×

Atul Rai : घोसी सांसद के खिलाफ दुष्कर्म का मामला गरमाया, यूपी पुलिस से जवाब तलब, इंस्पेक्टर समेत दो निलंबित

Atul Rai News In Hindi: घोसी के सांसद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। उसके साथ ही इस मामले में गवाह पुरुष ने भी खुद को आग लगा ली थी।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari / Anshuman TiwariPublished By Shivani
Published on: 18 Aug 2021 10:31 AM IST
Atul Rai News
X

अतुल राय (Photo Social Media)

Atul Rai News In Hindi : घोसी के सांसद अतुल राय (Ghosi MP Atul Rai) पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली यूपी के सुप्रीम कोर्ट पर आत्मदाह का प्रयास करने के के बाद यह मामला एक बार फिर काफी गरमा गया है। वाराणसी के पुलिस आयुक्त ने दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में लापरवाही बरतने में कैंट पुलिस थाने के इंस्पेक्टर और और मामले की विवेचना करने वाले दरोगा को निलंबित कर दिया है।

दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी उत्तर प्रदेश की पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा है।

सुप्रीम कोर्ट पर किया था आत्मदाह का प्रयास

घोसी के सांसद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। उसके साथ ही इस मामले में गवाह पुरुष ने भी खुद को आग लगा ली थी। आत्मदाह का प्रयास करने से पहले इन दोनों में सोशल मीडिया पर लाइव भी किया था। इस लाइव के दौरान महिला ने खुद को दुष्कर्म पीड़िता बताते हुए कहा था कि उसे इस मामले में अभी तक न्याय नहीं मिल सका है।

आत्मदाह से पहले दोनों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में घुसने की कोशिश की मगर सुरक्षाकर्मियों की ओर से रोके जाने पर बाद में उन्होंने कोर्ट के सामने खुद को आग लगा ली। आत्मदाह की कोशिश के बाद दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुष्कर्म पीड़िता 85 फीसदी तक झुलस गई है जबकि पुरुष 65 फीसदी।

इंस्पेक्टर और विवेचक निलंबित

इस घटना के बाद घोसी के सांसद के खिलाफ दुष्कर्म का मामला एक बार फिर गरमा गया है। वाराणसी के पुलिस आयुक्त सतीश गणेश ने इस मामले में वाराणसी के कैंट थाने के इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह और दरोगा गिरजा शंकर यादव को निलंबित कर दिया है। इन दोनों के खिलाफ दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में लापरवाही बरतने का आरोप है। इन दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।


साक्ष्य जुटाए बिना पुलिस कर रही थी कार्रवाई

घोसी सांसद के भाई पवन सिंह ने पिछले साल नवंबर में दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। आत्मदाह से पहले दुष्कर्म पीड़िता ने वाराणसी पुलिस पर कई आरोप लगाए थे। मामला गरमाने के बाद वाराणसी के पुलिस आयुक्त ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन दोनों को निलंबित किया है। कैंट थाने के इंस्पेक्टर और विवेक ने इस मामले में कोई साक्ष्य ही नहीं जुटाए।

दुष्कर्म पीड़िता और उसके दोस्त के खिलाफ जिन-जिन बिंदुओं पर आरोप लगाए गए थे, उन बिंदुओं की पड़ताल किए बिना उनकी गिरफ्तारी और पेश होने के लिए दबाव बनाते रहे। इस मामले में कई बार उनके घरों पर दबिश भी दी गई। आरोप है कि पुलिस इस मामले में विपक्षियों के दबाव में काम कर रही थी और इसी कारण बिना साक्ष्य जुटाए दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी पर दबाव बनाया जा रहा था।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगा जवाब

दुष्कर्म पीड़िता से जुड़ा मामला होने के कारण अब राष्ट्रीय महिला आयोग भी सक्रिय हो गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस बाबत उत्तर प्रदेश पुलिस से जवाब तलब किया है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में आयोग की अध्यक्ष ने इस मामले में अभी तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा पर भी स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग की अध्यक्ष ने दिल्ली पुलिस के आयुक्त को भी पत्र लिखकर इस मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा है।

प्रयागराज पुलिस ने भी नहीं की कार्रवाई

प्रयागराज पुलिस से भी दुष्कर्म पीड़िता को न्याय नहीं मिल सका था। सांसद पर दर्ज रेप केस के मामले की सुनवाई के सिलसिले में दुष्कर्म पीड़िता अपने साथी के साथ गवाही देने के लिए पिछले साल 18 दिसंबर को प्रयागराज पहुंची थी। इस दौरान कचहरी परिसर में कुछ लोगों ने दुष्कर्म पीड़िता पर हमला कर दिया था। बाद में दुष्कर्म पीड़िता ने इस मामले में कर्नलगंज थाने में मारपीट,छेड़खानी, हमला और लूट समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।


इस मामले में वकीलों के हंगामे के बाद क्रॉस केस भी दर्ज कर लिया गया था। दूसरे पक्ष की ओर से दर्ज मुकदमे में दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी पर मारपीट और लूट का आरोप लगाया गया था। मामला सीसीटीवी फुटेज में कैद होने के बावजूद इस मामले में कर्नलगंज पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई और जांच अभी तक लंबित पड़ी है।



Shivani

Shivani

Next Story