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Lucknow News: ATS कानपुर यूनिट की बढ़ सकती हैं सुविधाएं, जानिए क्या है खास वजह

आतंक निरोधी दस्ता के पास एक अदद आफिस नहीं है, अधिकारी लोग लखनऊ जाकर काम करते हैं। योगी सरकार के घोषणा के बाद आस जगी है।

Sandeep Mishra
Report Sandeep MishraPublished By Deepak Raj
Published on: 15 July 2021 6:24 PM IST
प्रतिकात्मक फोटो सोशल मीडिया से ली गई है
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प्रतिकात्मक फोटो सोशल मीडिया से ली गई है

Lucknow News: सूबे में कानपुर भी आतंकी गतिविधियों का हमेशा से प्रमुख केंद्र रहा है। अभी हाल ही लखनऊ ए टी एस के द्वारा गिरफ्तार किये गए आतंकियों के तार भी कानपुर से जुड़े हैं। इससे पूर्व भी इस जिले में आतंकी वारदाते हुई और इस शहर में आतंकियों को शरण देने के मामले भी प्रकाश में आये हैं। इस शहर ने कई आतंकी अब तक पकड़े भी जा चुके हैं। इन सबके बावजूद भी कानपुर एटीएस के पास आज भी संसाधनों का अभाव है।

कानपुर एटीएस की यूनिट के पास अपना खुद का कोई कार्यालय नही है

सूत्र बताते हैं कि इस जिले में हुई आतंकी घटनाओं के बाद भी सरकार ने कानपुर ए टी एस को मजबूत करने की दिशा में अब तक कोई कदम नही उठाया है। कहने का अभिप्राय यह है कि सूबे की कानपुर ए टी एस को जो मजबूती मिलनी चाहिए थी वो अब तक नही मिली है। सूत्र बताते हैं कि कानपुर एटीएस की यूनिट के पास अपना खुद का कोई कार्यालय नही है। लिहाजा इस यूनिट के बड़े अधिकारी कानपुर के बजाय लखनऊ में ही बैठते हैं।


प्रतिकात्मक फोटो सोशल मीडिया से ली गई है


कानपुर ए टी एस के पास छह जिलों पर नजर रखने का उत्तरदायित्व है। इस यूनिट पर 11 लोगो का स्टाफ तैनात है। बताया जाता है कि कानपुर ए टी एस सम्भाग में एक डीएसपी,एक इंस्पेक्टर,एक सबइंस्पेक्टर और आठ सिपाहियों की तैनाती है। जबकि कानपुर सम्भाग में तैनात डीएसपी अपना कार्यालय न होने के कारण लखनऊ मुख्यालय में ही बैठ रहे हैं। वहीं ए टी एस के एक इंस्पेक्टर हरिशंकर मिश्र के स्थानान्तरण हो जाने के बाद अब तक दूसरे इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं की जा सकी है। सूत्र बताते हैं कि रेंज के छह जिले कानपुर नगर,कानपुर देहात,औरैया,इटावा, फर्रुखाबाद व कन्नौज को यही 11 लोगो का स्टाफ ही देख रहा है।

आज भी ए टी एस कानपुर यूनिट को एक स्थायी कार्यालय की दरकार है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व में ट्रैफिक लाइन में दो कमरों का एक ए टी एस कार्यालय हुआ करता था,जो काफी खस्ताहाल स्थिती में था। लगभग तीन साल पूर्व यह कार्यालय घुड़सवार पुलिस परिसर में शिफ्ट किया गया, लेकिन ये भी अस्थायी है। ए टी एस के सूत्र बताते हैं कि महाराजपुर इलाके में ए टी एस कानपुर कार्यालय के लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है।


प्रतिकात्मक फोटो सोशल मीडिया से ली गई है


लेकिन अभी यह निश्चित नहीं हो पाया है कि कानपुर ए टी एस का कब तक बन पाएगा?कानपुर में ए टी एस का कोई अपना कार्यालय न होने के कारण प्राइवेसी जैसी स्थितियों का सामना ए टी एस कानपुर के सामना करना पड़ता है। लखनऊ मुख्यालय पर निर्भर कानपुर ए टी एस कार्यक्षेत्र पहले कानपुर व झांसी मंडल हुआ करता था, कुछ समय पहले सरकार ने झांसी यूनिट अलग बनाई गई। तब से कानपुर ए टी एस का कार्यक्षेत्र कम हुआ है।

लेकिन यहां हाइटेक संसाधनो की कमी देखने को मिल रही है। कमांडो की भी संख्या कानपुर में उतनी नही है जितनी होनी चाहिए। अधिकतर कार्यो के लिये इस यूनिट को मुख्यालय पर ही निर्भर रहना पड़ता है। अभी राजधानी से अलकायदा के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे की ए टी एस काफी मजबूत करने की बात कही है। अब जब शासन ने ए टी एस को काफी मजबूत करने का फैसला लिया है, तो अब सम्भवना है कि कानपुर ए टी एस में कई सुविधाएं बढ़ेंगी।

Deepak Raj

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