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Siddharthnagar Crime News: प्रेम प्रसंग में हुई थी बाबूराम की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

सिद्धार्थनगर पुलिस ने 30 जुलाई को हुई युवक की हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

Intejar Haider
Published on: 1 Aug 2021 4:49 PM GMT
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हत्या के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Siddharthnagar Crime News: सिद्धार्थनगर पुलिस ने 30 जुलाई को हुई युवक की हत्या का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 48 घंटे के भीतर हत्या के इस खुलासे में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है। मामला मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के बहोरवा घाट गांव का है। आपको बताते चलें की 30 जुलाई को बहोरवा गांव निवासी 20 वर्षीय बाबूराम निषाद का शव बगल से गुजरने वाली बूढ़ी राप्ती नदी में मिला था। मृतक बाबू राम के पिता रणजीत ने पुलिस को 29 की शाम से अपने पुत्र के गुमशुदगी की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज कराई थी। 30 जुलाई को शव मिलने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या होने की पुष्टि के बाद पुलिस जांच में जुट गई। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि हत्या के 48 घंटे के भीतर इसका खुलासा किया गया है। इस हत्या के मामले में बहोरवा गांव के ही अशर्फी, संतोष और दुर्गा निषाद को गिरफ्तार किया गया है। तीनों एक ही परिवार के हैं। अशर्फी और संतोष सगे भाई हैं और दुर्गा निषाद के पुत्र हैं। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ करने पर इस हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया। दुर्गा निषाद की पुत्री का मृतक बाबूराम के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी से आवेश में आकर इन लोगों ने बाबूराम को मारा पीटा और गला दबाकर हत्या कर दी। साथ ही शव को नदी में फेंक दिया।

पुलिस तीनों आरोपियों पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है। साथ ही 48 घंटे में इस हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रुपए से पुरस्कृत किया गया है। बताते चलें कि पुलिस की लापरवाही के चलते बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन के दौरान कड़ी नाराजगी जताई थी। जनता दर्शन में अधिकतर मामले पुलिस से जुड़े होने पर उन्होंने निर्देश दिया था कि यह सुनिश्चित किया जाए कि थाने पर आने वाले फरियादियों की बात सुनी जाए, जिससे उन्हें यहां तक आने की जहमत न उठानी पड़े। साथ ही उन्होंने कहा था कि फरियादियों की सुनवाई न करने वाले थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बाद अधिकतर पुलिसकर्मी हरकत में आ गए हैं।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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