TRENDING TAGS :
Gorakhpur News: जिले के 300 एएनएम संभाल रहीं कोविड टीकाकरण का भार, अब तक 12.50 लाख लोगो को दे चुकी हैं वैक्सीन
जिले के 300 एएनएम ने अभी तक 12.50 लाख लोगों को कोरोना का टीका दे चुके हैं। एक एएनएम रोजाना 200 से 250 लोगों को वैक्सीन लगाते हैं
Gorakhpur News: कोविड टीकाकरण में अंग्रिम पंक्ति की कार्यकर्ता एएनएम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक जिले की 300 एएनएम ने अब तक 12.50 लाख से अधिक टीके लगाए हैं। सामान्य टीकाकरण की तुलना में कोविड टीकाकरण के दौरान एएनएम तीन गुना अधिक योगदान दे रही हैं। उमस और गर्मी भी उनको कर्तव्य मार्ग से नहीं डिगा पा रही है। वह लोगों से अच्छे बर्ताव, कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन और क्षेत्र में भेदभाव न करने की अपेक्षा रखती हैं।
जिले में इस साल 16 जनवरी से शुरू हुए कोविड टीकाकरण अभियान के तहत साढ़े दस लाख से अधिक लोगों को कोविड टीके की पहली डोज और दो लाख से अधिक लोगों को टीके की दूसरी डोज लगायी जा चुकी है। इस अभियान में अब तक करीब 300 एएनएम की मदद ली गयी है। जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी पर बने कोविड टीकाकरण बूथ पर रोजाना 500-600 लोगों को टीका लगाया जा रहा है। प्रत्येक बूथ पर दो एएनएम टीका लगाती हैं। सामान्य परिस्थितियों में एक एएनएम को अधिकतम 100 टीके लगाने पड़ते हैं, जबकि इस समय उन्हें 200 और कभी-कभी तो 250 टीके लगाने पड़ते हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.नीरज कुमार पांडेय का कहना है कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में एएनएम की भूमिका सराहनीय है। वह कठिन परिश्रम के साथ लोगों को सेवाएं दे रही हैं। जनता का भी यह कर्तव्य है कि वह इनके साथ अच्छा व्यवहार करें। टीकाकरण के दौरान फोटो खींचने का दबाव न बनाएं और अपनी बारी आने पर ही टीका लगवाएं। टीकाकरण केंद्र पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें ।
सेल्फी को लेकर परेशान कर रहे लोग
भटहट सीएचसी पर तैनात एएनएम प्रियंका ने बताया कि बड़ी तादाद में टीकाकरण करने के बाद हाथों और अंगुलियों में दर्द होने लगता है। भीड़ का इतना दबाव रहता है कि टीकाकरण के दौरान ब्रेक लेने का भी मौका नहीं मिलता। बहुत से लाभार्थी फोटो खींचने का दबाव बनाते हैं और टिप्पणियां भी करते हैं। भीषण गर्मी और उमस के बीच भीड़भाड़ से पंखों का कोई फायदा नहीं होता। इसके बावजूद हमारा प्रयास रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सेवा दी जाए। लोगों से अपेक्षा है कि वह केंद्र पर कोविड नियमों का पालन अवश्य करें।
इसके साथ ही क्षेत्र में नियमित टीकाकरण के लिए जाने वाली एएनएम के साथ भेदभाव का बर्ताव न करें। जिला अस्पताल के टीकाकरण बूथ की एएनएम वर्तिका ने बताया कि रोजाना करीब 500 लोगों का टीकाकरण करना पड़ता है। लोगों को समय से सेवा देने के लिए वह सुबह सात बजे ही घर से निकलती हैं। परिवार की सुरक्षा के लिए मॉस्क और हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखती हैं । घर जाने पर नहाने के बाद ही परिवार के लोगों के बीच जाती हैं। कठिन श्रम के बदौलत वर्तिका विभाग के लिए मिसाल बन चुकी हैं ।