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Raebareli: पुलिस महानिदेशक एस एन साबत ने किया जेल का निरीक्षण, बोले- 'वन जेल वन प्रोडक्ट' से कैदियों को बना रहे कुशल

Raebareli News: एस एन साबत ने आगे बताया, 'कौशल विकास मिशन द्वारा यहां 250 बंदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 'वन जेल वन प्रोडक्ट' के माध्यम से पॉटरी बनाना और तमाम चीजे बनाना सिखाया जा रहा है।

Narendra Singh
Published on: 13 Dec 2023 7:38 PM IST
Raebareli News
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 पुलिस महानिदेशक कारागार एस एन साबत (Social Media)

Raebareli News: जिला जेलों को हाईटेक की दिशा में हो रहे कार्यों का निरीक्षण करने पुलिस महानिदेशक कारागार एस एन साबत (Dr. SN Sabat, IPS) बुधवार (13 दिसंबर) को जिला कारागार पहुंचे। उन्होंने जेल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर (DM Harshita Mathur) और एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बुके भेंट कर उनका स्वागत किया। कारागार महानिदेशक ने बताया कि, 'योगी सरकार जेल में बंद कैदियों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है'।

पुलिस महानिदेशक कारागार एस एन साबत ने जेल में बंद बंदियों से बातचीत की। उन्हें मिल रही सुविधाओ के बारे में जानकारी लेने के साथ जेल के अंदर नौ ग्रह वाटिका का भी उद्घाटन किया। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) के तहत जेल में बंदियों द्वारा काष्ठ कला के तहत बनाई जा रही लकड़ी के उत्पादों को भी देखा।

पुलिस महानिदेशक ने बताया क्यों आए?

पुलिस महानिदेशक कारागार एस एन साबत ने मीडिया को बताया कि, 'उनके यहां आने का मुख्य उद्देश्य यह था कि इस कारागार की स्थिति कैसी है? इसकी वर्किंग क्या है? सुरक्षा की दृष्टि से यह कैसा काम कर रहा है? इन सब को देखा जाए। उन्होंने कहा, जेल में कैदियों के कौशल विकास के लिए यहां क्या कार्यक्रम चल रहे हैं? सामान्य व्यवस्था क्या है? जैसे पानी, सफाई इत्यादि का स्तर कैसा है? जेल के अस्पताल में डॉक्टर मौजूद है या नहीं? मरीज का इलाज कैसे हो रहा है? यह सब देखना हमारा उद्देश्य था।'

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सुरक्षा का निरीक्षण

एस एन साबत ने कहा, 'यहां जो टेक्नोलॉजी बेस्ड सुरक्षा स्कीम है और जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सुरक्षा है वह सही से काम कर रहा है कि नहीं कर रहा है। यह सब देखने आए थे। सिर्फ एक कैमरा काम नहीं कर रहा है। सारी व्यवस्थाएं ठीक है। जिला प्रशासन या पुलिस द्वारा ऐसी कोई शिकायत नहीं बताई गई है।'

'वन जेल वन प्रोडक्ट' पर हो रहा काम

उन्होंने बताया कि, 'कौशल विकास मिशन द्वारा यहां 250 बंदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 'वन जेल वन प्रोडक्ट' के माध्यम से पॉटरी बनाना और तमाम चीजे बनाना सिखाया जा रहा है। ताकि जेल से छूटने के बाद वह समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। उनको काबिल बनाना हमारा उद्देश्य है।'

Raebareli: पुलिस महानिदेशक एस एन साबत ने किया जेल का निरीक्षण, बोले- 'वन जेल वन प्रोडक्ट' से कैदियों को बना रहे कुशल

एस एन साबत ने आगे बताया कि, 'कारागार को एक सुधार गृह के रूप विकसित करना सरकार की मंशा है। बंदियों से बात की तो किसी की घर वाले नहीं आ रहे हैं तो किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। अपील के बारे में बात हुई किसी के पास एडवोकेट नहीं है इनके बारे में बात हुई। इन सब समस्याओं को नोट किया गया है पर उनका समाधान किया जाएगा।'



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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