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Prayagraj: रहस्यमयी सवालों के जवाब खोजने बाघम्बरी मठ पहुंची CBI की टीम, लोगों की उड़ीं हवाइयां

Narendra Giri suicide Case: सीबीआइ स्पेशल ब्रांच के एएसपी और इस केस के मुख्य जांच अधिकारी केएस नेगी की 11 सदस्यीय टीम दोपहर बाद पुलिस लाइन से सीधे बाघम्बरी मठ पहुंची।

Sandeep Mishra
Report Sandeep MishraPublished By Monika
Published on: 25 Sep 2021 3:28 PM GMT
Mahant Narendra Giri
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महंत नरेंद्र गिरि की हत्या का राज जानने सीबीआई पहुंची बाघम्बरी मठ (फोटो : सोशल मीडिया )

Narendra Giri suicide Case: प्रयागराज में अखाड़ा परिषद (Prayagraj Akhara Parishad) के अध्यक्ष व बाघम्बरी पीठ के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध आत्महत्या ( Narendra Giri suicide Case) प्रकरण पर आज सीबीआई की 11 सदस्यीय टीम (CBI team 11-member) बाघम्बरी मठ (Baghambari Math) में गहन निरीक्षण के लिये पहुंची। बाघम्बरी मठ में प्रवेश करते ही सीबीआई टीम ने सबसे पहले अपना रुख उस कमरे की तरफ किया जिस कमरे में महन्त नरेद्र गिरि ने सन्दिग्ध आत्महत्या की थी।कुछ देर उस कमरे का बारीकी से मुआयना करने के बाद सीबीआई टीम ने अपना रुख उस स्थान के लिये किया जिस स्थान पर स्वामी जी की समाधि लगाई गयी है। जांच के पहले दिन टीम ने घटना स्थल का सिर्फ निरीक्षण किया है।

सीबीआइ स्पेशल ब्रांच के एएसपी और इस केस के मुख्य जांच अधिकारी केएस नेगी की 11 सदस्यीय टीम दोपहर बाद पुलिस लाइन से सीधे बाघम्बरी मठ पहुंची।सीबीआइ टीम के साथ एसआईटी टीम भी थी।टीम ने बाघम्बरी मठ में प्रवेश करते ही सबसे पहले अपना रुख उस कमरे की तरफ किया जिस कमरे में महन्त नरेद्र गिरि के कथित आत्महत्या की थी।कुछ देर उस कमरे का बारीकी से मुआयना करने के बाद सीबीआई टीम ने अपना रुख उस स्थान के लिये किया जिस स्थान पर स्वामी जी की समाधि लगाई गयी है। इस बारीकी मुआयने के दौरान एसआईटी की टीम हर बिंदु पर सीबीआई टीम से चर्चा करते देखी गयी।हालांकि आज अपने बाघम्बरी मठ के मुआयने के समय सीबीआई की टीम ने किसी से कोई पूछताछ नहीं की। लेकिन मठ व मठ से जुड़े लोगों के चेहरे की हवाइयां जरूर उड़ रहीं थीं। जब तक सीबीआई की टीम मठ के भीतर अपनी जांच करती रही तब तक मठ के भीतर एक सन्नाटा सा खिंचा रहा।अपने लगभग दो घण्टे के मुआयने के दौरान सीबीआई की टीम ने वहां मौजूद मठ से जुड़े लोगों से कोई बातचीत नहीं की।बस सीबीआई की टीम व एसआईटी की टीम आपस में ही इस केस को लेकर चर्चा करते रहे हैं।सीबीआई को कुछ सवालों के जवाब तो खोजने ही हैं।

अब सीबीआई को इस केस से जुड़े व सबसे महत्वपूर्ण सवाल की स्थिति स्पष्ट करनी होगी। सीबीआई को बहुत जल्द यह खुलासा कर देना होगा कि

- स्वामी जी की हत्या है या आत्महत्या?

-बरामद सुसाइड नोट उनका लिखा है या गुमनाम हत्यारे का लिखा है?

-हरिद्वार से स्वामी नरेद्र गिरि से किसने बताया था कि आनंदगिरि उनका वीडियो वायरल करने वाला है?

-क्या वाकई स्वामी जी का इस तरह का कोई वीडियो है जो अब तक सिर्फ चर्चा में ही है वरन सामने नहीं आया है?

-मठ की सम्पत्तियों को बेचने की हकीकत तस्वीर क्या है?

-क्या आनंदगिरि व स्वामी नरेंद्र गिरि के बीच चल रहे लम्बे समय से तनाव का किसी ने अपने मकसद को हल करने के लिये यह साजिश रची है?

इन सवालों को लेकर उनके अनुयायी अब अपना धैर्य खो रहे हैं।वे अब इन सभी प्रश्नों का जवाब चाहते हैं।वे चाहते है कि अब सीबीआई की टीम अब इन रहस्यों से पर्दा उठा दे।

मठ के सीसीटीवी फुटेज सीबीआई ने लिए अपने कब्जे में

सूत्र बताते हैं कि मठ के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरे के सभी फुटेज जो एसआईटी ने कलेक्ट किये थे, वे सभी अब सीबीआई ने अपनी सुपुर्दगी में ले लिए हैं। अब प्रयागराज में यह चर्चा तेजी से हो रही है कि जब किसी आश्लील फर्जी वीडियो जारी करने की सूचना स्वामी जी को समय से मिल गयी थी तो इसकी जानकारी उन्होंने उन लोगों को देना क्यों मुनासिब नही समझा, जो मौजूदा सत्ता बेहद करीब थे।अखिर स्वामी जी इस फर्जी वीडियो की बात सुनकर इतना डर क्यो गए थे ? जो उन्हें अपने जीवन को ख़त्म करने का निर्णय लेना पड़ा।

सीबीआई की टीम की सेवा में रहेंगे डीएम ,एसएसपी

सुत्रों ने बताया कि प्रयागराज के डीएम व एसएसपी हर पल टीम के साथ ही रहेंगे।टीम को कब क्या जरूरत है ? कब कितनी फोर्स चाहिए है? इस सब पर डीएम व एसएसपी नजर रखेंगे।

कल से शुरू हो सकता है पूछताछ के दौर

कल से या आज रात से ही सीबीआई इस प्रकरण के सन्दिग्ध लोगों से अपनी पूछताछ शुरू कर सकती है।सीबीआई जेल में जाकर आनंदगिरि, अद्या तिवारी व उसके पुत्र सन्दीप से भी पूछताछ पुनः करेगी ।इसके अतिरिक्त सीबीआई की टीम उन सभी सस्पेक्ट लोगों से पूछताछ कर सकती है जिनके नाम इस केस से किसी न किसी रूप में जुड़ चुके हैं।

दोबारा हो सकती है समाधि की खुदाई

सूत्र बताते हैं कि अगर सीबीआई को जरूरत महसूस हुई तो भूमि समाधि ले चुके महन्त आनंद गीरि के समाधि स्थल की भी पुनः जांच करने के लिये उस स्थान की भी खुदाई करवाई जा सकती है, जहां पर उन्हें भूमि समाधि दी गयी है।

बाघम्बरी मठ से जुड़ी जमीन की खरीद फरोख्त करने वाले भी सीबीआई के रडार पर

सूत्र बताते हैं कि बाघम्बरी मठ से जुड़ी जमीन से खरीद फरोख्त करने वाले लोगों से भी सीबीआई की टीम अपनी पुछ्ताछ कर सकती है।इस सन्दर्भ में सीबीआई की टीम ने जानकारियां भी जुटानी शुरू कर दीं हैं।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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