×

Raebareli News: रायबरेली में ऐसा दिव्यांग जो एक बार सुन लेता है, भूलता कभी नहीं

Raebareli News: रायबरेली प्रतिभाओं की खान है। यहां का एक शख्स में आंखों से सौ प्रतिशत दिव्यांग है। लेकिन इसका दिमाग सामान्य व्यक्ति से ज़्यादा तेज़ चलता है।

Narendra Singh
Published on: 16 Dec 2022 4:49 PM IST
Raebareli News
X

ज़िलाधिकारी माला श्रीवास्तव से मिलने पहुंचा शबाब

Raebareli News: रायबरेली प्रतिभाओं की खान है। यहां का एक शख्स में आंखों से सौ प्रतिशत दिव्यांग है। लेकिन इसका दिमाग सामान्य व्यक्ति से ज़्यादा तेज़ चलता है। संगीत में रुचि के चलते अब यह इसी को यह अपनी रोजी रोटी का जरिया बनाना चाहता है। शहर कोतवाली इलाके के गांधीनगर में रहने वाले शबाब की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं। पिता एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करते हैं और माता ग्रहणी हैं। ऐसे में दिव्यांग बच्चे का लालन पालन परिवार पर भारी पड़ रहा था। लेकिन आज वह उम्मीद की किरण बन गया है।

पूर्व जिलाधिकारी ने शबाब अली को 50 हजार की थी आर्थिक सहायता

हालांकि समय के साथ परिजनों की चिंताएं कम होने लगीं। शबाब का टैलेंट निखरता जा रहा था। पूर्व जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने शबाब अली को बुलाकर ₹50000 की आर्थिक सहायता की थी। स्कूल में दाखिला कराया गया तो शिक्षक हैरान होने लगे। शबाब सामान्य बच्चों से ज़्यादा तेज़ी से सबक याद करता और एक बार याद हो जाये तो कभी भूलता नहीं। शबाब अपनी ही धुन में कभी गुनगुनाने लगता तो साथी छात्र उसे भाव विभोर होकर सुनते। शिक्षकों ने शबाब के इस हुनर को देखा तो उसे संगीत विद्यालय में दाखिला दिलाने की जुगत करने लगे। पांच साल पहले शबाब को भातखण्डे संगीत महाविद्यालय के रायबरेली सेंटर पर दाखिला मिल गया।

ज़िलाधिकारी माला श्रीवास्तव से मिलने पहुंचा शबाब

घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते शबाब ज़िलाधिकारी माला श्रीवास्तव से मिलने पहुंचा तो वह भी उसकी प्रतिभा से हैरत में पड़ गईं। शबाब की याददाश्त सामान्य लोगों से कई गुना ज्यादा है इसे समझने के लिए ज़िलक़धिकारी ने जब शबाब से 99 का पहाड़ा सुना तो उसने एक सांस में सुना दिया। इसी तरह जब शबाब से कुछ अधिकारियों के सीयूजी नंबर पूछे तो उसने बिना एक पल गंवाए सारे नंबर बता दिए।

इतना ही नहीं, ज़िलाधिकारी ने जब संगीत की समझ परखनी चाही तो उन्हीं के दफ्तर में शबाब ने देशभक्ति गीत सुनाकर सब को भाव विभोर कर दिया। दसवीं में पढ़ रहे शबाब के लिए ज़िलाधिकारी ने तुरंत ज़िला सेवायोजन अधिकारी को बुलाकर उसे संगीत प्रशिक्षक की पार्ट टाइम नौकरी दिलाने का निर्देश दिया है।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story