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एक दशक बाद हुआ संग्रह अमीनों और अनुसेवकों का विनियमितीकरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज 45 वर्ष से अधिक आयु वाले प्रदेश के सामयिक संग्रह अमीन एवं सामयिक संग्रह अनुसेवकों को विनियमितीकरण किये जाने के बाद नियुक्ति आदेश वितरित किये। कर्मियों के विनियमितीकरण के इस निर्णय के तहत 739 सामयिक संग्रह अमीनों एवं 1420 सामयिक संग्रह अनुसेवकों सहित कुल 2,159 कर्मियों को नियुक्ति आदेश वितरित किये जाएंगे।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज 45 वर्ष से अधिक आयु वाले प्रदेश के सामयिक संग्रह अमीन एवं सामयिक संग्रह अनुसेवकों को विनियमितीकरण किये जाने के बाद नियुक्ति आदेश वितरित किये। कर्मियों के विनियमितीकरण के इस निर्णय के तहत 739 सामयिक संग्रह अमीनों एवं 1420 सामयिक संग्रह अनुसेवकों सहित कुल 2,159 कर्मियों को नियुक्ति आदेश वितरित किये जाएंगे।
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कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लापरवाही के कारण यह मामले वर्षों से लम्बित थे। इन कर्मियों का विनियमितीकरण 10-12 साल पहले ही हो जाना चाहिए था। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में संग्रह अमीनों ने 30-35 वर्ष कार्य करते हुए व्यतीत किये और रिटायर हो गए, लेकिन नियमित नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में विलम्ब क्यों हुआ, इस पर भी विचार किया जाना चाहिए।
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नियुक्ति पत्र वितरित करने के उपरान्त मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के राजस्व संग्रह में इन सभी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि देर से ही सही, लेकिन अब उनके हक में यह निर्णय लिया गया है। आज का यह कार्यक्रम राज्य सरकार के कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक रवैये की अभिव्यक्ति है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017-18 में प्रति अमीन ने औसतन 42 लाख 16 हजार रुपए की राजस्व वसूली की है। वर्ष 2018-19 में 31 जनवरी तक 42 लाख 27 हजार रुपए का राजस्व प्रति अमीन द्वारा वसूला जा चुका है, जबकि अभी 02 महीने बाकी हैं। वर्ष 2017-18 में 8788.79 करोड़ रुपए और वर्ष 2018-19 में 2,560 करोड़ 50 लाख रुपए का राजस्व संग्रह अब तक अमीनों द्वारा किया जा चुका है।