Sibgatullah Ansari Wiki: जानिए कौन है सपा में शामिल होने वाले सिबगतुल्लाह अंसारी, क्या है इनका मुख्तार से रिश्ता

Sibgatullah Ansari Wiki: हाल ही समाजवादी पार्टी में सिबगतुल्लाह अंसारी की एंट्री हुई है। क्या आप जानते है कि सिबगतुल्लाह अंसारी कौन है?

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Report KrantiveerPublished By Chitra Singh
Published on: 28 Aug 2021 8:51 AM GMT (Updated on: 28 Aug 2021 8:54 AM GMT)
Sibgatullah Ansari-Mukhtar Ansari
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सिबगतुल्लाह अंसारी-मुख्तार अंसारी- अखिलेश यादव (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Sibgatullah Ansari Wiki: गाजीपुर का अंसारी परिवार (Ansari Family) देश-प्रदेश की राजनीति में हमेशा से योगदान करता रहा है फिर चाहे आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद देश और प्रदेश की सियासत। लगभग चार दशकों से गाजीपुर और पूर्वांचल की राजनीति से राजधानी तक अंसारी परिवार की एक अलग पहचान है।

कौन है सिबाकतुल्लाह अंसारी (Sibgatullah Ansari Kaun Hai)

सियासी जगत में चाहे कितना भी तूफान आये, लेकिन राजनीति के माहिर सिबगतुल्लाह अंसारी (Sibgatullah Ansari) ने अंसारी परिवार की राजनीतिक विरासत को बखुबी संभाला है और विकट परिस्थितियो में भी अपनी पहचान कायम रखने में सफलता प्राप्‍त की है। इन्हें राजनीति का बाजीगर भी कहा जाता है। इनका जन्म गाजीपुर में हुआ था और इन्होंने गाजीपुर में अपनी शिक्षा ग्रहण की थी।

सिबाकतुल्लाह अंसारी का राजनीतिक जीवन (Sibgatullah Ansari Ka Rajnitik Jivan)

पेशे से टीचर सिबगतुल्लाह दो बार विधान सभा चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2007 में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से की थी और 20017 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल (Quami Ekta Dal) से गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा (Mohammadabad Vidhansabha) से जीत हासिल की। इसके बाद 2017 में बसपा (BSP) से मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा।

सिबाकतुल्लाह अंसारी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

सिबाकतुल्लाह का मुख्तार अंसारी से क्या रिश्ता है? (Sibakatullah Relationship with Mukhtar Ansari)

मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) काफी समय से बांदा जेल में बंद हैं। ऐसे में अंसारी परिवार से पूर्वी यूपी की राजनीति में रुतबे को बरकरार रखने का जिम्मे उनके भाई सिबकतुल्लाह के सिर है। पंचायत चुनाव के दौरान ही अंसारी बंधुओं के हाथी से उतर कर साइकिल पर सवार होने की रणनीति तैयार की गई। कई दौर की बातचीत भी हो गई और इसी का नतीजा है कि वो दोबरा अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये है।

अंसारी परिवार का रूतबा (Ansari Family)

सिबगतुल्लाह अंसारी के दादा आजादी से पहले इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। नाना महावीर चक्र विजेता तो चाचा देश के उप-राष्ट्रपति रहे है। मऊ में अंसारी परिवार की इस इज़्ज़त की एक वजह और है और वो है- इस खानदान का गौरवशाली इतिहास। खानदानी रसूख की जो तारीख इस घराने की है वैसी शायद ही पूर्वांचल के किसी खानदान की हो।

सिबगतुल्लाह के दादा डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान 1926-27 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और वे गांधी जी के बेहद करीबी माने जाते थे। उनकी याद में दिल्ली की एक रोड का नाम उनके नाम पर है। भाजपा को टक्कर देने के लिए सपा विधानसभा चुनाव के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

वर्तमान में सपा ने मुख्तार अंसारी और सांसद अफजाल अंसारी को पार्टी की सदस्यता दिलाने से परहेज किया है। लेकिन एक बीच का रास्ता निकालते हुए उनके बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी समाजवादी पार्टी शामिल हो गए है। उनके साथ बसपा सहित विभिन्न दलों के करीब दो दर्जन वरिष्ठ नेता भी सपा में शामिल हो गए है। पूर्वांचल की करीब 10 सीटों पर अंसारी बंधुओं का प्रभाव बताया जाता है।

Chitra Singh

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