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Chandauli : पं. दीन दयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती पर स्मृति उपवन में अर्पित किया गया श्रद्धासुमन
Chandauli : पं दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
Chandauli : चंदौली जनपद के पड़ाव स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन एवं संग्रहालय पर शनिवार को एकात्म मानववाद के प्रणेता पं दीनदयाल उपाध्याय की 105 वीं जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें भाजपा के प्रदेश के सहप्रभारी व प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि सुनील ओझा,सूबे के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर,सूबे के राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल,विधायकगणों के अलावा वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए।
समाज में बराबरी का दर्जा
संगोष्ठी में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कमल संदेश पत्रिका के संपादक शिव शक्ति बक्सी ने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय के विचार आज भी युवा पीढ़ी के लिए प्रासंगिक है। उनका मूल मंत्र मंत्र था समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊपर उठाना। जिसके लिए वे दिन रात लगे रहते थे।
वहीं भाजपा के प्रदेश के सहप्रभारी व प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि सुनील ओझा ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने साम्यवाद व पूंजीवाद के बीच का मार्ग अपनाते हुए एकात्मवाद के नये सिध्दांत का प्रतिपादन किया। जिसका मूल मंत्र मंत्र है समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ऊपर उठाना।
हमारी पार्टी इसी विचारधारा पर आगे बढ़ते हुए अपना कार्य कर रही है और हमारी सरकार भी इसी को अपनाते हुए किसानों, मजदूरों ,दलितों और पिछड़ों को केंद्र में रखकर अनेक योजनाओं को चला रही है।जिससे सभी को समाज में बराबरी का दर्जा प्राप्त हो।
दीनदयाल के आदर्श और सादगी और सादगी सादगी युवा पीढ़ी के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए अनुकरणीय है। इसके साथ ही उनकी दार्शनिक, चिंतक व लेखक के रूप में भी एक अलग पहचान है।
उन्होंने अनेकों पुस्तकों का लेखन किया किया और इसके द्वारा अपने विचारों को जनमानस तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया। इस दौरान 105 कार्यकर्ताओं द्वारा 105 पौधों का रोपण किया गया।कार्यक्रम में आये लोगों को सूबे के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर,सूबे के राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में वाराणसी और चंदौली जनपद के विधायक, क्षेत्रीय पदाधिकारी व जिला पदाधिकारियों ने शिरकत की। विदित हो कि 11 फरवरी 1968 ई में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का पार्थिव शरीर तत्कालीन मुगलसराय के यार्ड में मिला था।
इसी को यादगार बनाने के लिए बीते 16 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 63 फीट ऊंची आदमकद प्रतिमा के साथ ही संग्रहालय व स्मृति उपवन को लोकार्पित किया था।