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Bagambari Math Property : महंत नरेंद्र गिरी की मौत की वजह, जानें क्या है बाघम्बरी मठ की कितनी सम्पत्ति

Bagambari Math Property: नरेंद्र गिरी अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष थे यह परिषद देश के 13 अखाड़ों की प्रतिनिधि संस्था है।

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Newstrack NetworkPublished By Shraddha
Published on: 21 Sep 2021 7:33 AM GMT (Updated on: 21 Sep 2021 10:14 AM GMT)
महंत नरेंद्र गिरी की मौत की वजह
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महंत नरेंद्र गिरी की मौत की वजह (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

Bagambari Math Property : अखिल भारतीय अखाडा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri) की सोमवार को कथित तौर पर मौत हो गई है। इस घटना को आत्महत्या (suicide) बताया जा रहा है। इनके शव के पास से 7 - 8 पेज का सुसाइड बरामद हुआ है। पुलिस इस आत्महत्या की छानबीन कर रही है। उत्तराखंड की पुलिस ने इनके शिष्य आनंद गिरी को गिरफ्तार कर लिया है। आनंद का कहना है कि उसे किसी साजिश के तहत फसाया जा रहा है।

महंत नरेंद्र गिरी प्रयागराज (Prayagraj) के रहने वाले थे। नरेंद्र गिरी प्रयागराज के बाघंबरी मठ के महंत थे। इसके साथ वह संगम किनारे लेटे हुए हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी के रुप में कार्य करते थे। निरंजनी अखाड़े से उनका काफी जुड़ाव था वह इस अखाड़े के सचिव रह चुके हैं। इसके साथ इन्होंने रामजन्म भूमि में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। आइए जानते हैं कितनी है बाघंबरी मठ की कुल संपत्ति।

एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा आनंद गिरि महाराज से इस मामले में पूछताछ जारी है

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है हरिद्वार से गिरफ्तार किए गए आनंद गिरि महाराज प्रयागराज पहुंच चुके हैं और अब पुलिस लाइन में उनसे पूछताछ की जा रही है एडीजी प्रेम प्रकाश आनंद गिरि महाराज से इस मामले से जुड़े कई मुद्दों पर पूछताछ की जाएगी । प्रेम प्रकाश ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद गुत्थी सुलझाने की कोशिश की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है।



महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में अधिवक्ता सुनील चौधरी के अनुसार इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका दाखिल कर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की गई है, याचिका में कहा गया है कि इस मामले में यह भी बात निकल कर सामने आ रही है कि कुछ उच्च पुलिस अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं, ऐसे में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।

कितनी है बाघंबरी मठ की संपत्ति

नरेंद्र गिरी अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष थे यह परिषद देश के 13 अखाड़ों की प्रतिनिधि संस्था है। नरेंद्र गिरी 2004 में बाघंबरी मठ के महंत बनाए गए थे। इसके साथ ही बाघंबरी मठ की प्रयागराज शहर के अलावा नोएडा में भी कई एकड़ जमीन है। जिसकी कीमत कई अरब बताई जा रही है। इसके अलावा मठ और संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर से भी करोडो रुपये की आमदनी होती है। नरेंद्र गिरी का इनके शिष्य आनंद गिरी से इसी बात को लेकर विवाद हुआ था और यह विवाद काफी सुर्खियों में भी चला था।


संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)


देश में अभी 13 अखाड़े हैं इन अखाड़ों के जिम्मे सनातन हिन्दू धर्म की रक्षा का भार है। ये सभी 13 अखाड़े तीन मतों में बाटे हुए हैं।

शैव संन्यासी संप्रदाय के सात अखाड़े हैं जो इस प्रकार हैं।

1. पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी

2. पंच अटल अखाड़ा

3. पंचायती अखाड़ा निरंजनी

4. तपोनिधि आनंद अखाड़ा पंचायती

5. पंचदशनाम जूना अखाड़ा

6. पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा

7. पंचदशनाम पंच अग्नि अखाड़ा

बैरागी वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़े

8 . दिगंबर अनी अखाडा

9. निर्वानी अनी अखाडा

10. पंच निर्मोही अनी अखाडा

उदासीन सम्प्रदाय के तीन अखाड़े

11. पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा

12. पंचायती अखाड़ा नया उदासीन

13. निर्मल पंचायती अखाड़ा

शिष्य आनंद गिरी ने महंत पर लगाया था आरोप


शिष्य आनंद गिरी ने महंत (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)

आनंद गिरी ने महंत नरेंद्र गिरी पर मठ और हनुमान मंदिर से होने वाली करोड़ों रुपये की आमदनी में हेरफेर समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे। आनंद गिरी ने दो वीडियो भी जारी किए थे जिसमें मंदिर के रुपयों के दुरुपयोग के आरोप लगाए थे इसके साथ इस वीडियो में बार बालाओं के साथ मठ और मंदिरों सी जुड़े लोग डांस कर रहे थे। इसी के चलते नरेंद्र गिरी ने अपने शिष्य आनंद गिरी को निष्कासित कर दिया था। हालांकि इसके बाद शिष्य आनंद गिरी ने पैर पकड़कर माफ़ी भी मांगी थी।

नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य का नाम सबसे ऊपर

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि का नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में उनके ऊपर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का बड़ा आरोप लगाया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच की बात कही गई है । मगर पूछताछ के बाद उत्तराखंड पुलिस ने आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें प्रयागराज लाया जा रहा है। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस ने इस मामले में त्वरित कदम उठाया है। आनंद गिरि के खिलाफ प्रयागराज के जार्जटाउन थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।


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