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Gorakhpur News: शहर में भारी बारिश से बिगड़े हालात, लोगों के घरों में घुसा पानी
Gorakhpur News: गोरखपुर शहर में 40 हजार से अधिक आबादी पिछले चार दिनों जलभराव से जूझ रही है
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में 40 हजार से अधिक आबादी पिछले चार दिनों जलभराव से जूझ रही है। 500 से अधिक परिवार ऐसे हैं, जिनके घरों में चार दिन से पानी लगा हुआ है। बुजुर्ग लोगों का बुरा हाल है। गोरखनाथ मंदिर से सटे पुराना गोरखपुर वार्ड के मोहल्लों में गंदगी से बकरीद का त्योहार बर्बाद हो गया है। असुरन-मेडिकल रोड पर पीडब्ल्यूडी के अधूरे नाले से पानी निकासी नहीं होने से परिवार छत के स्टोर में जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं।
बशारतपुर वार्ड के ओमनगर निवासी सुनील कुमार गुड्डू का परिवार मुश्किल में हैं। आठ सदस्यों वाला परिवार छत पर बने एक स्टोर रूम में रहने को विवश है। बुजुर्ग कमलेश प्रसाद और उनकी पत्नी उर्मिला देवी का कहना है कि ऐसी दुर्दशा पहले कभी नहीं झेली। पानी का स्तर कम नहीं हो रहा है। बिस्तर, टीवी और किचेन का कई सामान बारिश के पानी में खराब हो गया है। गुड्डू का कहना है कि घर में खाना भी नहीं बन रहा है। पड़ोसियों के घर से किसी तरह खाना मंगा रहे हैं।
टॉयलेट में पानी होने से सर्वाधिक दिक्कत है। असुरन-मेडिकल रोड के मोहल्लों के साथ ही शहर के दर्जन भर से अधिक मोहल्ले अभी भी जलभराव से जूझ रहे हैं। कृष्णानगर प्राइवेट कालोनी की सड़कों पर घुटने तक पानी लगा हुआ है। इसी तरह तारामंडल क्षेत्र में व्यू प्वाइंट से चिड़ियाघर की तरफ जाने वाले रास्ते और आसपास की कालोनियों की सड़कों पर घुटने तक पानी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शिवपुर शहबाजगंज में सेना भवन के पीछे घुटने तक पानी लगा हुआ है। इसी तरह अकोलवा, तुलसीपुरम, काशीपुरम में भी पानी लगने से लोगों को दिक्कत है। गोरखनाथ रोड पर चक्सा हुसैन में भी लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं।
असुरन-मेडिकल रोड ताल-तलैया में तब्दील
कमिश्नर से लेकर नगर आयुक्त तक भले ही असुरन-मेडिकल कॉलेज के दोनों तरफ के कालोनियों में जलभराव को लेकर फिक्रमंद हों लेकिन यहां के 10 हजार से अधिक आबादी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। भेड़ियागढ़ के विष्णुपुरम और अभी भी 200 से अधिक घरों में पानी घुसा हुआ है। मंगलवार को देर शाम शुरू हुई बारिश से यहां के नागरिकों की नींद उड़ गई है। उधर, संयुक्त टीम के निरीक्षण के बाद मेडिकल रोड पर राहत का कोई काम नहीं होने से नागरिकों में आक्रोश है।
अशोक नगर में घर में भरा पानी
अशोक नगर में वशिष्ठ बघेल के घर में तीन दिन से पानी लगा हुआ है। घर में बेड के ऊपर कूलर रखना पड़ा है। वहीं कीमती सामान को भी सुरक्षित रखने के लिए मेहनत करनी पड़ी है। उनका कहना है कि तीन दिनों में पानी का स्तर एक इंच भी कम नहीं हुआ है। समझ से परे हैं कि नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्वारा क्या प्रयास किया जा रहा है।
बशारतपुर में मोती पोखरा की सड़को पर लगा पानी
वहीं बशारतपुर में मोती पोखरा के पास सड़कों पर पानी लगा हुआ है। विष्णुपुरम मोहल्ले में रहने वाले गोरखनाथ सिंह के आवास में भी तीन दिन से पानी घुसा हुआ है। उनका कहना है कि तीन दिनों में पानी का स्तर कम नहीं हुआ है। लगातार हो रही बारिश से राहत की उम्मीद नहीं दिख रही है। परिवार के साथ घर छोड़कर कहीं जाना भी मुमकिन नहीं है।
नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की लापरवाही को लेकर लोगों में आक्रोश
असुरन-मेडिकल रोड के वार्डों के पार्षदों में नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की लापरवाही को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। भेड़ियागढ़ पार्षद अजय यादव का कहना है कि पिछले दो वर्ष से नगर निगम, जीडीए, पीडब्ल्यूडी और जलनिगम की टीमें निरीक्षण कर कागजी योजनाएं बना रही हैं।
पार्षद ने कहा सीएम ऐसी लापरवाही के लिए अधिकारियों को संस्पेंड करें
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के शहर में ऐसी लापरवाही पर अधिकारियों को संस्पेंड किया जाना चाहिए। अफसर मुख्यमंत्री को झूठी रिपोर्ट दे रहे हैं। यहां जिंदगी नारकीय हो गई है। कोरोना से लड़ने के समय जलभराव से जूझना भारी पड़ रहा है। बशारतपुर पार्षद राजेश तिवारी का कहना है कि भेड़ियागढ़ और बशारतपुर वार्ड में सर्वाधिक दिक्कत है। अधिकारी समस्या सिर पर आने के बाद निदान की बात करते हैं, बाकी समय हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं। इसी का नतीजा है यह जलभराव।