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UP Election 2022: फाजिलनगर में मायावती ने बदला प्रत्याशी, स्वामी प्रसाद के खिलाफ मुस्लिम दांव, इलियास अंसारी को टिकट
UP Election 2022: बहुजन समाज पार्टी ने कुशीनगर जिले की फाजिलनगर सीट से अपने प्रत्याशी को बदल दिया है। संतोष तिवारी की जगह अब इलियास अंसारी बसपा के उम्मीदवार होंगे।
UP Election 2022: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) ने कुशीनगर जिले (Kushinagar District) की फाजिलनगर सीट (Fazilnagar seat) से अपने प्रत्याशी को बदल दिया है। संतोष तिवारी की जगह अब इलियास अंसारी बसपा के उम्मीदवार होंगे। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रदेश कार्यकारी सदस्य रहे इलियास अंसारी का टिकट कटने के बाद वह सपा का साथ छोड़कर बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) में शामिल हो गए। जिसके बाद मायावती ने उन्हें तुरंत उम्मीदवार भी घोषित कर दिया।
इलियास अंसारी का फाजिलनगर में मुस्लिमों के बीच अच्छी पैठ मानी जाती है और यह सीट मुस्लिम बाहुल्य भी है, ऐसे में उनके साइकिल की सवारी छोड़ हाथी पर सवार होते ही मायावती ने यहां मुस्लिम कार्ड खेल दिया।
फाजिल नगर, पडरौना का कैसे बदला समीकरण?
दरअसल कुशीनगर की दो विधानसभा सीटों की चर्चा उस वक्त तेज हो गई थी जब बीजेपी ने कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह (Former Union Minister RPN Singh) को भाजपा (BJP) में शामिल करा लिया। जिसके बाद इन दो सीटों का समीकरण पूरी तरह से बदल गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि आरपीएन सिंह (Former Union Minister RPN Singh) या उनकी पत्नी पडरौना से चुनाव लड़ सकती हैं, इसी सीट से 2017 में स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) जीत कर आए थे।
आरपीएन के भाजपा में आते ही काफी उठापटक हुई और स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) पडरौना से फाजिलनगर (Fazil Nagar seat) शिफ्ट कर दिए गए। उनके लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सुरक्षित सीट चुनी क्योंकि विशेषज्ञों का मानना था कि आरपीएन के बीजेपी में आने से पडरौना में स्वामी प्रसाद की सीट फंस सकती है। इसीलिए अखिलेश ने उन्हें पडरौना से फाजिलनगर भेज दिया यहां मुस्लिम, कुशवाहा, यादव मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है।
फाजिलनगर का जातीय समीकरण
फाजिलनगर सीट (Fazil Nagar seat) की बात करें तो यहां पिछले दो चुनावों से बीजेपी के गंगा सिंह कुशवाहा जीत रहे हैं। इसके पहले समाजवादी पार्टी यहां जीत रही थी, लेकिन इस बार स्वामी प्रसाद मौर्य के लड़ने से यहां सपा का पलड़ा भारी हो गया है, क्योंकि मुस्लिम, यादव और कुशवाहा बिरादरी को वोट प्रतिशत को मिला दें तो यह आंकड़ा जी तक पहुंच जाता है। इसीलिए स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस सीट चुना है।इस सीट पर चनऊ और कुशवाहा बिरादरी का दबदबा है तो मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में है।
यहां करीब 90 हजार मुस्लिम मतदाता
- 55 हजार मौर्य-कुशवाहा
- 50 हजार यादव
- 80 हजार दलित
- 30 हजार ब्राह्मण
वैश्य 30, कुर्मी वोटर 28 हजार के करीब है। ठाकुरों की संख्या बहुत कम है इन्हीं समीकरण को देखकर अब जहां अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को यहां से टिकट दिया था वहीं मायावती ने दलित और मुस्लिम समीकरण बिताते हुए इलियास अंसारी को अपना प्रत्याशी नियुक्त कर दिया है। जिससे अब इस सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प हो गई है। फिलहाल आखरी फैसला फाजिलनगर की जनता को करना है, अब देखना होगा कि वह किस के सिर पर ताज पहनाती है।
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