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योगी तेरे राज में! गरीबों के निवाले पर राशन माफिया का डाका
इलाहाबाद : सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार गरीबों को सस्ता अनाज मुहैया कराने के लिए हर साल अरबों रुपये खर्च करती है। लेकिन सार्वजनिक वितरण प्रणाली का यह अनाज अगर गरीब की थाली में न जाकर कूड़े के ढेर में बरामद होने लगे तो, इसे गरीब का दुर्भाग्य कहेंगे। या भ्रष्ट अधिकारियों और राशन माफियाओं की मिली भगत। इलाहबाद में एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पीडीएस के तहत गरीबों को दिया जाने वाले गेहूं और चावल के सैकड़ो बोरे कूड़े के ढेर में मिले।
गेहूं और चावल से भरे इन बोरों को कुछ गाँव वाले अपने मवेशियों को खिलाने के लिए उठा ले गए। तो कुछ को कोटेदारो ने आग के हवाले कर दिया, ताकि सबूत मिटाए जा सके। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ 3 जून को इलाहबाद आ रहे हैं। इस डर से अधिकारी कैमरे के सामने आने से कतरा रहे है।
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घटना इलाहाबाद जिला मुख्यालय से महज 30 किलोमीटर दूर के गांव बरेठी की है | गाँव वालों के मुताबिक़ सुबह जब उनकी नींद खुली तो गाँव के बाहर कूड़े के ढेर में गेहूं और चावल से भरे बोरे पड़े मिले जिसे आवारा जानवर अपना निवाला बना रहे थे | गाँव के लोगो ने देखा तो पता चला कि ये अनाज पीडीएस के तहत कोटेदारो को दिया गया था, ताकि इससे गरीब का निवाला मिल सके |
कुछ और गांव वाले इकट्ठा हुए तो देखा की गाँव के तालाब के किनारे भी अनाज कीचड में फैला हुआ था | गांव वालों ने अधिकारियों को इसकी सूचना दी लेकिन अधिकारी सीएम योगी के आगमन के समय होने वाली समीक्षा बैठक की तैयारी में लगे हुए थे | शिकायत की भनक खाद्यान माफियाओं को लगी तो अनाज के बोरों को आग के हवाले कर दिया गया | गांव वालों ने मोबाइल से इस कारनामे की कई विडियो क्लिप्स बनाकर इस घोटाले को सामने रख दिया|
जब कोटेदार अश्वनी से मीडियाकर्मियों ने संपर्क किया तो उसने जिले से बाहर होने का बहाना बनाकर सामने आने से इंकार कर दिया |
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