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Religious Conversion Case : मोहम्मद उमर के संपर्क में कानपुर के आठ कट्टरपंथी, ATS कर रही जांच
यूपी के कानपुर में आठ लोग मोहम्मद उमर गौतम और इस्लामिक दावा सेंटर से जुडें हुए हैं।
Religious Conversion Case: धर्मांरतण मामले (Religious conversion Case) को लेकर यूपी एटीएस (UP ATS) ने बड़ा खुलासा किया। यूपी के कानपुर में आठ लोग मोहम्मद उमर गौतम और इस्लामिक दावा सेंटर से जुडें हुए हैं। ये आठों शक्स कट्टरपंथी बताए जा रहे हैं। एटीएस ने बताया कि इसमें से दो से तीन व्यक्ति मौलवी हैं। ये सभी कट्टपंथी कानपुर और शहर के नजदीक होने वाली मोहम्मद उमर की सभाओं में सम्मलित होते थे और ये लोगों सभाओं में भीड़ जुटाने का काम करते थे। उत्तर प्रदेश एटीएस ने इन आठ कट्टरपंथियों की जांच कर रही है। इसके साथ ही धर्मांतरण मामले की जांच क्राइम ब्रांच भी कर रही है।
एटीएस ने पांच आरोपियों को रिमांड पर लिया
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) एटीएस ने अभी तक पांच आरोपियों को धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस ने इस्लामिक दावा सेंटर का प्रमुख उमर मोहम्मद गौतम और उसके साथी जहांगीर की गिरफ्तारी की है। एटीएस ने दोनों की गिरफ्तारी करने के बाद रिमांड पर ले लिया है। रिमांड पर लेने के बाद एटीएस ने बताया कि दोनों आरोपी एक के बाद एक खुलासे कर रहे हैं। इस खुलासे के आधार एटीएस और क्राइम ब्रांच धर्मांतरण से जुडें हुए संस्था औऱ लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है। इस लिस्ट में कानपुर के आठ कट्टरपंथी भी शामिल हैं। धर्मांतरण मामले लिप्त लोगों की सूची यूपी एटीएस ने कानपुर पुलिस को दी है। एटीएस और क्राइम ब्रांच ने शक जताया है कि धर्मांतरण मामले में इन कट्टपंथियों का हाथ है। जिसके बाद जांच एजेंसियां इन आरोपियों की कुडंली निकालने में लग गई हैं।
एटीएस ने धर्मांतरण कराने वालों को किया चिन्हित
यूपी एटीएस औऱ क्राइम ब्रांच के मुताबित जिन संदिग्धों को चिन्हित किया गया है उनका धर्मांतरण कराने में बहुत बड़ा हाथ है। ये कट्टपंथी लोगों गैर मुस्लिम व्यक्तियों को अपना टार्गेट बनाकर प्रोत्साहित करके धर्मांतरण करने करने के लिए सभाओं में ले जाते हैं।
कट्टरपंथी लोगों का करते थे माइंड वॉश
ये कट्टरपंथी लोगों व्यक्तियों को उमर की संस्था आईडीसी से जुड़े लोगों से संपर्क कराते हैं। कट्टरपंथी लोग ज्यादातर ये फोन के जरिए लोगों से संपर्क करवाते हैं। फोन के बात करने के बाद ये उस आदमी का माइंड वॉश करना शुरू कर देते हैं। जांच एजेंसी ने संदेह जताया है कि काकादेव और रिचा देवी के धर्मांतरण भी इन कट्टपंथियों ने ही कराया होगा।
जांच एजेंसियां कर रही आरोपियों के सीडीआर की जांच
इन सभी कट्टपंथियों की पहचान क्राइम ब्रांच ने कर ली है। जांच एजेंसियां धर्मांतरण में लिप्त सभी कट्टपंथियों से पुछताछ कर रही है। इन सभी आरोपियों के सीडीआर की जांच भी की जा रही है। जांच एंजेसियां ये पता कर रहीं हैं कि इन कट्टपंथी आरोपियों ने कितने लोगों को धर्मांतरण करने के लिए संपर्क किया। ये कट्टपंथी पिछले दो में कहां कहां गए औऱ किन लोगों से मिले।
धर्म परिवर्तन करने वाले आदित्य गुप्ता ने किया खुलासा
अपना धर्म बदलने वाले आदित्य गुप्ता ने जांच एजेंसियों को बताया कि उन्हें करीब नौ साल पहले चमनगंज का रहने वाला मोहम्मद वासिफ नाम का आदमी आदित्य गुप्ता को हलीम मुस्लिम कॉलेज में होने वाली सभाओं में ले गया था। जबकि जांच में आया कि इस वक्त वासिफ कन्फेक्शनरी का शॉप चलाता है, औऱ उसकी मां उसके साथ रहती है। जांच एजेंसियां अब ये पता लगाने में लगी हैं कि वासिफ का धर्मांतरण कराने में कितना रोल रहा है। वासिफ की मां ने बताया कि वासिफ पिछले पांच साल से किसी सभा में नहीं गया है। वासिफ दुकान चलाकर परिवार की देखभाल करता है। वासिफ की मां ने आगे कहा कि वासिफ तो मूल बधिर है।