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Gorakhpur News: स्कूल खुलने के बाद सतर्क हुआ हेल्थ महकमा, शिक्षकों-अभिभावकों से की ये अपील

बड़े बच्चों की कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, और एक सितंबर से कक्षा एक और उससे ऊपर की कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी।

Purnima Srivastava
Report Purnima SrivastavaPublished By Deepak Raj
Published on: 24 Aug 2021 11:34 PM IST
Symbolic photo taken from social media
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सांकेतिक तस्वीर (सोर्स-सोशल मीडिया)

Gorakhpur News: बड़े बच्चों की कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, और एक सितंबर से कक्षा एक और उससे ऊपर की कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। जिले में कोविड नियंत्रण में है लेकिन देश के कुछ हिस्सों में कोविड के मरीज अब भी मिल रहे हैं। इस बीच त्योहारों की शुरूआत भी हो चुकी है। ऐसे में कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों के शिक्षकों और बच्चों के अभिभावकों से सतर्कता की अपील की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने कहा है कि शिक्षकों और अभिभावकों का संयुक्त दायित्व है कि बच्चे कोविड नियमों का पालन करते हुए ही कक्षाओं में पढ़ाई करें।


सांकेतिक तस्वीर (सोर्स-सोशल मीडिया)


मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में पढ़ाई के संबंध में शासन से विस्तृत दिशा-निर्देश सभी विद्यालयों को प्राप्त हो चुके हैं। उन दिशा-निर्देशों का पालन अवश्य करें। कक्षाओं का सेनेटाइजेशन आवश्यक है और सभी बच्चे और शिक्षक मॉस्क लगाकर ही पठन-पाठन में शरीक होंगे। बच्चों के हाथों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा। घर पर ही बच्चों के अभिभावक हाथों को सुमन-के विधि से साबुन पानी से धोने या सेनेटाइज करने के बारे में विशेष तौर पर प्रशिक्षित करें।

स्कूल में शिक्षक इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा लंच के समय बिना सेनेटाइज किये हाथों से खाना नहीं खा पाए। पढ़ाई के दौरान एक बच्चे से दूसरे बच्चे के बीच की दूरी का भी ध्यान रखा जाए। अगर किसी बच्चे में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण हैं तो विद्यालय अभिभावकों को सूचित करें और बच्चे को तुरंत चिकित्सक को दिखाया जाए।

बच्चे यह सावधानी बरतें-सीएमओ

सीएमओ डॉ. पांडेय ने बताया कि बच्चों को यह खासतौर पर सिखाना है कि वह नाक, मुंह और आंख को हाथों से न छुएं। नाखून छोटे रखने हैं और स्कूल से घर आने के बाद अभिभावक की जिम्मेदारी है कि वह बच्चे के कपड़े तुरंत धुलने को डाल दें। जूते, बैग आदि सेनेटाइज कर दें। बच्चे को अगर बुखार आ रहा है तो अस्पताल जाने में देरी नहीं करना है। न तो अपने मन से दवा देनी है और न ही किसी अप्रशिक्षित चिकित्सक की सहायता लेनी है। उन्होंने कहा कि किसी भी किस्म का बुखार होने पर यदि समय से चिकित्सक के पास पहुंचा जाए तो बीमारी की जटिलताएं कम हो जाती हैं।

ऐसे साफ-सुथरे रखने हैं हाथ

सबसे पहले हथेलियों पर साबुन पानी या सेनेटाइजर लगाएंगे

•फिर हथेलियों को उल्टा करके सफाई करेंगे

•फिर मुट्ठियों की सफाई होगी

•अंगूठे साफ करेंगे

•नाखूनों को साफ करेंगे

•अंत में कलाई साफ करेंगे

•साबुन पानी से 40 सेकेंड तक हाथों की सफाई करनी है।



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Deepak Raj

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