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आंगनबाड़ी केंद्र पर छापा, बच्चों के पोषाहार को बाजार में बेचा जा रहा
यूपी के शाहजहांपुर में बच्चों को मिलने वाला पोषाहार पशुओं के खाने के लिए बाजार में बेचा जा रहा है। फिलहाल, अधिकारियों ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानवरों को खिलाया जा रहा यह पोषाहार असल में कुपोषित बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पर लाया गया था।
शाहजहांपुर: बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए उन्हें पोषाहार दिए जाने की व्यवस्था है। लेकिन यह जानकर आप हैरान होंगे कि पुष्टाहार से बच्चों का नहीं बल्कि जानवरों की सेहत बनाई जा रही है।
यूपी के शाहजहांपुर में बच्चों को मिलने वाला पोषाहार पशुओं के खाने के लिए बाजार में बेचा जा रहा है। फिलहाल, अधिकारियों ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानवरों को खिलाया जा रहा यह पोषाहार असल में कुपोषित बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पर लाया गया था।
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क्या कहना है शिकायतकर्ता का?
शिकायतकर्ता मुनिनदर सिंह ने कहा कि पोषाहार बच्चों को बांटा जाना था, लेकिन आंगनवाड़ी ने इस पोषाहार को बाजार में बेंच दिया। अब इस पोषाहार को पालतू जानवरों को खिलाया जा रहा है। ऐसा किसी एक सेंटर का हाल नहीं है बल्कि सभी आंगनबाड़ी सेंटर का यही हाल है। इनको मिलने वाला पोषाहार बाजाार में बेंच दिया जाता है और बच्चें कुपोषण का शिकार हो रहे हैं, जबकि इसे खाने वाले जानवर हृष्ट-पुष्ट हो रहे हैं।
कौन है जिम्मेदार?
इसकी सबसे बड़ी वजह है जिम्मेदार अधिकारियों को सुस्त रवैया और पोषाहार की बिक्री से मिलने वाले पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से लेकर सीडीपीओ और जिला कार्यक्रम अधिकारी तक इस घोटाले का पैसा बांटा जाता है। शिकायतकर्ता ने पहले आंगनबाड़ी केंद्र से 5 बोरी पोषाहार खरीदा जिसकी कीमत 1500 रुपए थी। फिर मुख्य विकास अधिकारी को इसकी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद अधिकारी ने छापा मारकर पूरे खेल का खुलासा कर दिया। स्थानीय लोगों की मानें तो पूरे जिले में पोषाहार का बाजार में बेंचे जाने का ये गोरखधंधा पिछले लंबे समय से चल रहा है।
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क्या कहा सीडीओ ने?
मुख्य विकास अधिकारी (CDO) संजीव ने बताया कि बण्डा ब्लॉक के कन्धरपुर आंगनबाड़ी केन्द्र पर छापा मारा। जहां से पूरा का पूरा पोषाहार बाजार में बेंचा जा चुका था जो कि बच्चों के लिए बांटा जाना था। फिलहाल, मामले को गंभीर मानते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्री रेखा रानी और सहायका तारा देवी को निलंबित करके उनकी सेवा समात्ति की तैयारी की जा रही है।
शाहजहांपुर में पोषाहार का बाजार में बेंचे जाने का ये गोरखधंधा पुराना है क्योंकि इससे मिलने वाले पैसे से बड़े अधिकारी की भी जेबें गर्म हो रही थी। लेकिन इस कार्यवाही के बाद से पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है। जरूरत है ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की जो बच्चों का निवाला छीनकर अपनी जेबे भर रहे हैं।
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