़ की डाली डालकर मिट्टी डालकर बचाने का प्रयास किया। लेकिन अब मुश्किल लग रहा है तो घर छोड़ कर सामान लेकर जा रहे हैं। कोई अधिकारी तक नहीं आया। सड़क के बंधे पर आते हैं लोग और फोटो खिंचवा कर चले जाते है।

पलायन को मजबूर लोग

अपने जरूरी सामानों को अपने घर से खुद की व्यवस्था के सहारे सुरक्षित स्थान की तलाश में ले जाते इन लोगों के सामने अब कोई अन्य विकल्प नही है। क्योकि बाढ़ से हो रही कटान और प्रशासन की लापरवाही इन्हें अपना घर खाली करने के लिए मजबूर कर दिया है। संजय कुमार यादव बाढ़ पीड़ित ग्राम उदईछपरा की माने तो हम लोग बंदे पर हैं। घर में से अपना सामान निकाल रहे हैं। डीएम साहब बोले कि मिट्टी तेल का इंतजाम हो जाएगा लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है। हम लोग सामान लेकर जा रहे हैं कहीं ना कहीं व्यवस्था करेंगे ही जब कोई सुनने वाला ही नहीं है तो किसी से शिकायत करके क्या करेंगे?

यूपी के बलिया में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह समेत बलिया जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ से लेकर एसडीआरएफ पीएसी तक को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाने का दावा कर रहे हैं। यही नहीं जिले के आला अधिकारी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ितों लिए उनके विस्थापित होने की व्यवस्था समेत सभी मुकम्मल इंतजाम का दावा कर रहे हैं।

मगर बैरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गोपालपुर के उदय छपरा गांव के पीड़ितों की सामने आई तस्वीरें इस बात की गवाही दे रही हैं कि शासन या प्रशासन इस आपदा काल में किस कदर पीड़ितों को मदद पहुंचा रहा है। उदय छपरा गांव के ही सविता की माने तो हमें कमर भर पानी में घुसकर अपने जानवरों का चारा भूसा लेकर आना पड़ रहा है। दिक्कत तो है ही अब क्या किया जाए एक घर तक नहीं है कि हम अपना सामान ऊपर रख सकें ?

Pallavi Srivastava

Pallavi Srivastava

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