Gorakhpur News: सीएम योगी के शहर में गड्ढामुक्त अभियान फेल, गड्ढों से पटे हैं गोरखपुर आने वाले सभी मार्ग

Gorakhpur News: बाढ़ और जलभराव ने गोरखपुर के विकास की कलई खोल कर रख दिया है। गोरखपुर शहर में प्रवेश करने वाली सभी सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं।

Purnima Srivastava
Written By Purnima SrivastavaPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 8 Sep 2021 5:00 AM GMT
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गोरखपुर के ‘विकास’ में गड्ढे ही गड्ढे, संभल कर करें शहर में एंट्री pic(social media)

Gorakhpur News: बाढ़ और जलभराव ने गोरखपुर के विकास की कलई खोल कर रख दिया है। गोरखपुर शहर में प्रवेश करने वाली सभी सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। अब होर्डिंग पर नहीं आम लोग सड़क पर खड़े होकर राहगीरों को नसीहत दे रहे हैं, 'सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।' निर्माणाधीन गोरखपुर से वाराणसी मार्ग पर तो गड्ढे हैं हीं, 531 करोड़ से बने जिस फोरलेन को एक साल भी लोकार्पण को नहीं हुआ, वहां की सड़क भी धंस गई है। फोरलेन दरिया बना हुआ है। गोरखपुर-लखनऊ मार्ग पर नौसढ़ के पास बुधवार की सुबह अचानक गड्ढा हो गया तो लोगों का जमावड़ा लग गया।

गोरखपुर से लखनऊ फोरलेन पर गड्ढा pic(social media)

गोरखपुर शहर में एंट्री के लिए कोई भी सड़क ऐसी नहीं है, जिसमें गड्ढे नहीं हो। लखनऊ से गोरखपुर, महराजगंज से गोरखपुर, देवरिया से गोरखपुर, कुशीनगर से गोरखपुर या फिर मऊ से गोरखपुर आने वाले मार्ग गड्ढे से पटे पड़े हैं। गोरखपुर से लखनऊ मार्ग पर नौसढ़ के पास बुधवार की सड़क अचानक धंस गई। पास में बह रही राप्ती के बढ़ते जलस्तर के बीच सड़क धंसने से आसपास के लोग दहशत में हैं। पार्षद प्रतिनिधि कृष्ण मोहन यादव उर्फ लालू पहलवान ने इसे लेकर आला अफसरों को जानकारी दी। सड़क के अंदर दिख रहे पानी को बाहर निकलवाया जा रहा है। उसमें मौरंग और सफेद बालू से भरी बोरियां डाली जा रही हैं। पार्षद प्रतिनिधि ने बताया कि वर्ष 1998 में बाढ़ का विनाश लीला देख चुके हैं। ऐसे में यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

सड़क के गड्ढों से राहगीर परेशान

531 करोड़ रुपये खर्च कर बने जंगल कौड़िया से कालेसर बाईपास पर मिट्टी जगह-जगह धंस गई है। फोरलेन पर करीब आधा किलोमीटर लंबाई में नदी बह रही है। फोरलेन पर कई जगह पर साइड में मिट्टी धंसने से राहगीर भयभीत हैं। बाइपास पर बलुवा गाँव व जंगल कौड़िया जीरो पॉइंट के पास बड़ा गड्ढा खतरे का सबब बना हुआ है। इसी तरह गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर पीपीगंज से आगे रामचौरा और कैम्पियरगंज में गड्ढे ही गड्ढे हैं। इन गड्ढों के चलते पिछले एक महीने में 50 से अधिक लोग गम्भीर रूप से घायल हो चुके हैं। वहीं गुरुंग तिहारे से लेकर टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पहले जलभराव से करीब 200 मीटर सड़क में गड्ढे हो गए हैं। कैम्पियरगंज से महराजगंज रोड और रामजानकी मार्ग भी जलभराव के चलते टूट गए हैं।

गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर पीपीगंज से आगे रामचौरा और कैम्पियरगंज में गड्ढे ही गड्ढे pic(social media)

गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर गड्ढे ही गड्ढे

गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन पिछले चार साल से बन रहा है। मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव तक फोरलेन का निर्माण कर रही फर्म को फटकार चुके हैं, दर्जनों नोटिस दे चुके हैं। लेकिन कहीं कोई सुधार नहीं हो रहा है। कौड़ीराम, बड़हलगंज, कसिहार में आसपास के लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कार्यदायी फर्म को धीमी रफ्तार को लेकर नोटिस दिया है। सपा नेता विश्वजीत त्रिपाठी कहते हैं कि अधिकारी से लेकर मंत्री सिर्फ नोटिस देकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। जिलाधिकारी पहले ये बताएं कि पूर्व के नोटिस का क्या जवाब मिला है?

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