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Raebareli News: गांव-गांव तक बैंकिंग सुविधा पहुंचा रहीं ‘बैंक सखी’

Raebareli News: केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से अब गांव के लोग बैंकिंग से जुड़ चुके हैं। लोन हो या किसान क्रेडिट कार्ड, उन तक सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंच रहा है।

Narendra Singh
Published on: 21 March 2023 1:50 PM GMT
Raebareli News: गांव-गांव तक बैंकिंग सुविधा पहुंचा रहीं ‘बैंक सखी’
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Raebareli Bank Sakhi facility (photo: social media )

Raebareli News: ग्रामीण अंचल के लोगों को कभी बैंकिंग कार्यों से जोड़ना बड़ी चुनौती माना जाता था। धारणा थी कि गांव के लोगों को बैंकिंग का कामकाज समझ नहीं आता और इसलिए वो बैंकिंग के कार्यों से दूर रहते हैं। लेकिन पिछले कुछ बरसों में ये तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से अब गांव के लोग बैंकिंग से जुड़ चुके हैं। लोन हो या किसान क्रेडिट कार्ड, उन तक सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंच रहा है।

महिलाओं को सशक्त बना रहीं बैंक कॉरेस्पॉन्डेंट

बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक राम विनय कुमार सिंह का कहना है कि योगी सरकार की महत्वपूर्ण योजना बीसी सखी यानी बैंक कोरेस्पोंडेंट सखी योजना रायबरेली में महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगार महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाने के लिए लाई गई बीसी सखी योजना से उनके जीवन में परिवर्तन दिख रहा है। इस योजना के चलते बैंक का कारोबार लगभग भी पौने सात हजार करोड़ तक पहुंचा है।

रायबरेली में ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची बीसी सखियों को संबोधित करते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक महाप्रबंधक राम विनय कुमार सिंह ने बताया कि बीसी सखी के योगदान से रायबरेली जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बैंकिंग व्यवस्था को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सका है। इससे बैंक का कारोबार बढ़ा है, बैंक चाहता है कि ये सखियां सरकार की मंशा के अनुसार स्वावलंबन के साथ उसके कारोबार को और ज्यादा बढ़ाएं। उन्होंने बताया कि रायबरेली में कुल 572 बीसी सखी है। कार्यक्रम में 500 सखी आई हैं, जिन्हें बैंकिग उत्पादों की जानकारी देने के साथ ही प्रेरित किया गया है। ताकि वह अधिक सक्रिय होकर कमाई बढ़ सकें। कार्यक्रम में बीसी सखियों ने बताया कि सखी बनने के बाद वह आर्थिक रूप से स्वावलंबी हुई हैं। अब उन्हें पैसे के लिए परिवार पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। अपनी आर्थिक जरूरतें वो खुद ही पूरी कर लेती हैं।

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