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Mahashivratri 2022 varanasi Kashi Vishwanath Temple: बाबा विश्वनाथ के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब, काशी में हर जगह हर-हर महादेव की गूंज
Mahashivratri 2022 varanasi Kashi Vishwanath Temple बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सोमवार से ही शुरू हो गया था। बाबा विश्वनाथ के दरबार के अलावा काशी के अन्य शिवालयों में भी भक्तों का तांता लगा हुआ है।
Mahashivratri 2022 varanasi Kashi Vishwanath Temple: महाशिवरात्रि के मौके पर आज पूरी काशी बाबा भोलेनाथ के रंग में रंग गई है। इस पावन मौके पर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए आधी रात से ही भक्तों की कतार लग गई। तड़के मंगला आरती के बाद बाबा का पट खुलते ही चारों ओर हर-हर महादेव की गूंज सुनाई पड़ने लगी। काशी को भगवान शिव की नगरी माना जाता है और महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या से ही चारों ओर बम-बम की गूंज सुनाई देने लगी।
बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सोमवार से ही शुरू हो गया था। बाबा विश्वनाथ के दरबार के अलावा काशी के अन्य शिवालयों में भी भक्तों का तांता लगा हुआ है। खास तौर पर मार्कंडेय महादेव मंदिर में विभिन्न जिलों से पहुंचने वाले भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है। काशी के विभिन्न शिवालयों में भीड़ को नियंत्रित करने में जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
आधी रात से ही उमड़ी भक्तों की भीड़
महाशिवरात्रि के मौके पर काशी पूरी तरह शिवमय नजर आ रही है। चारों ओर हर-हर महादेव का उद्घोष गूंज रहा है। आधी रात से ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बेचैन भक्तों को मंदिर का पट खुलते ही सुकून मिला। देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे श्रद्धालु जल्द से जल्द बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए बेचैन थे। दिन चढ़ने के साथ ही भक्तों की भीड़ का दबाव और बढ़ गया।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद पहली बार भक्तों को बाबा के दरबार में मत्था टेकने का मौका मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था। अब यह इलाका काफी विस्तृत हो चुका है और इसलिए माना जा रहा है कि इस बार भक्तों को बाबा का दर्शन करने में सहूलियत होगी।
भक्तों ने मांगा बाबा से आशीर्वाद
महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार किया गया है। श्रृंगार की विभिन्न सामग्रियों से सजी बाबा की झांकी का दर्शन करके भक्तों ने मन की मुराद पूरी करने का आशीर्वाद मांगा। इस बार गंगा घाट से भी भक्तों को जल लेकर बाबा का अभिषेक करने का मौका दिया गया है। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं को पहली बार मां गंगा का जल लेकर घाट से बाबा के दरबार में पहुंचने का मौका मिला है। आधी रात से ही श्रद्धालुओं ने मंदिर के आसपास जगह घेरने की शुरुआत कर दी थी। मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में पहुंचकर दर्शन और जलाभिषेक किया।
स्वर्णिम आभा से दमक रहा है गर्भगृह
इस बार महाशिवरात्रि के मौके पर भक्तों को बाबा विश्वनाथ मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों से अभिषेक की अनुमति दी गई है। श्रद्धालु गर्भगृह के चारों द्वारों से बाबा भोलेनाथ का अभिषेक कर सकेंगे। मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने का पत्तर चढ़ाने का काम पूरा किया जा चुका है। स्वर्णिम शिखर वाले बाबा विश्वनाथ के मंदिर का गर्भगृह भी अब स्वर्णिम आभा से दमकने लगा है।
रविवार को बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी भी बाबा की स्वर्णिम आभा को निहारते रह गए थे। इस बार कतार में लगने वाले श्रद्धालुओं के लिए थोड़ी-थोड़ी दूर पर बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था भी की गई है। इस स्क्रीन पर भी शिव भक्त बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर सकते हैं। मंदिर प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की परेशानी दूर करने के लिए इस बार यह व्यवस्था की गई है।
मार्कंडेय महादेव में भी उमड़े श्रद्धालु
काशी को शिव की नगरी यूं ही नहीं कहा जाता। बाबा विश्वनाथ के अलावा काशी में कई और प्रसिद्ध शिवालय भी हैं। खास तौर पर मार्कंडेय महादेव मंदिर में भी भक्तों का अपार जनसमूह उमड़ा हुआ है। मार्कंडेय महादेव में भक्तों का रेला सोमवार से ही पहुंचने लगा था और इस मौके पर दो दिवसीय मेले का आयोजन भी किया गया है।
सुबह मंदिर का पट खुलते ही बाबा को जलाभिषेक करने के लिए भक्तों का तांता लग गया। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यहां जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही गंगा घाटों पर गोताखोर व जल पुलिस भी तैनात की गई है।
अन्य शिवालयों में भी लगा भक्तों का तांता
महाशिवरात्रि के मौके पर काशी में जगह-जगह शिव बारात निकालने की भी जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर, तिलभांडेश्वर महादेव, महामृत्युंजय मंदिर, जागेश्वर महादेव, सारंगनाथ, रामेश्वर, गौरी केदारेश्वर आदि मंदिरों में भी बाबा का दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। सुबह से ही मंदिरों में माला फूल और पूजन सामग्री लेकर श्रद्धालु पहुंचने लगे थे और माना जा रहा है कि देर रात तक बाबा के दरबार में शिव भक्तों का तांता लगा रहेगा।