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Gorakhpur News: बोले सीएम योगी - बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वावलंबन को लेकर केंद्र व राज्य सरकार चैतन्य
Gorakhpur News: शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि पर गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन के बाद सीएम योगी मीडियाकर्मियों से बातचीत की।
Gorakhpur News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Gorakhpur me cm yogi) ने कहा है कि नवरात्रि (cm yogi navratri) के पावन पर्व पर मातृ शक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान के भाव को व्यावहारिक जीवन में भी उतारने की आवश्यकता है। हम सभी बहन, बेटियों के प्रति पवित्रता और देवी स्वरूपा का यह भाव रखें तो समाज में उनके खिलाफ यदा-कदा होने वाली घटनाओं पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। मातृ शक्ति हर एक क्षेत्र में नेतृत्व दे सकती है, समाज का मार्गदर्शन कर सकती है।
शारदीय नवरात्रि (cm yogi sharadiya navratri) की नवमी तिथि पर गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple me cm yogi) में कन्या पूजन (cm yogi Kanya Pujan) के बाद सीएम योगी मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चराचर जगत की हर शक्ति का आधार आदि शक्ति (मातृ शक्ति) है। इसी भावना के साथ नवरात्रि के नौ दिन के अनुष्ठान के पूर्ण होने पर आज कन्या पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है।
नवरात्रि की सनातन परंपरा में हर भारतीय मातृ शक्ति के प्रति अपने भाव को प्रदर्शित करता है। मातृ शक्ति सबला है। सीएम (cm yogi ka bayan) ने कहा कि महिलाओं, बहन, बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वावलंबन के अभियान को मिलकर आगे बढ़ाना होगा। केंद्र व राज्य सरकार इस दिशा में चैतन्य हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का जो अभियान प्रारम्भ किया है, उससे बेटियों का बचाव भी होगा और शिक्षा का मार्ग भी प्रशस्त होगा। एक बेटी जब बचेगी और पढ़ेगी तो वह समाज में सम्मान और स्वावलंबन के मार्ग का अनुसरण स्वयं कर लेगी। मातृ वंदना और महिला सुरक्षा के कार्यक्रम भी इसी अभियान को नई दिशा दे रहे हैं।
सीएम योगी (cm yogi ka bayan) ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रदेश सरकार ने भी कई कार्यक्रम चलाए हैं। इन्हीं में से एक कन्या सुमंगला योजना से प्रदेश में 10 लाख से अधिक बालिकाएं आच्छादित हो चुकी हैं। इस योजना में बालिका के जन्म से लेकर उसकी स्नातक तक की पढ़ाई के लिए 15 हजार रुपये का पैकेज चरणवार दिया जाता है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत करीब पौने दो लाख उन कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया है, जिनके अभिभावकों की स्थिति विवाह का खर्च उठाने की नहीं है। मिशन शक्ति का भाव भी बहन, बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का है। यह मिशन समाज के हर व्यक्ति को इस अभियान से जोड़ने और उन्हें प्रेरित करने का है।