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UP Rajya Sabha Election: राजा भैया ने दिया सपा को झटका, राज्यसभा चुनाव में भाजपा को देंगे समर्थन
UP Rajya Sabha Election: राजा भैया का यह कदम समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वैसे 2018 के राज्यसभा चुनाव में भी राजा भैया ने भाजपा को ही समर्थन दिया था।
UP Rajya Sabha Election: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा और सपा के बीच जबर्दस्त जोर आजमाइश हो रही है। भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार संजय सेठ की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है जबकि सपा भी अपने तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए जोड़-तोड़ में जुटी हुई है। दोनों दल राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो वोट हासिल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं मगर अब राजा भैया ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। उन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया है।
राजा भैया का यह कदम समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वैसे 2018 के राज्यसभा चुनाव में भी राजा भैया ने भाजपा को ही समर्थन दिया था। राजा भैया के इस कदम से लोकसभा चुनाव के दौरान भी नया समीकरण बनने की संभावना जताई जा रही हैं। राजा भैया आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से एनडीए के विधायकों को दिए जाने वाले डिनर में भी शामिल होंगे। राजा भैया से आज सुबह सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने भी मुलाकात की थी और इसके बाद उन्होंने राजा भैया के समर्थन का दावा किया था।
सपा नेता नरेश उत्तम ने की थी मुलाकात
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए कल मतदान होने वाला है। इन 10 सीटों पर 11 उम्मीदवारों के मैदान में होने के कारण सपा और भाजपा के बीच जबर्दस्त जोड़-तोड़ की स्थिति दिख रही है। भाजपा ने पहले सात उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था मगर नामांकन के आखिरी दिन पार्टी की ओर से संजय सेठ ने आठवें उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था। दोनों पार्टियों के बीच सियासी जंग में एक-एक वोट काफी कीमती हो गया है और ऐसे में राजा भैया की पार्टी के दो वोट हासिल करने के लिए दोनों दलों ने पूरी ताकत लगा रखी थी।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया और प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक राजा भैया से मुलाकात की थी। उन्होंने सपा के लिए राजा भैया से समर्थन मांगने के साथ ही सपा मुखिया अखिलेश यादव से राजा भैया की बात भी कराई थी। सपा की इन कोशिशों के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता भी सक्रिय हो गए थे।
भाजपा नेताओं की सक्रियता ने दिखाया असर
नरेश उत्तम की राजा भैया से मुलाकात के दूसरे दिन ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी राजा भैया से मुलाकात की थी। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक्टिव हो गए थे और उन्होंने राजा भैया से मुलाकात के दौरान राज्यसभा और लोकसभा दोनों चुनाव के लिए समर्थन मांगा था। सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर भी सोमवार की सुबह राजा भैया से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे और इसके बाद उन्होंने दावा किया था कि राजा भैया का समर्थन भाजपा को ही हासिल होगा।
अब इस मुद्दे पर राजा भैया ने खुद अपने सियासी पत्ते खोल दिए हैं। उन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आज दिए जाने वाले डिनर में भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सपा के नेता भी मेरे पास समर्थन के लिए आए थे मगर मैंने भाजपा के पक्ष में मतदान करने का फैसला किया है।
राजा भैया की नजर भविष्य की सियासत पर
इससे पूर्व राजा भैया के सपा के साथ जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। दरअसल राजा भैया की निगाह लोकसभा चुनाव पर भी लगी हुई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि सपा और भाजपा नेताओं से मुलाकात के दौरान राजा भैया ने प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीटों को लेकर अपनी डिमांड रखी थी। जानकारों का कहना है कि सपा की ओर से राजा भैया की यह डिमांड पूरी करने के हामी भी भर दी गई थी।
दूसरी और भाजपा की ओर से इस बाबत अभी तक राजा भैया को कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला था। वोट बैंक के गुणा गणित को देखते हुए राजा भैया असमंजस की स्थिति में थे। राजा भैया की राजपूत वोट बैंक पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है और मौजूदा समय में यह वोट बैंक मुख्य रूप से भाजपा के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि अपनी भविष्य की सियासत को देखते हुए राजा भैया ने भाजपा के साथ जाने का फैसला किया है।
सपा को लगा झटका,भाजपाई खेमे में उत्साह
राजा भैया का यह फैसला समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना रहा है। 2018 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने सपा को झटका देते हुए भाजपा का समर्थन किया था और अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वह भाजपा का समर्थन करके सपा को बड़ा झटका देने वाले हैं। राजा भैया के इस ऐलान से भाजपाई खेमे में उत्साह दिख रहा है और पार्टी अपने आठवें उम्मीदवार को जिताने के लिए अब और ताकत के साथ जुट गई है।