×

खबर का असर- लखनऊ डिवीजन की जेई परीक्षा निरस्त, 10 मार्च को आयोजित थी

न्यूजट्रैक डॉट कॉम की खबर का असर हुआ है। 10 मार्च को उत्तर रेलवे लखनऊ डिवीजन में होने वाली जूनियर इंजीनियर (जेई) की परीक्षा निरस्त दी गयी। आपको बता दें, इस परीक्षा के लिए 2 आवेदकों की उम्र सीमा तय मानक से अधिक होने पर भी परीक्षा में शामिल कर

Anoop Ojha
Published on: 10 March 2018 12:34 PM GMT
खबर का असर- लखनऊ डिवीजन की जेई परीक्षा निरस्त, 10 मार्च को आयोजित थी
X
खबर का असर- लखनऊ डिवीजन की जेई परीक्षा निरस्त, 10 मार्च को आयोजित थी

अमित यादव

लखनऊ:न्यूजट्रैक डॉट कॉम की खबर का असर हुआ है। 10 मार्च को उत्तर रेलवे लखनऊ डिवीजन में होने वाली जूनियर इंजीनियर (जेई) की परीक्षा निरस्त दी गयी। आपको बता दें, इस परीक्षा के लिए 2 आवेदकों की उम्र सीमा तय मानक से अधिक होने पर भी परीक्षा में शामिल कर लिया था। इसके बाद से newstrack.com पर 7 मार्च को एलडीईसी की परीक्षा में घपेलाबाजी के नाम से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इसके बाद जाकर भारतीय रेलवे अधिकारियों के कान खड़े हुए और परीक्षा निरस्त संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। इसके अलावा जल्द ही नई व्यवस्था से परीक्षा को कराने का प्रयास किया जाएगा। केंद्र पर आने वाले परीक्षार्थियों को भी वापस लौटाया जा रहा है।

क्या है मामला

उत्तर रेलवे लखनऊ डिवीजन में जूनियर इंजीनियर (जेई) पद की नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली का मामला सामने आया था। आवेदक की उम्र सीमा अधिक होने पर भी उसको 10 मार्च 2018 को आयोजित होने वाली एलडीईसी (लिमिटेड डिर्पाटमेंटल कोआपरेटिव परीक्षा) कोटे की परीक्षा में शामिल कर लिया गया था। ट्रैक मैन एसोसिएशन ने दो आवेदक की उम्र सीमा तय मानक से ज्यादे होने पर सवाल खड़ा कर दिया है। रेलवे अफसरों व यूनियन नेता के सांठगांठ से ट्रैकमैनों की विभागी परीक्षा प्रभावित हो रही है। इसको लेकर लखनऊ क्षेत्र के 3,700 ट्रैकमैनों में रोष है। वहीं, जब इस गड़बड़ी के बारे में जब मीडिया को पता चला तो जिम्मेदार अधिकारी कोई भी जवाब नहीं दे रहे हैं। सभी एक-दूसरे पर मामले को थोप रहे हैं।

ट्रैकमैन बनेंगे जेई

दरअसल, एलडीईसी (लिमिटेड डिर्पाटमेंटल कोआपरेटिव परीक्षा) कोटे के अंतर्गत ट्रैकमैनों को जूनियर इंजीनियर बनने का मौका मिलता है। इसी को लेकर उत्तर रेलवे के लखनऊ रीजन में काफी समय बाद यह परीक्षा 10 मार्च को आयोजित हो रही है। इस परीक्षा में जो भी ट्रैकमैन सफल होता है तो उसको सीधा जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्ति कर दिया जाता है। आपको बता दें कि, यह परीक्षा पूरी तरह से विभागी है और कोई भी बाहरी व्यक्ति इसमें शामिल नहीं हो सकता है। इसी मामले में गड़बड़ी का पता चला है।

फार्म निकला तो उम्र सीमा अधिकतम 47 वर्ष थी

कुछ समय पहले जूनियर इंजीनियर की नियुक्ति परीक्षा को लेकर विभाग ने नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें आवेदक की उम्र सीमा अधिकतम 47 वर्ष रखी गई थी। लेकिन 2 आवेदकों की उम्र सीमा को लेकर ही ट्रैकमैनों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है। विभाग ने जिन आवेदकों के आवेदन स्वीकार किए हैं, उनकी सूची जारी कर दिया है। परन्तु सूची में ऐसे दो नाम हैं जिनकी उम्र तय मानक उम्र सीमा से अधिक है।

इन दोनों नामों पर हुआ विरोध

सूचि में क्रमांक संख्या 10 राजनारायण का है जिनकी जन्म तिथि 1965 है और क्रमांक संख्या 21 अनिल कुमार गुप्ता का है जिसकी जन्म तिथि 1964 है। इन लोगो का उम्र 47 वर्ष से ज्यादा है और इनके आवेदन को विभाग ने स्वीकार लिया है और इसको लेकर ही ट्रैकमैन खफा हैं।

मिलीभगत है पूरी तरह से

ट्रैकमैन एसोसिएशन के प्रवक्ता विश्वनाथ यादव के मुताबिक, जेई की नियुक्ति के लिए उम्र सीमा 47 वर्ष रखी गई है तो आखिर किस आधार पर अधिक उम्र वालों को परीक्षा में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों व यूनियन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी तरह से मिलीभगत चल रही है। रुपये लेकर ट्रैकमैनों को जेई बनाया जा रहा है। नोटिफिकेशन में उम्र सीमा अधिकतम 47 रखी गई थी लेकिन फिर भी 50 वर्ष से अधिक लोगों को परीक्षा में शामिल कर लिया गया है।

कोई जानकारी नहीं मिली

विश्वनाथ यादव का कहना है कि हमको ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली जिसमें 47 वर्ष से अधिक के आवेदकों को शामिल किया जाय तो आखिर किस आधार पर इन दोनों आवेदकों को परीक्षा के लिए शामिल किया गया है।

500 ट्रैकमैनों ने भरा था फार्म

जूनियर इंजीनियर की परीक्षा में शामिल होने के लिए 500 से अधिक ट्रैकमैनों ने आवेदन किया था लेकिन केवल 100 से अधिक लोगों के नाम ही सम्मिलित किया गया। लेकिन इसमें दो लोगों की उम्र अधिक होन पर भी शामिल कर लिया गया है।

ग्रुप डी के लिए हो रही है परीक्षा

यह परीक्षा गु्रप डी के लिए जिसमें कि ट्रैकमैन आते हैं और जो परीक्षा को पास कर लेता है उनको जूनियर इंजीनियर बनने का मौका मिल जाता है।

किसी भी अधिकारी ने नहीं दिया जवाब

जब इस बारे में रेलवे के संबंधित अधिकारियों से संवाददाता ने बात किया तो सभी बात करने से कतराते रहे और यहां तक कह डाला कि आखिर आपसे क्या मतलब है। यह हमारी विभागी परीक्षा है।

किस अधिकारी ने क्या कहा जानिए

मुझे इस बारे में नहीं पता है कि आखिर इसमें उम्र सीमा क्या रखी गई है। मैं दफ्तर में नहीं हूं। आप दीक्षित जी से बात कर लो।

मुकेश बहादुर सिहं, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीपीओ

आपको इससे क्या मतलब है यह विभागी परीक्षा है। आपको शामिल होने का क्या मतलब है।

एपीओ इंजीनियरिंग विभाग इंद्र वीर

मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है

डीपीओ लीगल, प्रशांत

मैं तो दिल्ली हूं और मुझे इस बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है।

विक्रम, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के पीआरओ

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

Next Story