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Gorakhpur News :गोरखपुर में कूड़े का सीसीटीवी कैमरा कनेक्शन, वजह कर देगी हैरान

Gorakhpur News : नगर निगम (Municipal Corporation) गोरखपुर कूड़ा निस्तारण के नाम पर हर साल 30 करोड़ से अधिक खर्च करता है।

Purnima Srivastava
Report Purnima SrivastavaPublished By Shraddha
Published on: 11 July 2021 10:36 AM IST (Updated on: 11 July 2021 11:30 AM IST)
गोरखपुर में कूड़े का सीसीटीवी कैमरा कनेक्शन
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गोरखपुर में कूड़े का सीसीटीवी कैमरा कनेक्शन

Gorakhpur News : नगर निगम (Municipal Corporation) गोरखपुर कूड़ा निस्तारण (Gorakhpur Garbage Disposal) के नाम पर हर साल 30 करोड़ से अधिक खर्च करता है। लेकिन कूड़ा निस्तारण अभी भी बवाल की वजह बना हुआ है। मोहल्लों में कूड़ा फेंकने को लेकर हुए विवाद में कईयों ने सीसीटीवी (CCTV) लगवाया है। जनप्रिय विहार में कूड़े को लेकर एक व्यक्ति का पड़ोसी से रोज विवाद होता था। विवाद को देखते हुए व्यक्ति ने सीसीटीवी लगवाया। दूसरे ही दिन जिसपर कूड़ा फेंकने का संदेह था, वह सीसी कैमरे में कैद हो गया। इसका वीडियो वायरल हुआ तो खूब हंगामा हुआ।

इसी तरह सरस्वती पुरम निवासी अनुपन मिश्रा ने घर के सामने फेंके जाने वाले कूड़े को लेकर सीसी टीवी लगवाया। एक दो बार वीडियो दिखाने पर पड़ोसियों ने कूड़ा फेंकना छोड़ा। बिछिया जंगल तुलसी राम में ओंकार स्कूल के सामने कूड़ा फेंकने की समस्या का निदान नहीं हुआ तो प्रबंधन ने सीसी कैमरा लगवाया। सीसी कैमरे का काम करने वाले स्वप्निल श्रीवास्तव कहते हैं कि घरों की निगरानी के लिए तो कैमरे लग ही रहे हैं, तमाम लोगों ने खाली प्लाट की निगरानी के लिए कैमरा लगवाया है। प्रसिद्ध होम्योपैथ चिकित्सक डॉ.रूप कुमार बनर्जी ने तारामंडल स्थित आवास के बगल में खाली प्लाट में कूड़ा गिराये जाने से परेशान होकर सीसी कैमरा लगवाया। लेकिन 50 फीसदी ही कमी आई।

600 मिट्रिक टन कूड़ा निकलता है रोज

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर बेपरवाही से पिछले डेढ़ दशक से कूड़ा निस्तारण शहर के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। कूड़े के चलते पड़ोसियों में विवाद हो रहा है तो वहीं विरोध करने पर ग्रामीणों को मुकदमा झेलना पड़ रहा है। एकला बंधे पर नगर निगम कूड़ा गिराता है। लेकिन ग्रामीण पिछले छह दिनों से कूड़ा गिराने का विरोध कर रहे हैं। नतीजतन निगम लाल डिग्गी और खाली प्लाटों में कूड़े का निस्तारण कर रहा है। नगर निगम में 300 छोटी-बड़ी गाड़ियां कूड़े के निस्तारण को लगी हैं। 2700 से अधिक सफाई कर्मचारी कूड़ा निस्तारण पर लगे हुए हैं। 12 करोड़ रुपये सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की जमीन खरीदने पर खर्च होने हैं। लेकिन अभी खरीद की प्रक्रिया अधूरी है। गोरखपुर शहर में रोज करीब 600 मिट्रिक टन कूड़ा निकलता है।

12 करोड़ में कूड़े के लिए जमीन

नगर निगम ने फिलहाल सहजनवा के पास सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए 25 एकड़ जमीन खरीदी है। इनमें से 20 एकड़ की रजिस्ट्री हो गई है। लेकिन इसपर सीएंडडीएस कब काम शुरू करेगा भविष्य के गर्भ में है। इसके पहले करोड़ों के लागत से महेसरा में खरीदी गई जमीन बेकार हो चुकी है। वहीं भटहट में देखी गई जमीन पर प्रदूषण बोर्ड ने रोक लगा दी है। उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा का कहना है कि 'कूड़ा निस्तारण के साथ उसपर केमिकल आदि भी डाला जा रहा है। कम्पैक्टर मशीनों से कूड़ा निस्तारण आसान हुआ है। एकला बंधे पर ग्रामीणों से वार्ता हो रही है, जल्द निदान निकाल लिया जाएगा।'


उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला क कहना है कि कूड़ा निस्तारण को लेकर सहजनवा में जमीन खरीद ली गई है। 80 फीसदी जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई है। दो से तीन महीने में वहां कूड़ा निस्तारण का काम शुरू हो जाएगा। एकला बंधे में कूड़ा निस्तारण के साथ उसे बराबर किया जा रहा है। कूड़े को ठोस बदलने वाली कम्पैक्टर मशीनों के काम करने से काफी राहत मिली है।



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