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Prayagraj News: प्रयागराज के 175 लाभार्थियों को मिला लाभ, विश्कर्मा श्रम सम्मान योजना में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बांटी किट
Prayagraj News: विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के 175 लाभार्थियों में बांटे गए टूल किट
Prayagraj News: योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आज प्रयागराज के शहर पश्चिमी विधानसभा के पीपलगांव इलाके में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना (Vishwakarma Shram Samman Yojana) के 175 लाभार्थियों को टूल कीट वितरित की (labharthiyon ko tools keet vitarit)। इस दौरान मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (Siddharthnath Singh) ने बताया की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना (Vishwakarma Shram Samman Yojana) की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने वर्ष 2019 में की थी। योजना का मकसद था की हर कोई अपने रोजगार को सम्मानजनक तरीके से कर सके, इसमें अगर कोई आर्थिक परेशानी अड़चन आए या फिर कोई प्रशिक्षण की जरूरत हो तो सरकार उन्हें उपलब्ध कराके स्वावलम्बी बनने में उनकी मदद करेगी।
इस दौरान मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (Siddharthnath Singh) के हाथों टूल कीट (labharthiyon ko tools keet vitarit) पाने वाले लाभार्थियों के चेहरे पर खुशी भी देखने को मिली। लाभार्थियों ने कहा की प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार की योजनाओं की बदौलत आज वे स्वावलम्बी बनकर खुद का रोजगार कर रहे हैं। इससे उनकी जहां आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो रही है, तो वहीं वे दूसरों को भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके पहले की सरकारों ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते उनकी स्थिति बदहाल थी। लेकिन योगी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के चलते आज वे स्वालम्बी बनकर परिवार का भरण पोषण आसानी से कर पा रहे हैं।
विश्कर्मा श्रम सम्मान योजना (Vishwakarma Shram Samman Yojana) के तहत सूबे की योगी सरकार बेरोजगार ग्रामीणों को स्वालम्बी बनाने का काम कर रही है। इस योजना के तहत ग्रामीणों को रोजगार सृजन से जुड़ी ट्रेनिंग देकर उन्हे प्रशिक्षित किया जाता है। जिसमें महिला को सिलाई, कटाई, बुनाई समेत अन्य स्वरोजगार से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही पुरुषो को हलवाई, कारपेंटर, राजगीर मिस्त्री समेत अन्य ट्रेडिशनल वर्क से जुड़े लोगों को ट्रेंड करके सरकारी योजनाओं का लाभ देकर उन्हे स्वावलम्बी बनाया जाता है। जिसके चलते वह खुद से अपने रोजगार को विकसित कर सकें। इसके लिए उन्हे आर्थिक तौर पर सरकार अलग अलग विभागों के जरिए बैंक से आसान ऋण उपलब्ध कराती है। इसका मकसद सिर्फ़ इतना है की कोई भी व्यक्ति अगर पढ़ा लिखा है या नहीं भी है, अगर वह खुद का कोई व्यवसाय करना चाहता है तो सरकार उसे स्वालम्बी बनाने के लिए रोजगार से जुड़ी ट्रेनिंग देने के साथ साथ उन्हे आसानी से ऋण भी उपलब्ध कराएगी।