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Kalyan Singh Cancer Institute: कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में पूरी हुई 1000 मरीज़ों की रेडिएशन थेरेपी, सरफेस गाइडेड रेडियोथेरेपी हुई शुरू

Kalyan Singh Cancer Institute: कल्याण सिंह सुपर स्पेशल्टी कैन्सर संस्थान के रेडीएशन आंकोलॉजी विभाग में बुधवार को प्रथम 1000 रोगियों का विकिरण चिकित्सा से उपचार सम्पूर्ण हुआ।

Shashwat Mishra
Published on: 15 Jun 2022 5:15 PM GMT
Radiation therapy of 1000 patients completed in Kalyan Singh Cancer Institute, surface guided radiotherapy started
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कल्याण सिंह कैंसर संस्थान: Photo - Newstrack

Kalyan Singh Cancer Institute: राजधानी के चक गजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशल्टी कैन्सर संस्थान (Kalyan Singh Cancer Institute) के रेडीएशन आंकोलॉजी विभाग में बुधवार को प्रथम 1000 रोगियों का विकिरण चिकित्सा से उपचार सम्पूर्ण हुआ। इस उपलक्ष्य में निदेशक प्रोफेसर राधा कृष्ण धीमन (Director Professor Radha Krishna Dhiman) ने एक समारोह में विभाग के स्टाफ़ का उत्साह वर्धन किया एवं और अधिक समर्पण से कैन्सर रोगियों की सेवा का आह्वान किया।

सरफेस गाइडेड रेडियोथेरेपी हुई शुरू

रेडीएशन ऑन्कोलॉजी विभाग में अत्याधुनिक SGRT (सरफ़ेस गाइडेड रेडियोथेरपी) को निदेशक द्वारा क्रियाशील किया गया। इस अवसर पर रोगियों एवं उनके तीमारदारों को मिष्ठान का वितरण भी किया गया। बता दें कि रेडीएशन चिकित्सा का शुभारम्भ कोविड महामारी के प्रकोप के मध्य हुआ था। जब अन्य चिकित्सालयों में कैन्सर रोगियों को विकिरण चिकित्सा मिलने में अत्यधिक कठिनाई हो रही थी, तब कैन्सर संस्थान की पहल से बहुत से रोगियों को उपचार में सहायता प्राप्त हुई। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख डॉक्टर शरद सिंह एवं डॉक्टर प्रमोद कुमार गुप्ता मौजूद रहे।

पहले से दोगुने मरीज़ों के होंगे ऑपरेशन

गौरतलब है कि 8 मॉड्यूलर ओटी से युक्त इसकी एक मंजिल का उद्घाटन निदेशक प्रो. आर.के. धीमन (Pro. RK Dheeman) द्वारा सोमवार को किया गया था। इससे एक दिन में किए जाने वाले ऑपरेशन की संख्या दोगुनी हो जाएगी और मरीजों का प्रतीक्षा समय भी कम हो जाएगा। कार्य पूर्ण होने पर इस अस्पताल की कुल बिस्तर संख्या 750 (दो आईपीडी ब्लॉक के साथ) होगी। जी+5 नामक एक आईपीडी ब्लॉक 200 बिस्तरों की क्षमता के साथ अभी तैयार है।

इस आईपीडी ब्लॉक ने काम करना शुरू कर दिया है। वहीं, अब संस्थान में एंडोस्कोपी भी शुरू हो गई है। साथ ही, माइक्रोबायोलॉजी विभाग के उद्घाटन से कई तरह की जांचें भी अब कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में संभव है।

Shashi kant gautam

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