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Jaunpur News: DM ने कहा- ग्राम सचिव बिना काम भुगतान किए तो जाएंगे जेल, पढ़ें जौनपुर की बड़ी खबरें

DM मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में जनपद के सचिवों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें डीएम ने ग्राम सचिवों को सख्त चेतावनी दी है।

Kapil Dev Maurya
Report Kapil Dev MauryaPublished By Ashiki
Published on: 29 July 2021 4:50 PM GMT
Jaunpur News
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 कार्यशाला को संबोधित करते जौनपुर डीएम

Jaunpur News: जौनपुर के डीएम ने ग्राम सचिवों को सख्त चेतावनी दी है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में जनपद के सचिवों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में शासन द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सचिव गांव में एक रजिस्टर बनाएं जिसमें प्रत्येक परिवार को दी जा रही सुविधाओं को अंकित किया जाए।

ग्राम स्तर की व्यवस्थाओं को लेकर डीएम के तेवर खासे शख्त नजर आये। कार्यशाला में उन्होंने कहा कि जो भी कार्य अपूर्ण हो उसे तत्काल पूर्ण करायें। आवास ,शौचालय, पेंशन की सुविधाओं का लाभ प्रत्येक पात्र को दिलाया जाए। सचिव सरकार के द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का रिकॉर्ड पूर्ण रखें।
उन्होंने कहा कि जितने लोंगो के खाते में शौचालय का पैसा गया है उनका शौचालय शत प्रतिशत बनवाना सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में लोग बाहर शौच करने न जायें। उन्होंने कहा कि सचिव गांव में साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें और सफाई कर्मचारी की मॉनिटरिंग सचिव के द्वारा की जाए।

जिलाधिकारी द्वारा शख्त लहजे में स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया कि सचिव बिना कार्य कराए पैसे का भुगतान किये तो उनको जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी और सचिव नियमित रूप से गांवो की दौरा करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला, जिला विकास अधिकारी बीबी सिंह, उपायुक्त मनरेगा भूपेंद्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार सहित, खंड विकास अधिकारी एवं सचिव उपस्थित रहे।

प्रधान नाबालिग से करा रहा मनरेगा के तहत काम

जौनपुर के तहसील शाहगंज स्थित ग्राम पंचायत सिधारी में ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा के तहत तालाब की खुदाई के लिए नाबालिक बच्चों द्वारा मनरेगा का कार्य कराये जाने का वीडियो वायरल हुआ है। अब वीडियो वायरल होने की खबर को जिला प्रशासन ने गम्भीरता से लेते हुए मामले की जांच करा रहा है। इससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।


खबर है कि ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा के तहत नाबालिग से काम कराते समय ग्रामीणों वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। वीडियो जिला प्रशासन के संज्ञान में आ गया। वीडियो को संज्ञान में लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला ने खण्ड विकास अधिकारी शाहगंज से जल्द जांच कर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिया।

आदेश के क्रम में खण्ड विकास अधिकारी शाहगंज द्वारा जांच कर मुख्य विकास अधिकारी को आख्या के माध्यम से अवगत कराया कि ग्राम सिधारी में प्राथमिक विद्यालय के सामने तालाब की खुदाई का प्राक्कलन तैयार किया गया है, परंतु इस परियोजना पर कोई भी मास्टर रोल निर्गत नहीं किया गया है। साथ ही ग्रामवासियों के द्वारा व्यक्तिगत कार्य हेतु मिट्टी निकाली गई है। संदर्भित प्रकरण में मास्टर रोल निर्गत ही नहीं है जिससे उक्त तालाब में मनरेगा की धनराशि का दुरुपयोग पर परिलक्षित नहीं होता है।


इस तरह खण्ड विकास अधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान को कागजी बाजीगरी का खेल करते हुए बचाने का प्रयास किया गया है जबकि वीडियो में स्पष्ट हो रहा है कि श्रमिक मनरेगा के तहत तालाब खोद रहें है। खण्ड विकास अधिकारी की रिपोर्ट से एक अनियमितता और सामने आयी कि बिना कागजी कोरम पूरा किये ही मौखिक रूप से श्रमिको से काम लिया गया ऐसे में मजदूरों के मजदूरी के भुगतान की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

दबंगई: थाने के गेट पर चढ़कर पुलिसकर्मी से मारपीट, पांच गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी

जौनपुर के पूर्वी सीमा के पास स्थित थाना चन्दवक के गेट पर बीती रात ग्राम प्रधान समर्थको एवं पुलिस जनो के बीच मारपीट की घटना पूरे इलाके में चर्चा का बिषय बनी हुई है। हलांकि इस घटना में शामिल पांच लोंगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाई करते हुए न्यायालय में भेजा है। लेकिन घटना को लेकर इलाके में तनाव है और पुलिस पहरा कर रही है।

चंदवक थाने पुलिस के अनुसार,खबर है कि बीती रात लगभग डेढ़ बजे के आसपास सूचना मिली की रात करीब डेढ़ बजे भगतौली में लूट हो गई है। आरोप है कि डायल-112 को सूचना देने वाला अभिषेक शराब के नशे में था। पूंछताछ में सूचना फर्जी निकली। आरोप है कि इसी दौरान अभिषेक ने एक पुलिसकर्मी पर हाथ चला दिया। इसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर थाने की ओर चल दी।पुलिस अभी थाने गेट पर पहुंची ही थी कि वहां रामजानकी मंदिर के पास ग्राम प्रधान राकेश सिंह गुड्डू और ग्राम प्रधान बलरामपुर सुभाष यादव आ गए। इस दौरान पुलिस वाले व प्रधान के साथ आए लोगों में दोबारा मारपीट हो शुरू हो गई। खबर मिलने पर थानाध्यक्ष शिवप्रसाद पांडेय पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए।


चौकी इंचार्ज पतरही त्रिवेणी सिंह, चौकी इंचार्ज बजरंग नगर जितेंद्र सिंह ने पहुंचकर मौके से मारपीट में शामिल पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। जबकि बाकी तीन लोग फरार हो गए। इसके थोड़ी ही देर बाद कोतवाल केराकत समेत अन्य पुलिस वाले पहुंच गए। फोर्स ने भगतौली व बलरामपुर गांव को घेर लिया है। गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

इस घटना में मारपीट के दौरान एक सिपाही चोटिल हो गया। जबकि मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही इनमें से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब मारपीट में शामिल फरार हुए लोंगो की तलाश में जुटी हुई है।

आय कर के बाद अब शराब माफिया के गोदाम कार्यालय पर एसआईटी का छापा

आयकर विभाग के बाद अब शराब माफिया व्यवसायी ओम प्रकाश जायसवाल के शराब गोदाम और कार्यालय पर आज एसआईटी की टीम ने सुबह लगभग 08 बजे से छापामार कर गहन छानबीन कर रही लगभग पूरे दिन शराब गोदाम और कार्यालय एसआईटी के कब्जे में रहा। इस छापामारी के चलते अन्दर फंसे कर्मचारीगण न बाहर जा सके नही बाहर से कोई अन्दर प्रवेश कर सका है ।अधिकारी पूरे दिन अभिलेखों को खंगालते नजर आये है।


सूत्र की माने तो शराब माफिया ओमप्रकाश जायसवाल के शराब का कारोबार सहारनपुर से जुड़ा हुआ है। सहारनपुर शराब कारोबार में राजस्व घोटाले के बाबत दर्ज मुकदमे मे जौनपुर के शराब व्यवसायी ओम प्रकाश जायसवाल के प्रबंधक संतलाल भी अभियुक्त है और वर्तमान में जिले से फरार चल रहे है। खबर यह भी है कि शराब कारोबार के लिए बना लाईसेंस निरस्त होने के बाद भी अवैध तरीके से जौनपुर शराब लायी गयी थी। इसीलिए सहारनपुर फैक्ट्री के उपर दर्ज मुकदमें में जौनपुर का भी नाम शामिल रहा। वर्तमान में लाईसेंस किसके नाम है लेकिन खबर है कि आबकारी विभाग द्वारा इस शराब माफिया को बचाने का भी जतन किया गया था।


यहां बता दे कि विगत मई 21 में भी एस आई टी ने छापामारी किया था उसी समय शराब माफिया के एस एल टू का गोदाम सील कर दिया गया था। इसके बाद अब फिर छापामारी करते हुए कार्यालय के प्रबंधक को कब्जे में लेकर गहन पूछताछ करते हुए अभिलेखों को देखा जा रहा है। इस संदर्भ में अधिकारी से लेकर शराब व्यवसाय से जुड़े लोग कुछ बोलने से परहेज कर रहे है। लेकिन एस आई टी की टीम द्वारा पूरे दिन की जा रही जांच इतना तो संकेत करती है कि बड़ा घोटला संभावित है।

सूत्र तो यह बता रहे है कि जनपद के थाना सरायख्वाज क्षेत्र में जिस जहरीली शराब के सेवन से आधा दर्जन लोंगो की मौत हुई थी वह शराब सहारनपुर से जिले के शराब माफिया ओमप्रकाश जायसवाल ने मंगाया था। एस आई टी इसकी भी छानबीन कर रही है।

Dharmendra Singh

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