TRENDING TAGS :
ODOP: यूपी की तारीफ में बोले राष्ट्रपति- राज्य में है सर्वाधिक MSME उद्यम
लखनऊ: ‘एक जनपद एक उत्पाद’ के मंच पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि लाभार्थियों और सरकार की टीम ने मिलकर काम किया था। उन्होंने कहा कि इसका उत्साह उन्होंने इंवेस्टर्स समिट में देखा था। यही नहीं, राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि जनहित में आगे बढ़ने के लिए इसी तरह के काम करना ज़रूरी है।
यह भी पढ़ें: ODOP के मंच पर बोले CM योगी- बीजेपी ने पॉलिसी बनाकर शुरू किया काम
उन्होंने कहा कि जबलपुर में नर्मदा नदी में शिवलिंग मिलते हैं। उस नदी में जो भी पत्थर होता है वह शिवलिंग का रूप होता है। प्रदर्शनी में उत्कृष्ट उत्पाद देखने को मिले। बांदा जिले के एक काउंटर था। उस पर कुछ पत्थर रखे गए थे जो केन नदी से निकला है। यदि उन पत्थरो को पोलिश किया जाय तो उस पर छवि उभकर आती है। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ। अटलजी की याद आई। वह कहते थे कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश।
यह भी पढ़ें: ऐसे हुआ राष्ट्रपति कोविंद का सम्मान, कुर्सी पर बैठे रहे कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी
जो उत्तर प्रदेश की खोज कर लेगा उसे पता चलेगा कि यूपी कितना समृद्धशाली प्रदेश है। सबसे अधिक पीएम यूपी से हैं। यूपी इतना सौभाग्यशाली है कि यहां से जो भी चुनाव लड़ता है उसे पीएम बनने का सौभाग्य मिलता है। यूपी प्रतिभा वाला प्रदेश है।
यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति कोविंद ने किया ‘वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट’ समिट का शुभारंभ
यूपी 10 खरब डॉलर की इकॉनमी को प्राप्त करने की क्षमता रखता है। यूपी के विकास के बिना भारत के विकास की कल्पना नही। एमएसएमई उद्योग समावेशी विकास के इंजन। देश के कुल हस्तशिल्प में यूपी का निर्यात 44 फीसदी है। जिन जिलों में उत्पादों की संख्या 1 से अधिक है वहां अधिक रोजगार। इस योजना से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। जनपदों के उत्पादों को इंटरनेशनल स्तर का बनाया जा सकता है। कई नए ब्रांड स्थापित किये जा सकते हैं। ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान देकर बाजार में उत्पादों को बढ़ाया जा सकता था।
मेरा सुझाव है कि जो मैंने सीएम को दिया था देश के 10 से 15 शहरों में 10 से 15 दिन की प्रदर्शनी लगाई जाए यहां सीएम या राज्यपाल शामिल हो सकते हैं। उस राज्य के महानुभावो को बुलाया जा सकता है। जंगल मे मोर नाचा किसने देखा। लेकिन जब चिड़ियाघर बनाया जाता है तो लोग मोर देखने जाते हैं।
कम परिश्रम के काम या नौकरी की तरफ हमारा ध्यान जाता है हमे यह मानसिकता बदलनी होगी। पिछड़े जिलो में यह योजना चेंज एजेंट का काम कर सकती हैं। कुछ ही महीनों बाद पूरी दुनिया की निगाहें यूपी पर होगी। कुंभ के आयोजन की तैयारी अंतिम चरण में है। कुंभ मेले में यदि संभव हो तो सभी जिलों के उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई जाए। यह मेरा सुझाव है। सबसे बड़े प्रदेश यूपी का यदि किसी को राज्यपाल चुना गया है तो उनमें कोई विशेषता होगी।