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Tokyo Olympics: ओलंपियन गुरजीत और निशा का प्रयागराज में हुआ भव्य स्वागत, रेलवे ने किया सम्मानित
Tokyo Olympics: रेलवे ने प्रयागराज पहुंचने पर दोनों खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया और सम्मानित भी किया गया।
Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की दो खिलाड़ी गुरजीत कौर और निशा वारसी शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचीं। गुरजीत कौर और निशा वारसी रेलवे में नौकरी करती हैं और दोनों अभी प्रयागराज में ही तैनात हैं। भारतीय महिला हाकी टीम को ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाली वाली गुरुजीत कौर और निशा टोक्यों से लौटने के बाद पहली बार प्रयागराज पहुंची।
रेलवे ने प्रयागराज पहुंचने पर दोनों खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया और सम्मानित भी किया गया। रेलवे अधिकारियों ने सम्मान समारोह का आयोजन किया जिसमें दोनों खिलाड़ियों के टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन का वीडियो क्लिप भी दिखाया गया।
इस मौके पर एनसीआर रेलवे के जीएम प्रमोद कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सीपीआरओ डॉक्टर शिवम शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। इस अवसर पर दोनो खिलाड़ियों की कोच पुष्पा श्रीवास्तव, साथ ही एनसीआर की रेलवे महिला हॉकी खिलाड़ी भी मौजूद रहीं। दोनों को फूलों का गुलदस्ता, शॉल और मोमेंटम देकर सम्मानित किया गया।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मैचों में 70 से ज्यादा गोल कर चुकीं गुरजीत कौर मूलरूप से पंजाब के अमृतसर जिले की रहने वाली हैं। वर्ष 2016 से वह डीआरएम दफ्तर प्रयागराज के पर्सनल विभाग में सीनियर क्लर्क हैं। वहीं सोनीपत की निशा वारसी भी डीआरएम दफ्तर के कामर्शियल विभाग में सीनियर क्लर्क हैं। दोनों ही खिलाड़ियों ने भारतीय महिला हॉकी टीम में रहकर बेहतर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देखते हुए उनके प्रमोशन की फाइल रेलवे बोर्ड को भेजी जा चुकी है।
गुरजीत कौर ने बताया कि इस बार पूरी टीम ने यह संकल्प ले रखा था कि हर हाल में इसबार हमको सबसे अच्छा परफॉर्मेंस करना होगा और इसी सोच के चलते महिला हॉकी टीम ने एक नया इतिहास दर्ज किया है। गुरजीत कौर ने जीत का श्रेय सभी खिलाड़ियों के साथ-साथ देश की जनता और रेलवे विभाग को भी दिया क्योंकि प्रोत्साहन देने में सभी का योगदान है। तो वहीं निशा वारसी ने भी जीत की खुशी जाहिर की। उनका कहना है कि महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए उनके परिवार वालों को प्रोत्साहन करना चाहिए ताकि देश की बेटियां देश का गौरव बनें।
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