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जवाहरबाग कांड: रिपोर्ट में हुआ खुलासा, बेटे से नहीं मैच हुआ रामवृक्ष यादव का DNA

aman
By aman
Published on: 17 April 2017 1:24 PM GMT
जवाहरबाग कांड: रिपोर्ट में हुआ खुलासा, बेटे से नहीं मैच हुआ रामवृक्ष यादव का DNA
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रामवृक्ष यादव जिंदा तो नहीं? बेटे विवेक ने CJM से कहा- पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था, अब पता नहीं

लखनऊ: यूपी में पूर्व की समाजवादी सरकार के लिए गले की हड्डी बनी बहुचर्चित मथुरा के जवाहरबाग कांड मामले में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ये खुलासा सेंट्रल फोरेसिंक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) हैदराबाद की रिपोर्ट के सामने आने पर हुआ है।

हैदराबाद सीएफएसएल की रिपोर्ट में पता चला है कि जवाहरबाग कांड के मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव के शव का डीएनए उसके बेटे से मेल नहीं खा रहा है। करीब साल भर पहले मथुरा का जवाहरबाग कांड देश और प्रदेश ही नहीं विश्व मीडिया की सुर्खियों में भी रहा था।

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सरकारी जमीन पर साम्राज्य का था सपना

दरअसल, जवाहर बाग कांड का मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव मथुरा में सरकारी जमीन पर अपना साम्राज्य बनाने का सपना देख रहा था। मथुरा के जवाहर बाग में 2014 में रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में सशस्त्र अतिक्रमणकारियों के एक दल ने जवाहर बाग की भूमि पर कब्जा कर लिया था। काफी कोशिश के बाद भी पुलिस व प्रशासन यह अवैध कब्जा नहीं हटा सकी थी। 2 जून 2016 को रामवृक्ष यादव और उसके तथाकथित साथियों के कब्जे से सरकारी जमीन खाली कराने की एक और कोशिश की गई। गए एएसपी के साथ एक दारोगा को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी।

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बीजेपी नेता ने दी थी याचिका

इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता अश्विनी उपाध्याय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रामवृक्ष यादव और उसके बेटे का डीएनए मैच कराने की अपील की थी। जिसके बाद आज सोमवार को ये रिपोर्ट सामने आई है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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