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PM मोदी के सांसद बनने के बाद वाराणसी की एक भी सीट नहीं हारी BJP, लगातार दूसरी बार भगवा रंग में रंगी काशी

UP Election Results 2022: इस साल भी एक बार फिर वाराणसी में बीजेपी ने इतिहास दोहरा दिया है। बनारस की सभी सीटों पर बीजेपी ने अपना कब्जा जमा लिया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shreya
Published on: 11 March 2022 4:15 AM GMT
PM मोदी के सांसद बनने के बाद वाराणसी की एक भी सीट नहीं हारी BJP, लगातार दूसरी बार भगवा रंग में रंगी काशी
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पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो साभार- ट्विटर) 

UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में इस बार सभी की निगाहें एक बार फिर वाराणसी (Varanasi) पर लगी हुई थीं। प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) का नाम संसदीय क्षेत्र होने के कारण बनारस की जंग को भाजपा (BJP) के लिए प्रतिष्ठा की जंग माना जा रहा था। इस बार बनारस की कई सीटों (Varanasi Assembly Seats) पर कड़ा मुकाबला माना जा रहा था और और भाजपा को जीत दिलाने के लिए आखिरी दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi News) को भी अपने संसदीय क्षेत्र में डेरा डालना पड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से 4 मार्च को किए गए भव्य रोड शो (PM Modi Road Show) ने गहरा असर दिखाया और भाजपा गठबंधन एक बार फिर वाराणसी की सभी सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रहा।

पीएम मोदी ने 2014 में पहली बार वाराणसी संसदीय सीट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी और बाद में वे 2019 में भी इसी सीट से दोबारा सांसद चुने गए। पीएम मोदी के चुनाव जीतने के बाद 2017 में भी वाराणसी की सभी आठों सीटों (Varanasi Vidhan Sabha Seats) पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी और वही इतिहास 2022 में भी दोहराया गया। इस बार के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा वाराणसी की सभी सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही।

बीजेपी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

2017 में भी मिली थी सभी सीटों पर जीत

2017 के विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ने तीन दिनों तक काशी में डेरा डालकर भाजपा को बड़ी जीत दिलाई थी। उस चुनाव में भी पीएम मोदी का रोड शो बड़ा गेमचेंजर (Game Changer) साबित हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्रों वाराणसी में भाजपा और सहयोगी दलों ने शानदार प्रदर्शन किया था। वाराणसी जिले की सभी आठ विधानसभा सीटों पर भाजपा गठबंधन को जीत हासिल हुई थी।

भाजपा ने 6 सीटों पर कब्जा कर लिया था जबकि सुभासपा और अपना दल ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी। 2017 के चुनाव में सुभासपा का भाजपा के साथ गठबंधन था। 2017 में वाराणसी से जीत हासिल करने वाले भाजपा के 3 विधायकों अनिल राजभर (Anil Rajbhar), रविंद्र जायसवाल (Ravindra Jaiswal) और नीलकंठ तिवारी (Neelkanth Tiwari) को योगी सरकार (Yogi Government) में मंत्री भी बनाया गया था। मजे की बात यह है कि योगी सरकार के ये तीनों मंत्री इस बार भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।

इस बार कई सीटों पर थी कड़ी चुनौती

प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण इस बार भी सभी की निगाहें काशी पर लगी हुई थीं। पीएम मोदी का गढ़ होने के कारण भाजपा ने वाराणसी में पूरी ताकत लगा रखी थी। भाजपा को पता था कि वाराणसी के चुनावी नतीजों से बड़ा सियासी संदेश निकलेगा और इसे पीएम मोदी से जोड़कर देखा जाएगा। भाजपा के पूरा जोर लगाने के बावजूद कुछ सीटों पर समीकरण उलझे हुए थे और सपा गठबंधन की ओर से भाजपा को कड़ी चुनौती मिल रही थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

पीएम ने दो दिनों तक डाला था काशी में डेरा

इसी कारण चुनाव प्रचार (Election Campaign) के आखिरी दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने संसदीय क्षेत्र में डेरा डालना पड़ा। हालांकि पहले उनके 3 दिनों का कार्यक्रम तय किया गया था मगर बाद में उनकी व्यस्तता की वजह से 4 और 5 मार्च को 2 दिनों का कार्यक्रम तय हुआ था।

अपने 2 दिनों के काशी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भव्य रोड शो निकालने के साथ ही प्रबुद्ध जनों के साथ संवाद किया था और खजुरी इलाके में एक बड़ी चुनावी सभा को संबोधित किया था। रोड शो के बाद देर रात प्रधानमंत्री ने वाराणसी के विभिन्न इलाकों का दौरा करके विकास योजनाओं की जानकारी भी ली थी।

फिर दोहराया गया 2017 का इतिहास

प्रदेश विधानसभा के सातवें और आखिरी चरण में वाराणसी और आसपास के 9 जिलों की 54 सीटों पर मतदान हुआ था। वाराणसी की सभी आठों सीटों पर भाजपा एक बार फिर 2017 का इतिहास दोहराने में कामयाब रही। 2017 की तरह इस बार भी काशी पूरी तरह भगवा रंग में रंगी रही और आठों सीटों पर भाजपा गठबंधन को जीत हासिल हुई है।

इस जीत को इसलिए भी बड़ा माना जा रहा है क्योंकि कई सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों से लोगों की नाराजगी की खबरें थीं मगर पीएम मोदी के काशी में डेरा डालने के बाद इन प्रत्याशियों को भी जीत हासिल हुई है।

पीएम मोदी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

जीत दिलाने में पीएम मोदी की बड़ी भूमिका

ऐसे में भाजपा प्रत्याशियों की जीत में पीएम मोदी की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि आखिरी दिनों में पीएम मोदी के काशी में डेरा डालने की वजह से सभी सीटों पर भाजपा गठबंधन जीत हासिल करने में कामयाब रहा।

शहर दक्षिणी (Varanasi ​​Southern Seat)

वाराणसी में शहर दक्षिणी सीट को भाजपा के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण माना जा रहा था मगर आखिरकार इस सीट पर योगी सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी लगातार दूसरी बार जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं। इसी इलाके में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Dham Corridor) होने के कारण भाजपा के इस जीत को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कई बार पिछड़ने के बावजूद नीलकंठ तिवारी ने सपा के प्रत्याशी किशन दीक्षित को हराने में कामयाबी हासिल की।

शिवपुर (Shivpur)

शिवपुर विधानसभा सीट पर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को आसानी से हराया। राजभर बनाम राजभर की इस लड़ाई में अनिल राजभर को जीत हासिल हुई है।

पिंडरा (Pindra)

पिंडरा विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला माना जा रहा था मगर यहां से भाजपा प्रत्याशी अवधेश सिंह एक बार फिर जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।

शहर उत्तरी (North Seat)

शहर उत्तरी सीट से भाजपा के प्रत्याशी और योगी सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे हैं। 2012 और 2017 में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने 2022 में सपा के अशफाक अहमद बबलू को चुनाव मैदान में पराजित कर दिया।

अजगरा (Ajagara)

अजगरा विधानसभा सीट पर भाजपा के त्रिभुवन राम को जीत मिली है। त्रिभुवन पहले इसी सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं मगर इस बार वे भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।

रोहनिया (Rohaniya)

रोहनिया विधानसभा सीट पर भाजपा और अपना दल एस के प्रत्याशी डॉक्टर सुनील पटेल जीतने में कामयाब रहे। वे पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे।

कैंट (Cantt)

कैंट विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर उतरे सौरभ श्रीवास्तव को एक बार फिर जीत हासिल हुई है। उन्होंने 2017 में भी इस सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा इस सीट पर तीसरे स्थान पर पिछड़ गए।

सेवापुरी (Sewapuri)

सेवापुरी विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी नील रतन पटेल पूर्व मंत्री और सपा प्रत्याशी सुरेंद्र पटेल को हराने में कामयाब रहे। वे पिछली बार अपना दल एस के टिकट पर चुनाव जीते थे मगर इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।

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Shreya

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