Gorakhpur News: अमन मणि त्रिपाठी ने चलाया ट्रैक्टर तो मुन्ना सिंह ने बुलेट, जानें पूरा मामला

नौतनवा से निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी खुद ट्रैक्टर चलाते हुए बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे। विधायक ने ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के सफर को फेसबुक पर लाइव भी किया। वहीं पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भी अपनी बुलेट से ग्रामीणों के बीच मदद को पहुंच रहे हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 29 Aug 2021 4:36 PM GMT (Updated on: 29 Aug 2021 5:36 PM GMT)
Aman Mani Tripathi drove a tractor and Munna Singh fired a bullet in flood area
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गोरखपुर: पीड़ितों तक पहुंचने के लिए अमन मणि त्रिपाठी ने चलाया ट्रैक्टर तो मुन्ना सिंह ने बुलेट

Gorakhpur News: विधानसभा चुनाव की तैयारी में सिर्फ राजनीतिक दल ही नहीं दावेदार भी पूरे दमखम से जुट गए हैं। बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर महराजगंज जिले के नौतनवा विधानसभा के चिरपिरचित प्रतिद्धंदी विधायक अमन मणि त्रिपाठी और कौशल किशोर उर्फ मुन्ना सिंह आमने-सामने हैं। अमनमणि त्रिपाठी मझार क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों से मिलने जहां खुद ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंचे तो वहीं मुन्ना सिंह पानी में बुलेट दौड़ाते हुए नजर आए।

नेपाल के नदियों से मझार क्षेत्र मठिया इदू के नवाबी घाट, गिदहा, अराजी सुबाइन, रानीपुर, अमहवा, सुबेदार, सोनहा डीह, पसहवा, नौडिहवा, रघुनाथपुर, रजापुर, काशीपुर आदि इलाकों में लाखों लोग पानी से घिरे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीमें ग्रामीणों की मदद में जुटी हैं। रविवार को नौतनवा से निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी खुद ट्रैक्टर चलाते हुए बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे।


विधायक ने ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के सफर को फेसबुक पर लाइव भी किया। वहीं पूर्व विधायक मुन्ना सिंह भी अपनी बुलेट से ग्रामीणों के बीच मदद को पहुंच रहे हैं। चिरपरिचित प्रतिद्धंदियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वारयल हो रही हैं। बता दें कि नौतनवा विधानसभा में पिछले चार दशक से अमरमणि त्रिपाठी और अखिलेश सिंह का परिवार आमने-सामने रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में मुन्ना सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर अमन मणि को हराकर जीत हासिल की थी। वहीं 2017 में पत्नी की हत्या में जेल में बंद अमन मणि त्रिपाठी ने निर्दल जीत हासिल की थी। तब अमन की दो बहनों ने मोर्चा संभाला था।


चुनावी चिंता या फिर वास्तविक मदद?

मुन्ना सिंह कहते हैं कि अमन मणि को जनता के दुख दर्द से कोई सरोकार नहीं है। चुनावी चिंता में वह मदद का नाटक कर रहे हैं। वहीं अमनमणि त्रिपाठी का कहना है कि नौतनवा विधानसभा उनके पिता अमरमणि त्रिपाठी की कर्मभूमि है। हर सुख-दुख में वह जनता के साथ खड़े रहते हैं। दोनों नेताओं के बयानों के बीच आम लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर दोनों नेताओं की चिंता चुनाव के दौरान ही क्यो दिखती है।


बदल गई है सियासी तस्वीर

नौतनवा विधानसभा में सियासी दावपेंच अपने चरम पर है। मुन्ना सिंह के भाई और पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह सपा के टिकट को लेकर लखनऊ में कैंप कर रहे हैं। वहीं अमनमणि त्रिपाठी भी इसबार किसी राजनीतिक दल का दामन पकड़ने को बेचैन हैं। एमएलसी चुनाव में अमनमणि त्रिपाठी ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट देकर भाजपा से करीबी होने का संदेश दिया था, लेकिन पत्नी की हत्या और अन्य मामलों में सुर्खियों के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूरी ही बनाकर रख रहे हैं। ऐसे में अमन भी सपा की साइकिल को भी विकल्प में रख रहे हैं। बता दें कि पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की शिवपाल यादव से करीबी है। यदि शिवपाल की पार्टी का सपा में विलय या गठबंधन होता है तो अमन की दावेदारी मजबूत हो सकती है।



Shashi kant gautam

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