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राजल नीति 2 को मिला चाचा चौधरी का साथ, राजल ने जन्मभूमि गोरखपुर को समर्पित की सफलता
गोरखपुर: शहर के युवा लेखक राजल गुप्त की पुस्तक राजल नीति टाइम मैनेजमेंट को चाचा चौधरी,गृहलक्ष्मी,क्रिकेट टुडे जैसी मशहूर किताबें व पत्रिकाएं व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक चेतन भगत,मोटिवेशनल वक्ता डॉ उज्ज्वल पाटनी,गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मेमोरी गुरु बिस्वरूप रॉय चौधरी जैसे प्रख्यात लेखकों को प्रकाशित कर चुकी देश की प्रख्यात कंपनी डायमंड पॉकेट बुक्स से प्रकाशित होने का गौरव प्राप्त हुआ ।
इस पुस्तक का विषय है समय प्रबंधन
समय प्रबन्धन के बेहतर इस्तेमाल के कारण ही राजल ने 9 डिग्री/सर्टिफिकेट भी प्राप्त किये। जिसमें एलएलबी, जर्नलिज्म, पीजीडीबीए (एम.बी.ए), बी लेवल (एम.सी.ए) जैसी 4 प्रोफेशनल डिग्री भी शामिल है। राजल नीति टाइम मैनेजमेंट पुस्तक के माध्यम से वे अपने समय प्रबन्धन से जुड़े वर्षो के कठिन शोध व मेहनत पाठकों के समक्ष रख रहें हैं।
राजल नीति 2 टाइम मैनेजमेंट का विमोचन पिछले वर्ष अक्टूबर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हुआ था। राजलनीति पुस्तक श्रृंखला की बढ़ती हुई लोकप्रियता, दमदार सामग्री और उज्जवल भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए डायमंड पब्लिकेशन द्वारा इसे यह सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक राजल ने कहा कि "मैं अपने इस प्रयास को हमारी जन्मभूमि गोरखपुर को समर्पित करता हूँ,मुझे गर्व है कि मेरा जन्म गोरखपुर की पावन भूमि पर हुआ।गोरखपुर ने 100 वर्ष से भी अधिक समय से हमारे पूर्वजों को आजीविका प्रदान करने के साथ ही साथ इस शहर से हमारे परिवार को अतुलनीय प्यार व ख्याति भी मिली जिसके लिए मैं आजीवन ऋणी हूँ और सदैव रहूंगा।
आज मैं जो भी हूँ अपने दादाजी स्वर्गीय राधेश्याम गुप्त जी की प्रेरणा से हूँ।एक ऐसा भी समय था जब मैं क्लास 6 फेल था और पढ़ाई छोड़ चुका था,मैं किसी भी क्षेत्र में भी अच्छा नहीं था इसलिए सभी को लगता था कि मैं आजीवन कुछ भी नहीं कर पाऊंगा पर दादाजी के निःस्वार्थ प्यार व अटल विश्वास से मुझे संघर्ष करने की प्रेरणा मिली और मेरी यहां तक कि यात्रा संभव हुई।
डायमंड बुक्स जैसे अग्रणी प्रकाशन से जुड़ना मेरा सौभाग्य है। इससे राजलनीति पुस्तकों को अतंर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म मिलेगा मुझे आशा है कि निकट भविष्य में राजलनीति टाइम मैनेजमेंट का अंग्रेज़ी जैसी अंतरराष्ट्रीय भाषा के साथ-साथ गुजराती,मराठी,बंगाली इत्यादि भाषाओं में भी अनुवाद होगा जिससे यह पुस्तक सरलता से अधिकतम पाठकों तक पहुंच सकेगी।
राजलनीति श्रृंखला की पहली दो पुस्तकों का विमोचन करने के लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का विशेष आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इसका विमोचन करके मेरे इस पुस्तक रूपी प्रयास को सौभाग्य प्रदान किया।