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Prayagraj: अतीक के परिवार को मिलाकर मुसलमानों को साधने में लगे ओवैसी, मंच पर भावुक हुईं शाइस्ता परवीन

Prayagraj News: इस बार के चुनाव मैदान में उतारने के लिए मुसलमान के साथ-साथ हर समुदाय के बड़े चेहरों के वह संपर्क में है। प्रयागराज पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने अतीक अहमद का समर्थन किया।

Syed Raza
Report Syed RazaPublished By Shweta
Published on: 25 Sept 2021 8:43 PM IST (Updated on: 25 Sept 2021 8:45 PM IST)
प्रयागराज पहुंचे ओवैसी
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प्रयागराज पहुंचे ओवैसी

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हर राजनीतिक पार्टियों ने आम जनता को अपने पक्ष में जुटाने के लिए कवायद शुरू कर दी है। एआईएमआईएम के चीफ़ ओबैसी ने तो हाल फ़िलहाल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को अपना हथियार बना रखा है। अतीक अहमद व अभी हाल में एसटीएफ द्वारा गिरफ़्तार मौलाना कलाम सिद्दीक़ी के मार्फ़त एक ओर जहां वह अपना जनाधार मज़बूत कर रहे हैं , वहीं सपा व कांग्रेस को घेरने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं।

इस बार के चुनाव मैदान में उतारने के लिए मुसलमान के साथ-साथ हर समुदाय के कई बड़े चेहरों के वह संपर्क में है। प्रयागराज पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने अतीक अहमद का समर्थन किया। ओवैसी ने कहा कि अतीक अहमद सिर्फ एक ही नहीं है, बल्कि यूपी में हजारों अतीक अहमद हैं जो कि जेलों में सड़ रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि अहमदाबाद जेल में अतीक अहमद से मिलने की परमिशन नहीं मिलने पर मैं काफी दुखी हूँ।

भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बीजेपी के 100 विधायक ऐसे होंगे जिनके खिलाफ मामला दर्ज होगा या फिर कोई ना कोई अपराधिक गतिविधियों में उनका हाथ रहा होगा । उन्होंने यह भी कहा कि अतीक अहमद पर भारतीय जनता पार्टी ने तो अत्याचार किया ही, पर सपा भी पीछे नहीं है।


प्रयागराज में ओवैसी ने हाल ही में यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी का भी जिक्र किया।उन्होंने पूछा, ''आप जानते हैं कि मौलाना कलीम सिद्दीकी कौन है, जिनको यूपी एटीएस ने अरेस्ट किया है? मुझे तीन दिनों से रोज कोई न कोई वॉट्सऐप, एसएमएस आते हैं, जिसमें पूछा जाता है कि ओवैसी साहब कलीम पर कब बोलेंगे? मेरे पास कांग्रेस और सपा नेता का फोन आया तो मुझसे कहा गया कि ओवैसी भाई आप मौलाना कलीम पर कब बोलेंगे तो मैंने पलटकर पूछ लिया कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव इस बारे में कब बात करेंगे?

'कलीम पर अखिलेश ने बोला तो लोग नहीं देंगे वोट'


एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि सपा नेता ने उनसे कहा कि यदि अखिलेश यादव मौलाना कलीम पर बोलते हैं तो दूसरे लोग उन्हें वोट नहीं देंगे। ओवैसी ने यूपी पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा, ''जो पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिन विषयों पर बोलती है, उसका एफआईआर में जिक्र नहीं होता है।" ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि मुसलमानों को केवल छला गया है जबकि मुसलमानों के लिए किसी भी पार्टी ने भला नहीं किया है ।इस बार के चुनाव में हम मुसलमान प्रत्याशी तो उतारेंगे ही ,साथ ही साथ अन्य जाति के लोगों को भी टिकट देंगे।


वहींं, ओवैसी के संबोधन से पहले अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने जनसभा को संबोधित किया, इस दौरान अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने अतीक अहमद का जेल से भेजा हुआ पत्र पढ़ा। इस पत्र में अतीक ने साबरमती जेल से भावुक पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोला है। अतीक अहमद का लिखा पत्र को उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने मंच से पढ़ा।अपने पत्र में अतीक अहमद ने लिखा कि मैं और मेरा भाई जेल में हैं। मेरे बेटे पर इनाम रखा गया। मुझे मजबूर में यह पत्र अपनी पत्नी से पढ़ने के लिए कहना पड़ा। मेरे वालिद जिंदा होते तो शायद इसकी इजाजत नहीं देते।


पति का खत पढ़ते-पढ़ते शाइस्ता भावुक हो उठीं और मंच पर ही फफक पड़ीं। अतीक ने अपने पत्र में आगे सपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि पार्टी से कुछ टिकट मुसलमानों को दे दिया जाता है। इनको (सपा को) ऐसा मुसलमान सांसद और विधायक चाहिए जो इनके सामने हाथ जोड़कर जी-हुजूरी करें। उन्होंने आगे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि मुझे अखिलेश यादव ने सिर्फ जेल ही नहीं भेजा बल्कि उनकी सरकार ने मेरी जमानत का भी विरोध किया। अतीक अहमद ने आगे लिखा कि सपा को इलाहाबाद और कौशांबी में कितने लोग जानते थे। मुझे आप लोग विधायक मानते थे। मैंने मुलायम सिंह यादव का समर्थन किया। जब भी मुलायम सिंह यादव ने रैली की, मैंने उनका समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि मुझे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बी टीम कहते हैं। अपने भाई को भाई कहने में अखिलेश यादव और सपा को शर्म आती है। अपने भाई का झंडा उठाने में इन्हें शर्म आती है।


पूर्व सांसद अतीक अहमद ने कहा कि हमारे बाप-दादा चाहते तो पाकिस्तान जा सकते थे लेकिन हम यहीं रहे। हम अपने मुल्क के लिए जान दे भी सकते हैं और जान ले भी सकते हैं। जब भी मुल्क पर सवाल आया तो मुसलमान सबसे आगे लड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई विधायक या सांसद बनने की नहीं है, अब लड़ाई अपना हक लेने की है। अतीक ने साथ ही अपने पत्र में भी यह भी कहा कि अब हम टिकट मांगने वाले नहीं, टिकट देने वाले बनेंगे। अतीक अहमद ने कहा कि अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में 10 हजार वोट भी मुसलमानों के हों तो सिर्फ एआईएमआईएम को ही पड़े और दूसरी पार्टियों को हरवा दो। अगर जिंदा हो तो जिंदा होने का एहसास भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी दिली ख्वाहिश थी कि ओवैसी साहब से मिलूं। जब मिला तो सुकून मिला और यूपी की सियासत को लेकर बात भी होती लेकिन गुजरात सरकार और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी।

Shweta

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