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Gorakhpur Politics: चुनाव से पहले सहयोगियों को मनाने में जुटी BJP, अमित शाह के आवास पर मिले योगी और निषाद पार्टी के नेता

Gorakhpur Politics: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई अहम बैठक में डॉ.संजय निषाद ने आरक्षण की मांग और केन्द्र-राज्य में सत्ता में भागीदारी का मुद्दा उठाया।

Purnima Srivastava
Written By Purnima SrivastavaPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 20 Aug 2021 9:41 AM IST
Political news
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अमित शाह के दिल्ली आवास पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष और सीएम योगी pic(social media)

Gorakhpur Politics: विधानसभा चुनाव -2021 को लेकर भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इस समय राजनीतिक पार्टियां अपना अपना वोट बैं बढ़ाने में लगी हुई हैं। इसी को देखते हुए गुरुवार की देर रात निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद की गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ लंबी बैठक हुई। सबसे अहम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी रही। निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने अपनी मांगें रखीं।

बता दें कि 'मिशन 2022' को लेकर विपक्ष की घेराबंदी से निकलने के लिए भाजपा के रणनीतिकार सहयोगियों की नाराजगी दूर कर एक-एक वोट को सहेजने की कोशिशों में जुट गई है। गुरुवार की देर रात निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद की गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ लंबी बैठक हुई। सबसे अहम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी रही। निषाद पार्टी के डॉ. संजय निषाद और योगी के बीच रिश्ते सामान्य नहीं होने से आलाकमान मुश्किल में था।

गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई अहम बैठक में डॉ.संजय निषाद ने बिरादरी को आरक्षण की मांग और केन्द्र-राज्य में सत्ता में भागीदारी का मुद्दा जोरशोर से उठाया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष की भी मौजूदगी बता रही है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व वोट को लेकर किसी प्रकार का रिस्क लेने को तैयार नहीं है।

संजय निषाद ने BJP के सामने रखी अपनी मांगें pic(social media)

डॉ. संजय ने रखी ये मांगें

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद की तरफ से कई महत्वपूर्ण मांगों को रखा गया है। जिसमें निषाद आरक्षण आंदोलन के दौरान पिछली सरकारों द्वारा किए गए राजनैतिक मुकदमे के वापसी, निषाद आरक्षण लागू करना प्रमुख है। इसके साथ ही पिछली सरकारों के द्वारा मछुआरों के जीवकोपार्जन के लिए ताल, झील, जलाशय, पोखरों को निषाद बिरादरी को आवंटित करने की मांग शामिल है। डॉ.संजय ने मांग रखी कि निषाद पार्टी को सत्ता में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। इसके साथ ही निषाद बाहुल्य सीटों पर उसके उम्मीदवारों को तरजीह देने की मांग भी उठी।

खूनी खत से मांगा था आरक्षण

निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल निषाद पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर बीते दिनों डॉ.संजय निषाद की अगुवाई में निषाद समुदाय के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर खून से पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने भाजपा पर कोरा आश्वासन देने की मांग उठाई थी।

डॉ.संजय निषाद ने कहा कि भाजपा के साथ निषादों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर ही समझौता हुआ था।निषाद बिरादरी अपना हक लेकर रहेगी। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति में शामिल किये जाने की मांग वर्षों से लंबित है। हमारे लोगों ने सीने पर पुलिस की गोलियां खाई हैं, लेकिन सरकारें नहीं सुन रही हैं।



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