UP Election 2022: काशी में 2017 का इतिहास दोहराना चाहती है भाजपा, पीएम मोदी के सहारे पार्टी की बड़ी तैयारी

UP Election 2022: बीजेपी काशी में 2017 का इतिहास फिर दोहराने की कोशिश में जुटी हुई है और इसके लिए पार्टी एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी का ही सहारा लेने जा रही है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shreya
Published on: 2 March 2022 3:44 AM GMT
PM Narendra Modi will rally in Jaunpur and Chandauli on March 3
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पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो- न्यूजट्रैक) 

UP Election 2022: साल 2017 के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2017) में भाजपा गठबंधन ने वाराणसी जिले (Varanasi) की आठों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी की इस कामयाबी के पीछे अंतिम क्षणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से किए गए रोड शो (PM Modi Road Show) और प्रचार को बड़ा कारण माना माना गया था।

इस बार पार्टी फिर उसी इतिहास को दोहराने की कोशिश में जुटी हुई है और इसके लिए पार्टी एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी का ही सहारा लेने जा रही है। वाराणसी और पूर्वांचल के अन्य जिलों की सीटों पर सातवें और आखिरी चरण में 7 मार्च को मतदान (Varanasi Election Date 2022 In Hindi) होना है। इन सीटों पर 5 मार्च की शाम को चुनावी शोर थम जाएगा मगर इसके पहले पीएम मोदी काशी में डेरा डालेंगे।

पहले पीएम मोदी के 3 मार्च को ही काशी पहुंचने की बात कही जा रही थी मगर अब बदले कार्यक्रम के मुताबिक वे 4 मार्च को काशी (PM Modi In Varanasi) पहुंचेंगे और 6 किलोमीटर लंबा और रोड शो निकालेंगे। इसके दूसरे दिन 5 मार्च को भी पीएम मोदी काशी में ही रहेंगे और यहां पर उनकी एक जनसभा (PM Narendra Modi Ki Jansabha) प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि प्रचार के आखिरी क्षणों में पीएम मोदी की मौजूदगी से भाजपा को बड़ी ताकत मिलेगी।

अब पूर्वांचल में होगा प्रचार का जबर्दस्त युद्ध

प्रदेश में छठे चरण की सीटों पर चुनाव प्रचार (Election Campaign) का शोर मंगलवार की शाम को थम गया और अब इसके बाद वाराणसी और आसपास के जिलों में ही चुनाव प्रचार सीमित हो गया है। अब वाराणसी और आसपास के 9 जिलों में चार दिनों तक प्रचार का जबर्दस्त युद्ध चलेगा। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है।

आखिरी चरण की सीटों पर भाजपा को पीएम मोदी की ताकत पर पूरा भरोसा है। इसी कारण पीएम मोदी के जरिए पूर्वांचल के चुनावी समीकरण को साधने की कोशिश की जा रही है। वाराणसी 2014 से ही प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र है और अपने इस गढ़ पर प्रधानमंत्री की मजबूत पकड़ मानी जाती है। इसीलिए पूर्वांचल में मतदान से पूर्व वाराणसी में पीएम मोदी का विशेष कार्यक्रम (PM Modi Program In Purvanchal) तय किया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो साभार- ट्विटर)

छह किलोमीटर लंबा होगा पीएम मोदी का रोड शो

प्रधानमंत्री मोदी के वाराणसी दौरे के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण प्रधानमंत्री मोदी की राजधानी दिल्ली में व्यस्तता और ज्यादा बढ़ गई है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी 3 मार्च की जगह अब 4 मार्च को अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचेंगे। भाजपा की ओर से 4 मार्च को पीएम मोदी के भव्य रोड शो की जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं।

पीएम मोदी का यह रोड शो करीब 6 किलोमीटर लंबा होगा। मलदहिया पर स्थित सरदार पटेल की प्रतिमा से पीएम मोदी के रोड शो की शुरुआत होगी और यह रोड शो लहुराबीर कबीर चौरा और मैदागिन होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाएगा।

वाराणसी में जनसभा भी करेंगे पीएम मोदी

भाजपा की ओर से इस रोड शो के लिए प्रशासन की अनुमति ली जा चुकी है। पार्टी ने इसके लिए प्रशासन से दोपहर 2:00 बजे से रात 8:00 बजे तक की अनुमति हासिल की है। 5 मार्च को पूर्वांचल में चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होगा और इस दिन भी पीएम मोदी काशी में ही होंगे। इस दिन पीएम मोदी की एक जनसभा भी प्रस्तावित है।

भाजपा नेताओं का मानना है कि पीएम मोदी के प्रचार से न केवल वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के अन्य जिलों की सीटों पर भी जबर्दस्त असर होगा। 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी आखिरी क्षणों में रोड शो और चुनाव प्रचार के जरिए पूर्वांचल में भाजपा को बड़ी जीत दिला चुके हैं।

पीएम मोदी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

एक हफ्ते के भीतर दूसरा काशी दौरा

प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री अब तक विभिन्न जिलों में चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हैं मगर अभी तक उन्होंने किसी भी जिले में कोई रोड शो नहीं किया है। प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी का एकमात्र रोड शो उनके संसदीय क्षेत्र काशी में ही होगा। यह एक हफ्ते के भीतर प्रधानमंत्री मोदी का दूसरा काशी दौरा होगा। इसके पूर्व वे 27 फरवरी को भी काशी पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में 20,000 से अधिक बूथ कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया था। कार्यक्रम के बाद उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का अभिषेक भी किया था।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो- न्यूजट्रैक)

ममता की एकमात्र जनसभा भी काशी में ही

पीएम मोदी के दौरे को सियासी नजरिए से इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि वे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सपा मुखिया अखिलेश यादव की जनसभा के बाद काफी पहुंचेंगे। तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने अभी तक प्रदेश में एक भी जनसभा नहीं की है। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन को जरूर संबोधित किया था मगर उनकी एकमात्र जनसभा काशी में ही होगी। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव के साथ होने वाली इस जनसभा में ममता भाजपा पर बड़ा हमला बोलेंगी। ऐसे में पीएम मोदी के पास ममता के आरोपों को जवाब देने का मौका भी होगा।

2017 में मिली थी भाजपा को बड़ी जीत

2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और सहयोगी दलों ने वाराणसी जिले की सभी आठ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा ने 6 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि सहयोगी दल सुभासपा और अपना दल ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी। अब सुभासपा ने सपा के साथ हाथ मिला लिया है जबकि अपना दल अभी भी भाजपा के ही साथ है।

भाजपा की ओर से वाराणसी की सीटों पर जीत हासिल करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि काशी के चुनावी नतीजों से बड़ा सियासी संदेश निकलेगा और यही कारण है कि भाजपा ने वाराणसी जिले की सीटों पर विशेष ताकत झोंक रखी है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे का कार्यक्रम भी इसीलिए तय किया गया है। अब यह देखने वाली बात होगी कि पीएम मोदी के जरिए भाजपा काशी और पूर्वांचल का समीकरण साधने में कहां तक कामयाब हो पाती है।

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Shreya

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