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Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर में 15 को चढ़ेगी समरसता की खिचड़ी, कोविड प्रोटोकॉल में ये हुआ बदलाव

Gorakhpur News: पूर्वी उत्तर प्रदेश का जिक्र आते ही गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर और यहां मकर संक्रांति के दिन धूमधाम से मनाए जाने वाले खिचड़ी पर्व का आप ही स्मरण लोगों को हो जाता है। गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति (खिचड़ी) के सभी अनुष्ठान कोविड प्रोटोकॉल के तहत होंगे।

Purnima Srivastava
Report Purnima SrivastavaPublished By Deepak Kumar
Published on: 13 Jan 2022 7:48 PM IST
Khichdi festival at Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur follow covid protocol in Guru Gorakhnath Temple
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गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर। 

Gorakhpur News: पूर्वी उत्तर प्रदेश (Eastern Uttar Pradesh) का जिक्र आते ही गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) और यहां मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन धूमधाम से मनाए जाने वाले खिचड़ी पर्व का आप ही स्मरण लोगों को हो जाता है। लाखों श्रद्धालुओं को इस दिन की प्रतीक्षा रहती है। कुछ बाबा से जो मन्नत मांगी थी उसके लिए खिचड़ी के रूप में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं तो कुछ बाबा के दरबार में आकर मन्नत मांगते हैं। साथ ही यह वादा भी कि आप जरूर फिर से आने का अवसर देंगे। यह परंपरा वर्षों से जारी है। इस बार कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन हो इसके लिए कुछ बदलाव भी किये गए हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी गतिविधियों को नजर रखे हुए हैं।

कोविड प्रोटोकॉल, पर्यावरण का भी ख्याल

गोरखनाथ मंदिर (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) में मकर संक्रांति (खिचड़ी) के सभी अनुष्ठान कोविड प्रोटोकॉल (covid protocol) के तहत होंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए यहां में मास्क एवं सेनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मंदिर प्रबंधन एवं प्रशासन की तरफ से लगातार यह अपील भी की जा रही है कि श्रद्धालु मास्क पहनकर आएं और साथ ही शासन द्वारा तय कोरोना प्रोटोकॉल (covid protocol) का अनुपालन करें। मंदिर एवं मेला परिसर को पॉलीथिन मुक्त क्षेत्र घोषित कर पर्यावरण संरक्षण का भी ख्याल रखा गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे बाबा को चढ़ाने के लिए खिचड़ी (चावल, उड़द दाल आदि) व अन्य कोई भी प्रसाद पॉलिथीन में रखकर न लाएं। इसके अलावा शीतलहर को देखते हुए दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के रूकने की व्यवस्था मंदिर परिसर स्थित धर्मशाला और अन्य स्थलों पर की गई है।परिसर में श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की आवश्यक सुविधाओं के साथ सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उधर, मकर संक्रांति पर्व पर गोरखपुर आवागमन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर से बढ़नी और नौतनवा के बीच दो जोड़ी खिचड़ी मेला स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही खिचड़ी पर्व पर नेपाल के श्रद्धालुओं को भी गोरखपुर आने-जाने में सहूलियत होगी।

त्रेतायुग से जारी है खिचड़ी चढ़ाने की परम्परा

गोरखनाथ मंदिर (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) और वहां का खिचड़ी पर्व, दोनों ही पूरी दुनिया में मशहूर हैं। त्रेतायुग से जारी बाबा गोरखनाथ (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) को मकर संक्रांति (Makar Sankranti) की तिथि पर खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा की सूत्रधार गोरक्षपीठ ही है। बाबा का परिसर सामाजिक समरसता का ऐसा केंद्र है जहां सभी भेद समाप्त नजर आते हैं। इस परिसर में कारोबारी गतिविधियों से अनेक लोगों का परिवार पलता है, जितने सनातनी तकरीबन उतने ही परिवार मुस्लिम समाज के। मंदिर परिसर में करीब माह भर तक लगने वाला खिचड़ी मेला भी जाति-धर्म के बंटवारे से इतर हजारों लोगों की आजीविका का माध्यम बनता है। खास बात यह भी कि मंदिर प्रबंधन सभी के लिए समान भाव से सुविधाओं का इंतजाम करता है।

योगी आदित्यनाथ चढ़ाएंगे पहली खिचड़ी

हर साल की भांति मकर संक्रांति को लेकर गोरखनाथ मंदिर (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) में शिववतारी बाबा को खिचड़ी चढ़ाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंदिर की सतरंगी छटा देखते ही बन रही है तो समूचा मेला परिसर सजी धजी दुकानों से उल्लसित है। मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ (CM Yogi Adityanath) के मुताबिक इस साल बाबा गोरखनाथ (Guru Gorakhnath Temple in Gorakhpur) को खिचड़ी शनिवार को चढ़ाई जाएगी। इस वर्ष शुक्रवार रात 8 बजकर 49 मिनट पर सूर्यदेव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए इस वर्ष मकर संक्रान्ति का महापर्व (makar sankranti festival) निर्विवाद रूप से 15 जनवरी, शनिवार को मनाया जायेगा। इस दिन उत्तर प्रदेश, बिहार तथा देश के विभिन्न भागों के साथ-साथ पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिवावतारी बाबा गोरखनाथ (Shivatari Baba Gorakhnath) को खिचड़ी चढ़ाएंगे। सबसे पहले गोरक्षपीठकी तरफ से पीठाधीश्वर खिचड़ी चढ़ाएंगे। ततपश्चात नेपाल नरेश के परिवार की ओर से आई खिचड़ी बाबा को चढ़ेगी। इसके बाद जनसामान्य की आस्था खिचड़ी के रूप में निवेदित होगी।

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Deepak Kumar

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