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पिता की पिटाई का वीडियो बना रही काजल को गोली मारने वाला बदमाश मुठभेड़ में ढेर
गोरखपुर में पिता के साथ मारपीट का वीडियो बनाने वाली बेटी काजल को गोली मारने वाला एक लाख का इनामी विजय प्रजापति को पुलिस मुठभेड़ में मार गया।
गोरखपुर। गोरखपुर के गोला में पिता के साथ मारपीट का वीडियो बनाने वाली बेटी काजल को गोली मारने वाला एक लाख का इनामी विजय प्रजापति को पुलिस मुठभेड़ में मार गया। विजय की तलाश हरिद्वार पुलिस को भी थी। वहां उसके खिलाफ चेन लूट का मामला दर्ज है। विजय की हत्या की खबर सुनकर परिवार वालों के साथ ही क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।
गोरखपुर पुलिस की क्राइम टीम ने शुक्रवार की सुबह इनामी विजय प्रजापति को घेर लिया, वह अपने साथी के साथ कहीं भागने की फिराक में था। पुलिस को आता देख उसने फायरिंग कर भागने की कोशिश की। जिसके जवाबी पुलिस फायरिंग में विजय मौके पर मारा गया। जबकि उसका एक साथ भागने में सफल रहा।
विजय के माता व पिता को किया गिरफ्तार
पुलिस ने काजल सिंह के पिता की तहरीर पर विजय प्रजापति उसके साथी हरीश और एक अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। जबकि विजय के माता व पिता को भी 120 बी के तहत मुलजिम बनाकर मां और एक आरोपी हरीश पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। विजय के पिता व एक अन्य आरोपी की अभी पुलिस को तलाश है।
ये था पूरा मामला
गगहा इलाके के जगदीश पुर भलुवान निवासी राजीव नयन सिंह का अपने ही गांव के शातिर अपराधी विजय प्रजापति से पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद था। इसे लेकर शुक्रवार 21 अगस्त की रात करीब 11.30 बजे विजय प्रजापति दरवाजे पर चढ़कर राजीव नयन सिंह को मारने लगा। शोर सुनकर 16 वर्षीय पुत्री काजल सिंह घर से बाहर निकल आई और अपने पिता को पिटता देख मोबाइल में वीडियो बनाने लगी। जिससे नाराज होकर विजय ने काजल के पेट में गोली मार दी और उसका मोबाइल छिनकर साथियों संग फरार हो गया।
घायल काजल को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत काफी नाजुक होने के कारण लखनऊ केजीएमसी रेफर कर दिया गया। घटना के 6 दिन बाद भी पेट से गोली नहीं निकाली जा सकी थी। पुलिस ने काजल सिंह के पिता की तहरीर पर विजय प्रजापति, हरीश और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था।
सोशल मीडिया पर #justiceforkajal
सोशल मीडिया पर काजल की हत्या को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा दिख रहा था। सोशल मीडिया पर #justiceforkajal की गूंज थी। लोग पूरे प्रकरण को जातिगत एंगल से भी देख रहे थे। समाज का हर तबका 16 साल की किशोरी काजल की हत्या से मर्माहत थी।