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UP Assembly Elections 2022: चुनाव से पहले डॉ.निषाद ने पहनी नोटों की माला, बोले, 'पीएम के पास पैसा-नौकरी मांगने नहीं जाता'

UP Assembly Elections 2022: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी एमएलसी डॉ.संजय निषाद नोटों की माला पहनने के बाद सुर्खियों में हैं।

Purnima Srivastava
Report Purnima SrivastavaPublished By Shraddha
Published on: 27 Oct 2021 2:13 PM GMT
चुनाव से पहले डॉ.निषाद ने पहनी नोटों की माला
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चुनाव से पहले डॉ.निषाद ने पहनी नोटों की माला

UP Assembly Elections 2022: बसपा सुप्रिमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने कभी नोटों की माला पहनी थी तो उन्हें दौलत की देवी कहा जाने लगा था। अब निषाद पार्टी (Nishad Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी एमएलसी डॉ.संजय निषाद (BJP MLC Dr.Sanjay Nishad) नोटों की माला पहनने के बाद सुर्खियों में हैं। गोरखपुर के चंपादेवी पार्क में एमएलसी बनने के बाद डॉ.संजय निषाद के स्वागत कार्यक्रम में नोटों की माला विधानसभा चुनाव में टिकट की उम्मीद रखने वाले नेताओं ने पहनाया है। दावेदारों ने चांदी का मुकुट और तलवार भी डॉ.संजय निषाद को भेंट किया है।

डॉ.निषाद अपने माले में नोटों की कुल संख्या बताने से बच रहे हैं। लेकिन 500 और 200 के नोट के माला की कीमत लाखों में बताई जा रही है। अपने संबोधन में डॉ.निषाद जातिगत वोट की चिंता में दिखे। उन्हें निषादों के आरक्षण की भी फिक्र दिखी। बिहार के निषाद नेता मुकेश साहनी द्वारा अखबारों में दिये जा रहे विज्ञापनों से वह मुश्किल में दिखे। अपने समर्थकों को समझाया कि अखबारों में विज्ञापन देकर कोई निषाद की रहनुमाई नहीं कर सकता। वह अखबारों में रुपये देकर फोटो तो छपवा सकता है, लेकिन निषाद के आरक्षण की लड़ाई को आगे नहीं बढ़ा सकता है।

बीजेपी एमएलसी डॉ.संजय निषाद

डॉ.संजय ने निषादों के आरक्षण में हुए लेटलतीफी को लेकर जमकर सफाई दी। बोले, सरकार के शुरूआती दो साल कश्मीर में धारा 370 और राम मंदिर में चले गए। डेढ़ साल से कोरोना के चलते सबकुछ ठप है। कोरोना कम हुआ तो मेरा बेटा (भाजपा सांसद प्रवीण निषाद) आरक्षण की मांग को आगे बढ़ा रहा है या नहीं? क्या चाहते हो आरक्षण पर स्टे हो जाए? निषाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने जाता हूं तो पैया या नौकरी मांगने नहीं जाता। समाज का हिस्सा लेने जाता हूं। उनके पास हर बार एक पन्ना लेकर जाता हूं। यह विज्ञापन नहीं होता, ज्ञापन होता है। अब चुनाव है तो अखबारों में तमाम लोगों के फोटो आएंगे। विज्ञापन से निषादों का हक नहीं मिलेगा। ज्ञापन से मिलेगा। डॉ.निषाद ने कहा कि यहां से बेईमानों को भगाना है। पुराना हिसाब किताब कर अपना हिस्सा लेना है। अब विधानसभा में पहुंच गया हूं। अपने लोगों के लिए बेहतर ही करूंगा।

विरोधियों की हत्या करा देंगे और थाना फुंकवा देंगे

अभी चंद दिनों पहले एक चैनल के स्टिंग में फंसे डॉ.संजय निषाद यूपी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए विरोधियों की हत्या कराने और थाना फुंकवा देने तक की बात करते सुनाई दिये थे। यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपना दुश्मन बताते हुए भाजपा में रहकर दोनों को मिटाने की बात भी कही थी।

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