Gorakhpur News: डेंगू मच्छरों का लार्वा तलाशने निकलीं छह टीमें, बेकार पड़े टॉयरों और गमलों में मिले लार्वा

डेंगू की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया विभाग की टीम ने शनिवार से लार्वा जांच और उनको नष्ट करने का अभियान शुरू कर दिया है।

Purnima Srivastava
Published on: 4 Sep 2021 5:36 PM GMT
Six teams went out to find the larvae of dengue mosquitoes, larvae found in lying waste toys and pots
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गोरखपुर: डेंगू मच्छरों का लार्वा तलाशने निकलीं छह टीमें

Gorakhpur News: डेंगू की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया विभाग की टीम ने शनिवार से लार्वा जांच और उनको नष्ट करने का अभियान शुरू कर दिया है। पहले दिन ट्रांसपोर्टनगर में 872 छोटे जलस्रोत जैसे कूलर, टायर, गमलों आदि की जांच की गयी, जिसमें से 249 में मच्छरों के लार्वा मिले। ऐसे लार्वा वाले स्थानों की सफाई के संबंध में 11 लोगों को नोटिस दी गयी है। अगर एक सप्ताह के भीतर इन लोगों ने साफ-सफाई नहीं की तो चालान किया जाएगा।

क्षेत्रीय कीट वैज्ञानिक डॉ. वीके श्रीवास्तव और जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह की अगुआई में टीम ने 74 स्थानों का निरीक्षण किया। इनमें 11 स्थान व घर ऐसे निकले जहां पर मच्छरों के लार्वा मिले। सभी लोगों को सलाह दी गयी कि साप्ताहिक तौर पर ऐसे स्थानों की सफाई करें जहां पर मच्छरों के लार्वा पलते हैं। 121 लोगों को प्रचार-प्रसार की सामग्री वितरित की गयी।

डेंगू का मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपता है

लोगों को बताया गया कि डेंगू का मच्छर छोटे जलस्रोत में साफ व ठहरे हुए पानी में पनपता है। अगर मच्छरों के लार्वा नष्ट कर दिये जाएं तो बीमारी से बचाव हो सकता है। लोगों को यह भी बताया गया कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर चिकित्सक की ही सलाह से दवा लेनी है। टीम में सहायक मलेरिया अधिकारी चंद्र प्रकाश मिश्र, मलेरिया निरीक्षक राहुल सिंह, सुरेंद्र प्रसाद और जितेंद्र शामिल रहे।


होगा एंटीलार्वल छिड़काव

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि नगर निगम को संबंधित क्षेत्र के बारे में सूचित किया गया है ताकि वहां एंटीलार्वल का छिड़काव किया जा सके। साथ ही ऐसे क्षेत्रों में साप्ताहिक आधार पर फॉगिंग भी करायी जाएगी। लोगों को चाहिए कि इस मौसम में छोटे जलस्रोतों में साफ पानी इकट्ठा न होने दें और मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें। मच्छर अगरबत्ती का भी प्रयोग करें। छोटे बच्चों और ड़ायबिटिक व ह्रदय के रोगियों को खासतौर पर मच्छरों से बचाएं क्योंकि ऐसे लोगों को डेंगू होने पर जटिलताएं बढ़ जाती हैं।

Shashi kant gautam

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