TRENDING TAGS :
Gorakhpur News: चीन के पॉवर संकट से सरिया और बर्तन कारोबार को झटका, इतनी बढ़ी कीमतें
चीन में पॉवर संकट का असर सरिया और स्टेनलेश स्टील के बर्तनों की कीमतों पर दिखने लगा है। स्टील की कीमत में सप्ताह भर में 20 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। स्टील की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से धनतेरस के कारोबार पर भी असर पड़ना तय है।
Gorakhpur: चीन में पॉवर संकट का असर सरिया और स्टेनलेश स्टील के बर्तनों की कीमतों पर दिखने लगा है। सप्ताह भर में सरिया की कीमतों में छह रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। स्टील की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से धनतेरस के कारोबार पर भी असर पड़ना तय है। सरिया की बढ़ी कीमतों से इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम की रफ्तार भी सुस्त हो गई है। कारोबारियों का कहना है कि सरिया और बर्तन की फैक्ट्रियों में बिजली कच्चा माल की तरह है। ऐसे में कीमतों पर सीधा असर दिख रहस है।
स्टील की कीमत में सप्ताह भर में 20 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। 250 से 260 रुपये में बिकने वाला स्टील चंद दिनों में 300 रुपये के पार पहुंच चुका है। धनतेरस को लेकर बर्तन की खरीद प्रभावित दिख रही है। दुकानदार व कारोबारी खरीदारी को लेकर चिंता में हैं। 2 महीने में पीतल की कीमतें भी दोगुने तक पहुंच गई हैं। पीतल 850 से 900 रुपये तक पहुंच गया है।
सात दिन पहले तक 55 हजार रुपये कुंतल बिकने वाला सरिया 62 हजार के पार पहुंच गया है। बिना मांग के कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी से सरिया फैक्ट्रियों के उत्पादन और सप्लाई पर असर पड़ने लगा है। जालान सरिया के ओम प्रकाश जालान का कहना है कि चीन में आए संकट से सात दिनों में सरिया की कीमतों में 10 से 15 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। प्रोडक्शन कास्ट बढ़ गया है।वहीं सारिया की कीमतें बढ़ने से इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य और भवन निर्माण पर असर पड़ा है। पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह का कहना है कि "कीमतों को लेकर अनिश्चितता है। कास्ट बढ़ने से काफी दिक्कत है। सीमेंट, मौरंग से लेकर पेंट आदि की कीमतें बढ़ने से प्रोजेक्ट पूरा करना मुश्किल हो रहा है।"
धनतेरस पर पड़ेगा असर, खरीदारी से बच रहे कारोबारी
2 नवम्बर को धनतेरस का त्योहार है। इसमें बर्तन की खूब खरीदारी होती है। लेकिन कारोबारी स्टील की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए सहमे हुए हैं। स्टील की कीमतें दो महीने में 50 फीसदी से अधिक बढ़ गई हैं। बर्तन कारोबारी विवेक कसेरा ने बताया,"200 से 300 रुपये प्रति किलो बिकने वाला स्टील वर्तमान में 300 से 400 रुपये तक पहुंच गया है। जिससे बर्तन की खरीदारी में मुश्किल हो रही है।"थोक कारोबारी पुनीत वर्मा का कहना है कि "स्टील का बर्तन मुंबई, तमिलनाडु से लेकर हापुड़ से मंगाया जाता है। कीमतों में बढ़ोतरी से बाजार के भविष्य को लेकर संशय है। लोगों की जेब में पैसा नहीं है, ऐसे में बाजार अच्छा रहेगा मुश्किल ही लग रहा है।"इसके साथ ही पीतल के बर्तनों की कीमतों में भी 70 फीसदी से अधिक की उछाल है। बर्तन कारोबारी कवलजीत सिंह का कहना है,"पीतल जहां दो महीने पहले 500 से 550 रुपये था, वह वर्तमान में 850 से 900 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। शादियों में पीतल के बर्तन की मांग रहती है।लेकिन महंगाई को देखते हुए बाजार पर संकट है।"