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Varanasi Today News: मोदी-योगी का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प हो रहा साकार
वाराणसी को एग्री एक्सपोर्ट सेंटर पर बनाने का सिलसिला, तो पहले से चल रहा था जो 1 नवंबर 2019 को उतरा था।
Varanasi Today News: मोदी-योगी (modi yogi news) का किसानों की आय दोगुना करने का संकल्प सफल होता दिखाई दे रहा है। पूर्वांचल की हरी सब्जियों ने एक बार फिर खाड़ी देशों की ओर उड़ान भरना शुरू कर दिया है। दुबई और शारजाह के शेख पूर्वांचल की पौष्टिक सब्जियों का स्वाद चख सकेंगे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान हरी सब्जियों को लेकर उड़ान भर दिया है। दो मीट्रिक टन के कार्गो में परवल, भिंडी, नेनुआ, कुंदरू व सूरन आदि सब्जियां हैं। 2020 में भी लंदन, दुबई, दोहा, कतर जैसे कई देशों में हरी मिर्च, बनारसी लंगड़ा आम, काला चावल निर्यात हो चुका है। बिचौलियों को बीच से हटा कर किसान खाद्य पदार्थों का अब सीधा निर्यात कर रहा है। जिससे उनको अधिक मुनाफा मिल रहा है। योगी सरकार (yogi sarkar aur kisan) ने पूर्वांचल के किसानों (kisano ki aay doguni) के लिए एक्सपोर्ट को आसान बना दिया है। किसानों के समूह (Kya Hai FPO ) फार्मर प्रोडूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से किसान बिना बिचौलियों के सीधे निर्यात कर रहे है। जिससे उनको अधिक मुनाफा हो रहा है। सरकार बिचौलियों को बीच से हटा कर किसानों (Kisanon Ko Milega Poora Paisa) की मेहनत का पूरा पैसा उनको दिलाना चाहती है। इन उपक्रमों के माध्यम से सरकार किसानों की आय दोगुनी करने में तेजी से सफल हो रही है। जिसमें खेती का आधुनिकीकरण, किसानों का प्रशिक्षण, अच्छे बीज व खाद की समय से उपलब्धता, दैवीय आपदा में समय से उचित मुआवजा आदि सरकारी सहायताएं शामिल हैं।
क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा डॉ सी.बी सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से इस सीज़न का पहली बार पूर्वांचल के जिलों वाराणसी, प्रयागराज, भदोही से दो मीट्रिक टन हरी सब्जियां संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और शारजाह के लिए रवाना हुईं हैं। जिसमें भिंडी, नेनुआ, परवल, कुंदरु और सूरन शामिल हैं। ये सब्जियां भदोही के फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से निर्यात की जा रही हैं। जिसमें करीब 15 -20 किसान जुड़े हैं। जबकि पूर्वांचल में करीब 35 से 40 एफपीओ सक्रिय हैं। जिससे करीब 35 से 40 हजार किसान जुड़ कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं।
120 एफपीओ से जुड़े किसान शामिल हुए
क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा (Regional Incharge APEDA) ने बताया कि वाराणसी को एग्री एक्सपोर्ट सेंटर (Agri Export Center) बनाने का सिलसिला तो पहले से चल रहा था जो धरातल पर 1 नवंबर, 2019 को उतरा। यह वो समय था जब प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बायर और सेलर मीट का आयोजन हुआ, जिसमें 20 निर्यातक और 25 एफपीओ जिसमें 120 एफपीओ से जुड़े किसान शामिल हुए थे।
3 मीट्रिक टन ताजी हरी मिर्च जा चुकी
क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा बताया कि वाराणसी (Varanashi Latest News) से दिल्ली (Delhi) और फिर लंदन (London) के लिए 23 अप्रैल, 2020 तक 3 मीट्रिक टन ताजी हरी मिर्च जा चुकी है। मई, 2020 में दुबई के लिए तीन मीट्रिक टन फ्रेश लंगड़ा आम एक्सपोर्ट (mango export) हुआ था। आम के लिए नया बाजार लंदन मिला, जहां जून, 2020 तक 1.2 मीट्रिक टन आम एक्सपोर्ट हुआ था। धान का कटोरा कहे वाले जिला चंदौली से एपीडा के प्रयास से एक्सपोर्टर ने जून, 2020 में 80 मीट्रिक टन काला चावल का धान लिया। उत्पादों के निर्यात से प्राप्त 68 लाख रुपए सीधे 152 किसानों के खाते में पंहुचा था, इसके साथ ही दिसंबर में ही चंदौली का क्षेत्रीय चावल दोहा कतर के लिए 520 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट किया गया था। जिसमें 12 मीट्रिक टन चंदौली का काला चावल सहित 532 मीट्रिक टन चावल कतर निर्यात हुआ था। ओमान के ग्लोबल लोजिस्टिक्स ग्रुप ने भी वाराणसी का दौरा किया था। जिससे एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया जा सके। किसानों और एफपीओ को अधिक आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए एफपीओ को जुलाई 2020 से एक्सपोर्ट का लाइसेंस भी दिया जाने लगा है। जिसके कारण किसानों की मेहनत की फसल का सही दाम मिलने के साथ निर्यात बढ़ने के आय में वृद्धि भी हुई है।