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Gorakhpur Hatyakand: कानपुर व्यापारी हत्याकांड की SIT ने शुरू की जांच, CM खुद जांच की कर रहे हैं मॉनिटरिंग
Gorakhpur Hatyakand: कानपुर की एसआईटी टीम ने गोरखपुर जाकर अपनी जांच शुरू कर दी है। मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने आई कानपुर पुलिस की एसआईटी को होटल के कमरे में खून के निशान मिले हैं।
Gorakhpur Hatyakand: अभी गोरखपुर में हुई व्यापारी मनीष हत्याकांड (Manish Gupta Death Case) की जांच को सीबीआई (CBI) ने अपने हैंडओवर तो नहीं लिया है। सीबीआई इस केस को कब अपने हाथ में लेगी। अभी इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि भी नहीं हो पा रही है, लेकिन कानपुर की एसआईटी टीम (Kanpur SIT Team) ने गोरखपुर (Gorakhpur) जाकर अपनी जांच शुरू कर दी है। इस एसआईटी का गठन कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Police Commissioner Asim Arun) ने किया है।
कमरे से खून के धब्बों के निशान
मनीष गुप्ता हत्याकांड (Manish Gupta Hatyakand) की जांच करने आई कानपुर पुलिस (Kanpur Police) की एसआईटी को होटल के कमरे में खून के निशान मिले हैं। एसआईटी टीम के साथ आयी फोरेंसिक टीम (Forensic Team) ने बेंजीडीन टेस्ट (Benzidine Test) के जरिये ये निशान तलाशे हैं। हालांकि कमरे को साफ कर खून के धब्बे हटाए गए थे। एसआईटी टीम जांच के लिए शनिवार को गोरखपुर पहुंच गयी थी।
पहले दिन ही टीम ने सात घंटे होटल में बिताए। उन्होंने पूरे होटल और मनीष के कमरे का बारीकी से निरीक्षण किया। एसआईटी के साथ फोरेंसिक टीम प्रभारी भी हैं। कमरे में फोरेंसिक जांच कराने के अलावा वहां के कर्मचारियों से पूछताछ की गई।
एसआईटी ने स्थानीय पुलिस से भी ली जानकारी
गोरखपुर पहुंची एसआईटी टीम ने स्थानीय पुलिस की विवेचना करने वाली टीम से अब तक जुटाए गए साक्ष्यों के बारे में जानकारी ली। साथ ही अन्य लोगों के भी बयान भी दर्ज किए हैं। एसआईटी टीम ने स्थानीय पुलिस की जांच टीम से मुलाकात कर चार दिनों में हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी हासिल की। एफआईआर की कॉपी ली। अब तक काटे गए पर्चों के बारे में पता किया। शाम चार बजे टीम होटल पहुंची थी। होटल के कमरा नंबर 512 में एक-एक वस्तु का बारीकी से निरीक्षण किया गया, फोरेंसिक टीम प्रभारी ने कमरे में बेंजीडीन टेस्ट किया, जिसमें साफ की गई जगह पर खून के निशान मिल गए हैं।
होटल कर्मियों से भी की गई पूछताछ
एसआईटी टीम ने घटना के समय होटल में जो कर्मचारी मौजूद थे, उनसे पूछताछ के अलावा टीम ने सभी कर्मचारियों की लिस्ट भी अपने कब्जे ने ली है। उस दिन कमरे के आसपास के कमरों में रुके यात्रियों की भी लिस्ट अपनी सुपुर्दगी में ली है। अब एसआईटी की टीम उस रात जो यात्री होटल के अन्य कमरों में रुके थे, उनसे भी बात कर उस रात की घटना के बारे में जानकारी लेगी।
एसआईटी ने उस रात की पूरी घटना का किया रिक्रिएशन
एसआईटी टीम ने उस रात हुई घटना का कमरे में रिक्रिएशन किया। उन्होंने तीन पुलिसकर्मियों को मनीष और उनका दोस्त बनाया। तीन चार पुलिसकर्मियों से वैसे ही चेकिंग और बातचीत कराई। यह रिक्रिएशन गोरखपुर पुलिस ने जो नक्शा नजरी और घटना का विवरण तैयार किया था, उसके अनुसार कराया गया।
आरोपी पुलिसकर्मियों से भी होगी पूछताछ
एसआईटी टीम आरोपित पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज करेगी। इस मामले में मनीष की पत्नी मीनाक्षी समेत अन्य परिजनों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। साथ ही उस कॉल रिकार्डिंग को भी शामिल किया जाएगा, जिसमें मनीष ने आखिरी वक्त अपने भांजे को फोन पर बात बिगड़ने और थाने ले जाने की बात बताई थी।
सीएम सीधे कर रहे हैं पूरे केस की मॉनिटरिंग
सीएम योगी के निर्देश पर इस एसआईटी का गठन किया गया है। इसके प्रभारी एडिशनल सीपी क्राइम व हेडक्वार्टर्स आनंद प्रकाश तिवारी को बनाया गया है। सदस्य डीसीपी साउथ रवीना त्यागी और विवेचक एडीसीपी ब्रजेश श्रीवास्तव हैं। टीम ने शनिवार से अपनी जांच शुरू कर दी है। हालांकि पहले दिन इसमें डीसीपी शामिल नहीं हो सकीं। क्योंकि वह लखनऊ में एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने गई थीं। जल्द वह भी गोरखपुर रवाना होंगी।
कानपुर पुलिस से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया है कि एसआईटी टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी है। कई तथ्यों की जानकारी ले ली गई है। कुछ सबूतों को अभी और एकत्रित किया जाना है।इसके प्रयास जारी है। सूत्र ने बताया कि निष्पक्ष जांच की जाएगी। किसी भी व्यक्ति का दबाव नहीं माना जाएगा। शासन ने जो निर्देश दिए हैं, उसी के अनुरूप जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।सूत्र ने बताया है कि इस केस में चल रही एसआईटी जांच की खुद सीएम मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
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