Raebareli News: शिलांग में शहीद हुए अंकेश का नहीं हो पाया आज भी अंतिम संस्कार, परिजन कर रहे ये मांग

Raebareli News: मृतक के परिवार के लोग शहिद का दर्जा की मांग रहे हैं और जब तक यह मांगे नहीं पूरी होगी तब तक वह अंकेश की अंतिम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

Narendra Singh
Published on: 9 April 2025 4:30 PM (Updated on: 9 April 2025 4:35 PM)
Ankesh who died in Guwahati Shillong No last rites News in hindi
X

शिलांग में शहीद हुए अंकेश का नहीं हो पाया आज भी अंतिम संस्कार (Photo- Social Media)

Raebareli News: उत्तर प्रदेश के जनपद रायबरेली में शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं दो दिन से गांव में चूल्हे तक नहीं जले थे। मनिहर गर्वी गांव निवासी सेवा निवृत्त फ़ौजी राम प्रकाश तिवारी के सबसे छोटे बेटे अंकेश तिवारी शिलांग गुवाहाटी के पास रविवार को शहीद हो गए। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बुधवार सुबह लगभग 11.30 बजे मूल निवास पहुंचा। दो दिन से सैनिक अंकेश के शहीद की सूचना पर स्थानीय बाजार ककोरन की दुकानें बार्डर पर शहीद हुए अंकेश के सम्मान में बन्द रही।


अंकेश के बलिदान होने की सूचना से परिवार में शोक की लहर

गदागंज थाना क्षेत्र के मनिहर गर्वी गांव निवासी राजन तिवारी ने बताया कि उनके भतीजे अंकेश की बलिदान होने की सूचना रविवार को मिली है। पूरे परिवार सहित गांव में शोक की लहर है।

अंकेश की सेना ने 2019 में सैनिक के पद पर भर्ती हुई है, बड़े भाई पूर्व फौजी राम प्रकाश तेलीबाग लखनऊ वृन्दावन कालोनी सेक्टर 6 में रहते हैं।अंकेश तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।


शाहिद का दर्जा देने की मांग

बड़े भाई अखिलेश तिवारी, अभिषेक तिवारी अंकेश के शव को लेने गये हैं अंकेश का अभी विवाह नहीं हुआ था अंकेश का किस घटना में बलिदान हुआ था। वहीं मृतक के परिवार के लोग शाहिद का दर्जा की मांग रहे हैं और जब तक यह मांगे नहीं पूरी होगी तब तक वह अंकेश की अंतिम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस बात को लेकर ऊंचाहार के विधायक मनोज कुमार पांडे भी पहुंचे और परिवार जनों से बातचीत भी की मगर आज अंकेश का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया।

वहीं रायबरेली स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी अंकेश के घर पहुंच कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और घर वालों से बातचीत की मगर घर के लोग शाहिद का दर्जा नहीं देने पर अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story